#गिरिडीह #शिक्षा : बच्चों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार का बड़ा कदम
- गिरिडीह के बदडीहा विद्यालय में साइकिल वितरण कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
- कार्यक्रम का शुभारंभ मंत्री चमरा लिंडा और सुदिव्य कुमार ने दीप प्रज्वलन से किया।
- मुख्यमंत्री की सोच – राज्य के बच्चे पढ़ें और नाम रौशन करें।
- जिला प्रशासन ने 1.93 लाख छात्रों को प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति दी।
- 38,157 छात्रों को साइकिल उपलब्ध कराई गई।
- मंत्री ने बच्चों को कड़ी मेहनत और बड़े सपने देखने की प्रेरणा दी।
गिरिडीह जिले के राजकीयकृत मध्य विद्यालय बदडीहा में राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के तहत साइकिल वितरण और छात्रवृत्ति कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम में राज्य सरकार के वरिष्ठ मंत्री और जिला प्रशासन के अधिकारी शामिल हुए। मुख्यमंत्री की प्राथमिकता शिक्षा को लेकर स्पष्ट है—हर बच्चे तक शिक्षा की रोशनी पहुंचानी है।
मंत्री चमरा लिंडा ने शिक्षा को बताया राज्य की ताकत
मंच से संबोधित करते हुए अनुसूचित जनजाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री चमरा लिंडा ने कहा कि मुख्यमंत्री का सपना है कि राज्य के बच्चे खूब पढ़ें और नाम रोशन करें। उन्होंने बच्चों को मेहनत और सपनों की अहमियत समझाते हुए कहा कि सफलता के लिए स्कूल नहीं छोड़ना चाहिए।
चमरा लिंडा ने कहा: “परिश्रम ही पूंजी है, खूब पढ़िए, मेहनत करिए। बड़ा सपना देखना अच्छी बात है, लेकिन उसे पूरा करने के लिए जी-जान से लगना होगा।”
मंत्री ने गांधी, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर और अन्य महान नेताओं का उदाहरण देते हुए कहा कि बड़ी सफलता के लिए शिक्षा जरूरी है।
सुदिव्य कुमार ने मेहनत और शिक्षा का महत्व बताया
उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुदिव्य कुमार ने कहा कि झारखंड के बच्चे मेहनती हैं और उन्हें आगे बढ़ने के लिए सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए।
सुदिव्य कुमार ने कहा: “घर के काम के साथ-साथ पढ़ाई भी अत्यंत आवश्यक है। सरकार की प्राथमिकता है कि शिक्षा का लाभ अंतिम व्यक्ति तक पहुंचे।”
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए कई योजनाओं पर काम कर रही है।
जिला प्रशासन ने दी योजनाओं की जानकारी
मौके पर उपायुक्त रामनिवास यादव ने बताया कि शिक्षा योजनाओं का लाभ बड़े पैमाने पर बच्चों तक पहुंचाया गया है।
रामनिवास यादव ने कहा: “प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति के तहत 1,93,000 छात्रों को और पोस्ट-मैट्रिक योजना में 42,000 छात्रों को लाभ दिया गया है। इसके अलावा वर्ग 8 में पढ़ रहे 38,157 बच्चों को साइकिल मिली है।”
उन्होंने बच्चों को पढ़ाई में मेहनत करने की सलाह दी और कहा कि प्रशासन सभी योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए प्रतिबद्ध है।
न्यूज़ देखो: शिक्षा से जुड़े जनहित का बड़ा कदम
यह कार्यक्रम सिर्फ साइकिल वितरण नहीं, बल्कि शिक्षा तक पहुंच को आसान बनाने का ठोस प्रयास है। सरकार और प्रशासन की यह पहल बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करेगी और बालिका शिक्षा में खास बदलाव लाएगी।
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समय है शिक्षा को प्राथमिकता देने का
अब समय है कि हम सभी बच्चों की शिक्षा के महत्व को समझें और समाज में जागरूकता फैलाएं। सरकार की योजनाओं का सही लाभ लेने और दूसरों को प्रेरित करने की जिम्मेदारी हर नागरिक की है।
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