
#मेदिनीनगर #यात्री_सुरक्षा – ई-रिक्शा पर पहचान स्टीकर से यात्रियों को मिलेगी राहत, खोया सामान मिलना अब होगा आसान
- ई-रिक्शा चालक संघ ने शुरू की अनोखी सुविधा, हर वाहन पर पहचान स्टीकर
- सामान छूटने पर सीधे चालक से संपर्क संभव, यात्रियों को बड़ी सहूलियत
- 121 ई-रिक्शा को दिखाई गई हरी झंडी, नगर में शुरू हुई नई व्यवस्था
- ट्रैफिक प्रभारी समाल अहमद ने की पहल की सराहना
- यातायात व्यवस्था सुधारने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी पहल
यात्रियों की सहूलियत के लिए नई सोच
मेदिनीनगर के शिवाजी मैदान से शुरू हुई यह पहल अब शहरभर में सुगमता और सुरक्षा का नया उदाहरण बन रही है। ई-रिक्शा चालक संघ के अध्यक्ष राजकुमार गुप्ता के नेतृत्व में, शहर के सभी ई-रिक्शा पर अब चालक की पहचान वाला विशेष स्टीकर लगाया गया है। यह स्टीकर यात्रियों को यह सुविधा देगा कि अगर वे कोई सामान भूल जाएं, तो स्टीकर पर दर्ज नंबर के माध्यम से सीधे चालक से संपर्क कर सकें।
ट्रैफिक विभाग ने दी हरी झंडी
इस कार्यक्रम में ट्रैफिक प्रभारी समाल अहमद भी मौजूद रहे। उन्होंने एक से लेकर 121 नंबर तक सभी ई-रिक्शा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और इस सराहनीय प्रयास को यातायात व्यवस्था को सुव्यवस्थित करने की दिशा में सकारात्मक कदम बताया।
“यह पहल यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा दोनों को ध्यान में रखकर शुरू की गई है। इससे न केवल लोगों का भरोसा बढ़ेगा, बल्कि ई-रिक्शा चालकों की जिम्मेदारी भी तय होगी।” — समाल अहमद, ट्रैफिक प्रभारी
ई-रिक्शा चालकों में दिखा उत्साह
इस नई व्यवस्था को लेकर ई-रिक्शा चालकों में उत्साह है। राजकुमार गुप्ता ने बताया कि यह पहल केवल शुरुआत है, आगे भी चालकों को प्रशिक्षित कर सेवा की गुणवत्ता बढ़ाने के प्रयास किए जाएंगे। साथ ही, शहर के अन्य चालक संगठनों को भी इस मॉडल को अपनाने की प्रेरणा दी जाएगी।
न्यूज़ देखो : सुरक्षित सफर, जिम्मेदार व्यवस्था
न्यूज़ देखो हमेशा उन प्रयासों को उजागर करता है जो सामान्य नागरिकों के जीवन को बेहतर बनाने में जुटे हैं। ई-रिक्शा की यह नई पहचान प्रणाली न केवल सुरक्षा सुनिश्चित करती है, बल्कि ईमानदारी और पारदर्शिता की मिसाल भी बनती है।
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