
#गुमला #लाहउत्पादनप्रशिक्षण : कमडारा प्रखंड में जिला प्रशासन और उद्योगिनी संस्था ने किया लाह उत्पादन प्रशिक्षण का आयोजन — 230 लाभुकों को दी गई वैज्ञानिक तकनीक की जानकारी
- कमडारा प्रखंड में हुआ एक दिवसीय लाह उत्पादन प्रशिक्षण का सफल आयोजन
- कुल 230 लाभुकों ने लिया भाग, जिनमें 50 महिलाएं फूलो-झानो आशीर्वाद अभियान से जुड़ी थीं
- लाह वैज्ञानिक दिलीप कुमार सिंह व NJS टीम ने दिया तकनीकी प्रशिक्षण
- 90% अनुदान पर औजार व उपकरण वितरित किए गए
- उद्देश्य: स्थायी आजीविका को बढ़ावा देना और समुदाय को आत्मनिर्भर बनाना
लाह उत्पादन से सशक्त होगी ग्रामीण अर्थव्यवस्था
गुमला जिला अंतर्गत कमडारा प्रखंड में लाह उत्पादन को बढ़ावा देने की दिशा में एक सराहनीय कदम उठाया गया। जिला प्रशासन के तत्वावधान में और उद्योगिनी संस्था के सहयोग से एक दिवसीय लाह उत्पादन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में ग्रामीण लाभुकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य वैज्ञानिक और व्यावसायिक दृष्टिकोण से लाह उत्पादन को समझाना और उसे ग्रामीणों की स्थायी आजीविका का साधन बनाना था।
वैज्ञानिकों और विशेषज्ञों ने दिए महत्वपूर्ण टिप्स
प्रशिक्षण कार्यक्रम में लाह वैज्ञानिक दिलीप कुमार सिंह, उद्योगिनी संस्था के फील्ड एसोसिएट नारायण साहू, और NJS टीम ने लाभुकों को लाह उत्पादन की तकनीकी जानकारी दी। उन्होंने पर्यावरण अनुकूल तरीके, बीज उपचार, कीट नियंत्रण, और फसल चक्र के बारे में विस्तारपूर्वक समझाया।
लाह वैज्ञानिक दिलीप कुमार सिंह ने कहा: “लाह उत्पादन ग्रामीण क्षेत्र की आजीविका के लिए बहुत लाभदायक हो सकता है, यदि इसे वैज्ञानिक विधियों से किया जाए।”
महिलाओं की भागीदारी रही विशेष
इस प्रशिक्षण में फूलो झानो आशीर्वाद अभियान (PJAA) से जुड़ी 50 महिला लाभुकों की सक्रिय भागीदारी ने कार्यक्रम को खास बना दिया। यह अभियान राज्य सरकार की महिला सशक्तिकरण योजना का हिस्सा है और इसके माध्यम से महिलाएं आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन रही हैं।
अनुदान पर वितरित हुए उपकरण
प्रशिक्षण के अंत में लाभुकों को लाह उत्पादन में प्रयोग होने वाले उपकरण एवं औजार 90% अनुदान पर वितरित किए गए। इसका उद्देश्य यह था कि प्रशिक्षण के पश्चात प्रतिभागी स्वतंत्र रूप से लाह उत्पादन प्रारंभ कर सकें।
प्रशासन और संस्था की संयुक्त पहल
यह कार्यक्रम प्रशासन और निजी संस्था के सहयोग का सफल उदाहरण रहा। इससे यह सिद्ध होता है कि यदि सरकारी योजनाओं को जमीनी स्तर पर सही दिशा में लागू किया जाए, तो उसका प्रभाव सीधा जनता के जीवन में दिखता है।

न्यूज़ देखो: आत्मनिर्भर ग्रामीण अर्थव्यवस्था की ओर एक मजबूत कदम
कमडारा प्रखंड में आयोजित यह प्रशिक्षण कार्यक्रम ग्रामीण आजीविका सशक्तिकरण का प्रेरक उदाहरण है। न्यूज़ देखो मानता है कि ऐसे कार्यक्रमों की व्यापकता और निरंतरता से ही ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति में बदलाव संभव है।
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जानकारी ही शक्ति है, आइए बदलाव की राह पर साथ चलें
इस खबर को अपने गांव, पंचायत और समुदाय के लोगों तक जरूर पहुंचाएं। हो सकता है अगला प्रशिक्षण आपके क्षेत्र में हो और आप भी आत्मनिर्भरता की दिशा में पहला कदम बढ़ाएं।
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