
#हुसैनाबाद #सालाना_उर्स – सांप्रदायिक सौहार्द और आध्यात्मिक संगीत की संगम रात में गूंजे सूफी कलाम, विधायक ने एकता की मिसाल बताई
- हुसैनाबाद में दाता पीर बख्श की मजार पर सालाना उर्स का भव्य आयोजन संपन्न हुआ
- रातभर चली देशभक्ति और सूफी कव्वालियों ने लोगों को बांधे रखा
- विधायक संजय कुमार सिंह यादव ने आपसी प्रेम को देश की ताकत बताया
- बाबू गुलाम साबरी और रौनक परवीन की कव्वाली ने महफिल में चार चांद लगाए
- कार्यक्रम में बिहार-झारखंड के कई जिलों से उमड़े लोग
- शांति व्यवस्था के लिए प्रशासन ने की चाकचौबंद व्यवस्था
चादरपोशी और दुआ के साथ शुरू हुआ उर्स का सिलसिला
हुसैनाबाद के दाता पीर बख्श रह. की मजार पर आयोजित सालाना उर्स में हजारों श्रद्धालुओं ने फातेहा पढ़ा और चादरपोशी की। इस अवसर पर इब्राहिम सेठ व उनकी धर्मपत्नी सायरा बानो ने पहली चादर मजार पर चढ़ाई और देश, राज्य व क्षेत्र की अमन-शांति की दुआ मांगी।
कार्यक्रम का शुभारंभ विधायक संजय कुमार सिंह यादव और सायरा बानो ने संयुक्त रूप से किया। इस मौके पर चारों ओर आध्यात्मिक माहौल बन गया था और मजार परिसर रोशनी से जगमग कर रहा था।
जब कव्वाली के सुरों पर झूम उठी महफिल
कार्यक्रम की सबसे खास बात रही रातभर चलने वाली कव्वाली की महफिल, जिसमें मशहूर कव्वाल बाबू गुलाम साबरी ने देशभक्ति से ओतप्रोत सूफी कलाम पेश किए। उन्होंने जैसे ही “दमादम मस्त कलंदर…” शुरू किया, लोग तालियों और झूमते कदमों के साथ संगत करते नजर आए।
रौनक परवीन की प्रस्तुति ने भी कार्यक्रम को विशेष ऊंचाइयों पर पहुंचाया। उन्होंने नातिया कलाम और भोजपुरी कव्वालियों से श्रोताओं को बांधे रखा। महिलाओं की उपस्थिति भी इस आयोजन की खास विशेषता रही।
विधायक का संदेश: “सूफी संस्कृति भारत की आत्मा है”
कार्यक्रम में उपस्थित विधायक संजय कुमार सिंह यादव ने अपने संबोधन में कहा:
“सूफी संतों की मजारें वह जगह हैं जहां सभी धर्मों के लोग आते हैं। यही भारत की असली तस्वीर है, जहां एकता में ही शक्ति है। कुछ लोग इसे तोड़ना चाहते हैं, लेकिन वे कभी सफल नहीं होंगे।”
उन्होंने जात-पात, भेदभाव और नफरत से ऊपर उठकर समाज के विकास और सौहार्द बनाए रखने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि कव्वाली की महफिलों में जिस तरह सभी धर्मों के लोग एकत्र होते हैं, वह भारतीय संस्कृति की सुंदरता को दर्शाता है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम, कई जिलों से उमड़े श्रद्धालु
इस आयोजन को देखते हुए पुलिस-प्रशासन ने पूरी सतर्कता बरती। एसडीपीओ स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था ताकि किसी प्रकार की अव्यवस्था ना हो।
कार्यक्रम में बिहार के रोहतास, औरंगाबाद, और झारखंड के पलामू, गढ़वा समेत कई जिलों से बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता एजाज हुसैन उर्फ छेदी खान ने की, जबकि मंच का संचालन राज अली ने बखूबी निभाया। विशिष्ट अतिथि के रूप में जिला परिषद उपाध्यक्ष आलोक कुमार सिंह और समाजसेवी शेर अली की उपस्थिति ने आयोजन को और गरिमामयी बना दिया।
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