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पलामू में जंगली मशरूम खाने से नौ लोग बीमार, सभी का इलाज अस्पताल में जारी

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#पलामू #फूडप्वाइजनिंग : जंगल से लाए मशरूम खाने के बाद बढ़ी परेशानी, पूरा परिवार अस्पताल में भर्ती
  • रबदा गांव में नौ लोग जंगली मशरूम खाने से बीमार।
  • सभी को मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती किया गया।
  • बीमारों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
  • खुखड़ी खाने के बाद फूड प्वाइजनिंग के लक्षण दिखे।
  • डॉक्टरों ने चेतावनी दी – जंगल के मशरूम से बचें।

जंगल से लाए मशरूम खाने की लापरवाही ने रबदा गांव में एक परिवार की मुश्किलें बढ़ा दीं। बुधवार को नौ लोग तब बीमार पड़ गए जब उन्होंने जंगल से लाकर खुखड़ी (मशरूम) का सेवन किया। सभी को गंभीर हालत में पहले स्थानीय स्तर पर उपचार मिला, फिर मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती किया गया। फिलहाल सभी खतरे से बाहर हैं, लेकिन यह घटना ग्रामीणों के लिए बड़ा सबक है।

कैसे हुई पूरी घटना?

जानकारी के अनुसार, चैनपुर थाना क्षेत्र के रबदा गांव के लोग बुधवार सुबह जंगल से खुखड़ी चुनकर लाए। दिन में सबने मिलकर खुखड़ी से बने व्यंजन खाए। शाम होते-होते परिवार के कई सदस्य अस्वस्थ महसूस करने लगे। धीरे-धीरे उल्टी और दस्त जैसे लक्षण तेज हुए और नौ लोगों की हालत बिगड़ गई

परिवार में आदर्श चौधरी, प्रभा देवी, दुर्गावती देवी, रीता कुमारी, अशोक चौधरी, अखिलेश्वर कुमार, कुर्ती कुंवर, अरविंद कुमार और सुषमा देवी बीमार पड़े। इनमें से कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।

डॉक्टरों की तत्परता से बची जान

बीमार होने के बाद पहले स्थानीय स्तर पर इलाज किया गया, लेकिन जब स्थिति गंभीर हुई तो सभी को मेदिनीराय मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (एमएमसीएच), पलामू रेफर किया गया। वहां डॉक्टरों ने फूड प्वाइजनिंग की पुष्टि की और तुरंत उपचार शुरू किया।

टीओपी प्रभारी नीरज सिंह ने बताया: “नौ लोगों को इलाज के लिए एमएमसीएच में भर्ती किया गया था। सभी अब खतरे से बाहर हैं।”

क्यों खतरनाक है जंगल का मशरूम?

डॉक्टरों का कहना है कि जंगल में पाई जाने वाली खुखड़ी या अन्य जंगली मशरूम बेहद खतरनाक हो सकते हैं। ये कई दिनों तक सड़ी-गली लकड़ियों और नमी भरी मिट्टी में उगते हैं, जिससे इनमें ज़हरीले तत्व बन जाते हैं।

डॉ. आरके रंजन ने कहा: “जंगली मशरूम कभी न खाएं। ये फूड प्वाइजनिंग और जानलेवा बीमारियों का कारण बन सकते हैं। अगर किसी ने खा लिया है और तबियत बिगड़े तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।”

प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी

ग्रामीण क्षेत्रों में अभी भी लोग जंगली खुखड़ी को सुरक्षित मानते हैं। लेकिन यह घटना बताती है कि जागरूकता अभियान की सख्त जरूरत है। स्वास्थ्य विभाग को समय-समय पर गांवों में ऐसे खाद्य पदार्थों के खतरे के बारे में प्रचार करना चाहिए।

न्यूज़ देखो: जागरूकता से बच सकती हैं कई जानें

यह घटना एक चेतावनी है कि पारंपरिक आदतों के चलते ग्रामीण अपनी जान जोखिम में डालते हैं। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग को जनजागरूकता बढ़ाने के लिए ठोस कदम उठाने होंगे। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

अब समय है सतर्कता का

जंगली मशरूम जैसी चीजें स्वाद में भले अच्छी लगें, लेकिन सेहत के लिए खतरनाक हैं। अब वक्त है कि हम सब अपनी सुरक्षा के प्रति जागरूक रहें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि ऐसी घटनाओं से लोग बच सकें।

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