
#पलामू #सड़क_दुर्घटना : रिम्स में 10 दिन से कोमा में एडमिट, परिवार ने जनसहयोग की अपील की
- 29 नवंबर 2025 को हादसा हुआ।
- स्थान: रंका मोड़, थाना क्षेत्र: पांकी।
- घायल: निशांत कुमार, निवासी हुरलौंग पंचायत।
- रेफर: नजदीकी अस्पताल से रांची रिम्स, हालत बेहद नाजुक।
- 10 दिन से आईसीयू में कोमा, परिवार आर्थिक संकट में।
- परिवार ने जनता और सरकार से मदद की अपील की।
- सहयोग हेतु कॉन्टैक्ट: 9523940343।
पलामू जिले के पांकी थाना क्षेत्र में 29 नवंबर 2025 को एक दर्दनाक सड़क हादसा सामने आया, जिसमें हुरलौंग पंचायत निवासी निशांत कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। जानकारी के अनुसार निशांत अपने कैमरा की बुकिंग कर रामकंडा से वापस घर लौट रहे थे। रंका मोड़ के पास अचानक उनकी बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गई और वे सड़क पर बुरी तरह गिर पड़े।
स्थानीय ग्रामीणों ने तुरंत निशांत को नजदीकी अस्पताल पहुँचाया, लेकिन स्थिति गंभीर होने के कारण उन्हें रांची रिम्स रेफर कर दिया गया। अस्पताल सूत्रों के अनुसार निशांत पिछले 10 दिनों से आईसीयू में कोमा में हैं और उनकी हालत अत्यंत गंभीर बनी हुई है।
परिवार ने बताया कि निशांत ही घर के इकलौते कमाने वाले सदस्य हैं, और आय सीमित होने के कारण इलाज का खर्च उठाना बेहद कठिन हो गया है। रिम्स में लगातार होने वाले मेडिकल खर्च ने परिवार को भारी आर्थिक संकट में डाल दिया है। इसी वजह से उनके परिजन अब समाज, स्थानीय प्रशासन और सरकार से आर्थिक सहयोग की अपील कर रहे हैं।
परिवार ने कहा है कि जो भी संभव हो, लोग मदद करें ताकि निशांत को समय पर बेहतर इलाज मिल सके। सहयोग के लिए उन्होंने फ़ोनपे स्कैनर और संपर्क नंबर उपलब्ध कराया है। इच्छुक लोग निम्न नंबर पर संपर्क कर सहायता दे सकते हैं:
कॉन्टैक्ट: 9523940343
हादसे का विवरण और स्थानीय प्रतिक्रिया
रंका मोड़ क्षेत्र में वाहनों की तेज रफ्तार और सड़क की मोड़ वाली संरचना के कारण अक्सर दुर्घटनाएँ होती रहती हैं। ग्रामीणों के अनुसार जिस स्थान पर निशांत दुर्घटना का शिकार हुए, वह दुर्घटना-प्रवण क्षेत्र माना जाता है। घटना के बाद बड़ी संख्या में लोग मौके पर इकट्ठा हुए और उपलब्ध संसाधनों से उनकी मदद की।
दुर्घटना के समय निशांत अकेले थे। ग्रामीणों ने बताया कि दुर्घटना इतनी गंभीर थी कि वे तुरंत बेहोश हो गए। प्राथमिक उपचार के दौरान भी उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ, जिसके बाद डॉक्टरों ने तत्काल रांची रिम्स भेजने का निर्णय लिया।
परिवार की आर्थिक स्थिति और इलाज की चुनौती
निशांत कुमार पेशे से फोटोग्राफर और छोटे स्तर पर इवेंट कार्य करने वाले युवा हैं। परिवार के पास स्थिर आय का कोई दूसरा स्रोत नहीं है। रिम्स में भर्ती होने से लेकर दवाइयों, टेस्ट, आईसीयू और अन्य आपातकालीन देखभाल का खर्च लगातार बढ़ता जा रहा है।
परिवार के सदस्यों—माता-पिता और भाई-बहनों—ने बताया कि यदि समय पर आर्थिक सहयोग नहीं मिला, तो इलाज बाधित हो सकता है। परिवार की आर्थिक परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए गांव के कई लोगों ने भी मदद की अपील शुरू की है।
प्रशासनिक मदद की उम्मीद
स्थानीय ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से भी अपील की है कि वे निशांत के परिवार को आपदा प्रबंधन मद या किसी अन्य सरकारी सहायता योजना के तहत तात्कालिक राहत उपलब्ध कराएँ। कई सामाजिक संगठनों ने भी घटना की जानकारी मिलने के बाद परिवार से संपर्क साधने की कोशिश की।
परिवार ने कहा:
निशांत के परिवार के एक सदस्य ने कहा: “हमारी आर्थिक स्थिति बहुत कमजोर है। हम अकेले इलाज का भारी खर्च नहीं उठा पा रहे। कृपया जो भी सहायता कर सकें, करें ताकि निशांत को बचाया जा सके।”
न्यूज़ देखो: सड़क सुरक्षा और जनसहयोग की ज़रूरत
यह हादसा बताता है कि सड़क सुरक्षा पर और गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता है। पांकी-रंका क्षेत्र में लगातार हो रही दुर्घटनाएँ प्रशासन के लिए चेतावनी हैं। साथ ही, आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए इलाज का महँगा खर्च एक बड़ी चुनौती बन जाता है। समाज और सरकार दोनों को मिलकर ऐसे मामलों में त्वरित सहायता सुनिश्चित करनी चाहिए।
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आइए जीवन बचाने के लिए आगे आएँ
निशांत की हालत नाजुक है और परिवार अकेले इलाज का भार नहीं उठा पा रहा। ऐसे समय में सामूहिक सहयोग ही किसी परिवार की सबसे बड़ी ताकत बनता है। यदि आप सक्षम हैं, तो मदद का एक छोटा प्रयास भी निशांत के जीवन को बचा सकता है। अपनी संवेदना और सहयोग साझा करें, इस खबर को अधिक से अधिक लोगों तक पहुँचाएँ और मानवीय सहायता की यह शृंखला मजबूत बनाएं।





