
#पलामू #पत्रकारचुनाव : नितेश तिवारी ने कड़ी टक्कर में दर्ज की जीत, सैकड़ों पत्रकारों की मौजूदगी रही ऐतिहासिक
- पलामू परिसदन भवन में JJA चुनाव सम्पन्न।
- नितेश तिवारी बने जिला अध्यक्ष, 28 मत पाकर जीते।
- संतोष श्रीवास्तव 17 और मुरारी कुमार 8 मतों पर सिमटे।
- चुनावी प्रक्रिया की निगरानी प्रदेश अध्यक्ष अमरकांत समेत शीर्ष पदाधिकारियों ने की।
- डीआईजी नौशाद आलम और पूर्व मेयर अरुणा शंकर समेत कई अतिथियों की उपस्थिति।
पलामू/मेदिनीनगर में रविवार को आयोजित झारखंड जर्नलिस्ट एसोसिएशन (JJA) का चुनाव जिले के पत्रकारों के लिए किसी महाकुंभ से कम नहीं रहा। परिसदन भवन में संपन्न हुए इस चुनाव में सैकड़ों पत्रकारों ने भाग लिया। कड़ी प्रतिस्पर्धा वाले इस चुनाव में नितेश तिवारी ने 28 मत पाकर जिला अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया। उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी संतोष श्रीवास्तव को 17 और मुरारी कुमार को 8 मत मिले। इस तरह तिवारी ने 11 मतों के अंतर से ऐतिहासिक जीत दर्ज की।
गरिमामय उपस्थिति और निगरानी
इस चुनावी प्रक्रिया में जिले के साथ-साथ राज्यस्तरीय पदाधिकारियों की भी सक्रिय भागीदारी रही। मुख्य अतिथि के तौर पर पलामू रेंज के डीआईजी नौशाद आलम, पूर्व मेयर अरुणा शंकर, पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल और शिक्षाविद सह माटी कला बोर्ड सदस्य अभिनाश देव उपस्थित रहे। वहीं, चुनावी प्रक्रिया की पूरी निगरानी करने के लिए रांची से आए JJA प्रदेश अध्यक्ष अमरकांत, कार्यकारिणी अध्यक्ष कुमार कौशलेंद्र, प्रभारी सियाराम वर्मा, प्रदेश उपाध्यक्ष संजय सिंह और उमेश सत्येंद्र कुमार चंदेल मौजूद थे।
पत्रकारों की व्यापक भागीदारी
यह चुनाव केवल मेदिनीनगर तक सीमित नहीं रहा। पांकी, लेस्लीगंज, सतबरवा, मनातू, तरहसी, पाटन, छतरपुर, हुसैनाबाद, बिश्रामपुर, पांडु, उटारी रोड, नावा बाजार और नवडीहा बाजार जैसे प्रखंडों से भी बड़ी संख्या में पत्रकार परिसदन पहुंचे। पूरे परिसर में पत्रकारों का उत्साह चुनावी माहौल को विशेष बना रहा।
अतिथियों के विचार
इस मौके पर अतिथियों ने पत्रकारिता की जिम्मेदारियों और चुनौतियों पर अपने विचार साझा किए।
डीआईजी नौशाद आलम: “पत्रकारिता सबसे कठिन सेवा है। पत्रकार दिन-रात सच सामने लाने का साहस दिखाते हैं। पत्रकारों के लिए लाइफ इंश्योरेंस अत्यंत आवश्यक है।”
पूर्व मेयर अरुणा शंकर: “जनता तक हमारे कार्यों को पहुंचाने का श्रेय पत्रकारों को जाता है। वे सत्ता और समाज के बीच सेतु का कार्य करते हैं।”
पर्यावरणविद कौशल किशोर जायसवाल: “मीडिया ने ही मुझे ‘ट्रीमैन’ की पहचान दी। आज मैं इसके कारण अंतरराष्ट्रीय स्तर तक जाना जाता हूं।”
शिक्षाविद अभिनाश देव: “पत्रकार किसी जाति या धर्म से ऊपर उठकर कलम चलाते हैं। यही निष्पक्षता पत्रकारिता की असली पहचान है।”
पत्रकारिता पर गहन विमर्श
यह चुनाव सिर्फ संगठनात्मक नेतृत्व के चयन तक सीमित नहीं रहा, बल्कि पत्रकारिता की चुनौतियों और जिम्मेदारियों पर विमर्श का भी अवसर बना। निष्पक्षता, ईमानदारी और समाज की भलाई के प्रति पत्रकारों की प्रतिबद्धता इस मौके पर बार-बार रेखांकित की गई।
न्यूज़ देखो: पत्रकारिता का लोकतांत्रिक पर्व
पलामू में सम्पन्न JJA चुनाव ने यह संदेश दिया कि पत्रकारिता केवल समाचार तक सीमित नहीं है, बल्कि लोकतंत्र की आत्मा है। नितेश तिवारी की जीत ने संगठनात्मक नेतृत्व को नया आयाम दिया है और साथ ही पत्रकारों की एकजुटता को भी मजबूती प्रदान की है। यह अवसर पत्रकारिता की गरिमा और जनसेवा की भावना को पुनः स्थापित करने वाला साबित हुआ।
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लोकतंत्र की रक्षा में पत्रकारों की भूमिका
यह चुनाव हमें याद दिलाता है कि लोकतंत्र की मजबूती पत्रकारों की निडर कलम पर टिकी है। अब समय है कि हम सब इस स्वतंत्र पत्रकारिता को और सशक्त बनाने के लिए आगे आएं। अपनी राय कमेंट करें, खबर को शेयर करें और जिम्मेदारी की इस मशाल को और दूर तक पहुंचाएं।