
#कोलेबिरा #पोषण_जागरूकता : संतुलित आहार और स्वस्थ जीवनशैली पर ग्रामीण महिलाओं को किया गया जागरूक।
कोलेबिरा प्रखंड की नवटोली पंचायत में 20 दिसंबर को सरकार प्रायोजित जन-जागरूकता अभियान के तहत पोषण से जीवन जीवन से विकास थीम पर कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम में जिला परिषद अध्यक्ष रोस प्रतिमा सोरेंग मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं। आयोजन का उद्देश्य ग्रामीण समुदाय खासकर महिलाओं को पोषण आहार की विविधता और स्वस्थ पोषण प्रथाओं के प्रति जागरूक करना रहा। नुक्कड़ नाटक और संवाद के माध्यम से कुपोषण से निपटने के संदेश दिए गए।
- नवटोली पंचायत, कोलेबिरा में 20 दिसंबर को पोषण जागरूकता कार्यक्रम।
- जिला परिषद अध्यक्ष रोस प्रतिमा सोरेंग मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित।
- थीम रही पोषण से जीवन, जीवन से विकास।
- नुक्कड़ नाटक के माध्यम से पोषण का संदेश।
- गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं और बच्चों पर विशेष फोकस।
कोलेबिरा प्रखंड की नवटोली पंचायत में आयोजित यह जन-जागरूकता कार्यक्रम ग्रामीण समाज के लिए महत्वपूर्ण साबित हुआ। सरकार द्वारा संचालित पोषण अभियान के तहत आयोजित इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं और समुदाय को संतुलित आहार, पोषण की विविधता और स्वस्थ जीवनशैली के प्रति जागरूक करना था। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाओं की भागीदारी देखने को मिली, जिन्होंने पूरे उत्साह के साथ इसमें हिस्सा लिया।
पोषण से जीवन थीम पर केंद्रित आयोजन
कार्यक्रम का आयोजन पोषण से जीवन, जीवन से विकास थीम के तहत किया गया, जिसमें यह स्पष्ट किया गया कि स्वस्थ जीवन की नींव सही और संतुलित पोषण पर ही टिकी होती है। आयोजन के दौरान विशेषज्ञों और आयोजकों ने बताया कि दैनिक आहार में विविधता लाना, स्थानीय और पौष्टिक खाद्य पदार्थों का उपयोग करना कुपोषण से बचाव का प्रभावी उपाय है।
नुक्कड़ नाटक से दिया गया प्रभावी संदेश
कार्यक्रम की विशेष आकर्षण नुक्कड़ नाटक रहा, जिसके माध्यम से गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं और छोटे बच्चों के लिए पोषण के महत्व को सरल और प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया। नाटक के जरिए यह समझाया गया कि गर्भावस्था और शैशव काल में उचित पोषण न मिलने से बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास पर गहरा असर पड़ता है।
इसके साथ ही सरकार की विभिन्न पोषण योजनाओं, उनके लाभ और सही उपयोग की जानकारी भी दी गई, ताकि ग्रामीण परिवार इन योजनाओं का अधिकतम लाभ उठा सकें।
मुख्य अतिथि का संदेश
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि जिला परिषद अध्यक्ष रोस प्रतिमा सोरेंग ने अपने संबोधन में पोषण के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा:
“स्वस्थ समाज की नींव पोषण से ही मजबूत होती है।”
उन्होंने ग्रामीण महिलाओं से अपील की कि वे अपने दैनिक भोजन में विविधता अपनाएं, स्थानीय स्तर पर उपलब्ध पौष्टिक खाद्य पदार्थों को प्राथमिकता दें और बच्चों व महिलाओं के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान रखें। उन्होंने यह भी कहा कि सही जानकारी और जागरूकता के माध्यम से कुपोषण जैसी गंभीर समस्या को जड़ से समाप्त किया जा सकता है।
ग्रामीण महिलाओं की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम में शामिल ग्रामीण महिलाओं ने पोषण से जुड़े विषयों में गहरी रुचि दिखाई। महिलाओं ने संवाद के दौरान सवाल भी पूछे और अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम के अंत में महिलाओं ने पोषण से संबंधित संदेशों को अपने दैनिक जीवन में अपनाने का संकल्प लिया।
यह सहभागिता इस बात का संकेत है कि पंचायत स्तर पर आयोजित ऐसे कार्यक्रम ग्रामीण समाज में व्यवहारिक बदलाव लाने में सहायक सिद्ध हो रहे हैं।
पंचायत स्तर पर महत्वपूर्ण पहल
नवटोली पंचायत में आयोजित यह जन-जागरूकता कार्यक्रम पंचायत स्तर पर पोषण जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में देखा जा रहा है। इससे न केवल महिलाओं में जागरूकता बढ़ी, बल्कि पूरे समुदाय में स्वस्थ जीवनशैली को लेकर सकारात्मक चर्चा भी शुरू हुई।
न्यूज़ देखो: पोषण जागरूकता से मजबूत होगा ग्रामीण समाज
यह खबर दर्शाती है कि सरकार द्वारा संचालित पोषण अभियान जमीनी स्तर पर प्रभावी रूप से लागू हो रहे हैं। जिला परिषद अध्यक्ष रोस प्रतिमा सोरेंग की उपस्थिति ने कार्यक्रम को और मजबूती दी। यदि ऐसे आयोजन नियमित रूप से पंचायत स्तर पर होते रहें, तो कुपोषण के खिलाफ लड़ाई को मजबूती मिलेगी। आगे यह देखना अहम होगा कि इन प्रयासों की निरंतरता कैसे बनी रहती है।
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स्वस्थ पोषण से ही बनेगा सशक्त भविष्य
संतुलित आहार और सही जानकारी से ही स्वस्थ पीढ़ी का निर्माण संभव है। ग्रामीण समाज में महिलाओं की भूमिका सबसे अहम होती है, क्योंकि वही परिवार के पोषण की दिशा तय करती हैं। ऐसे जागरूकता कार्यक्रम बदलाव की मजबूत नींव रखते हैं।





