
#गढ़वा #रक्तदानसेजीवनदान — टीम दिल का दौलत की तत्परता से समय पर मिला O- नेगेटिव ब्लड, महिला की बची जान
- O- नेगेटिव ब्लड की आपातकालीन जरूरत पर टीम दिल का दौलत हुई सक्रिय
- टंडवा निवासी सोनू सोनी ने शादी की सालगिरह पर किया 8वां रक्तदान
- महिला मरीज की हालत नाजुक, ब्लड मिलते ही चिकित्सकीय स्थिति में सुधार
- टीम के संयोजक दौलत सोनी ने किया त्वरित समन्वय और भावनात्मक अपील
- टीम सदस्यों की सक्रियता और जागरूकता बनी जीवन बचाने की मिसाल
महिला मरीज की जान बचाने में टीम की तत्परता बनी संजीवनी
गढ़वा शहर के परमेश्वरी हॉस्पिटल में मंगलवार को एक महिला मरीज के लिए अचानक O- नेगेटिव रक्त की आपात आवश्यकता उत्पन्न हो गई।
यह रक्त समूह बेहद दुर्लभ होता है, जो मात्र 1% लोगों में पाया जाता है।
डॉ. कुमार निशांत सिंह ने इस स्थिति की गंभीरता को समझते हुए ‘टीम दिल का दौलत’ के संयोजक दौलत सोनी से संपर्क किया और मदद की गुहार लगाई।
शादी की सालगिरह पर जीवनदान: सोनू सोनी की प्रेरणादायक पहल
टंडवा निवासी सोनू सोनी, जिनकी आज 11वीं शादी की सालगिरह थी, ने दौलत सोनी के भावनात्मक अपील के तुरंत बाद संपर्क किया और बिना किसी संकोच के रक्तदान का निर्णय लिया।
उन्होंने गढ़वा ब्लड बैंक पहुंचकर अपना 8वां रक्तदान किया और गंभीर रूप से बीमार महिला मरीज की जान बचाई।
सोनू सोनी ने कहा:
“शादी की सालगिरह मनाने का इससे बेहतर तरीका नहीं हो सकता कि मैं किसी ज़रूरतमंद को जीवन का उपहार दूं।”
टीम के सदस्य मौके पर रहे सक्रिय
इस पुनीत कार्य को सफल बनाने में टीम दिल का दौलत के सदस्य भी बराबर शामिल रहे।
विशाल कुमार, जावेद खान, सुमीत कमलापुरी, अहमद राजा, विक्की कुमार, रोशन कुमार और राहुल कुमार ने ब्लड बैंक और हॉस्पिटल में जाकर हर स्तर पर सहयोग किया।
संयोजक दौलत सोनी ने जताया गौरव
टीम के संयोजक युवा समाजसेवी दौलत सोनी ने कहा:
दौलत सोनी ने कहा:
“इस टीम की नींव इसी सोच पर रखी गई थी कि कोई जीवन संकट में न रहे। जब एक फोन कॉल या मैसेज से किसी की जान बच सकती है, तो हम क्यों न दौड़ें। आज सोनू भाई ने जिस भावना से रक्तदान किया, वह टीम दिल का दौलत की आत्मा है।”
O- नेगेटिव की उपलब्धता बनी जीवन रेखा
O- नेगेटिव रक्त की समय पर उपलब्धता ने यह साबित कर दिया कि जागरूकता, संगठन और इंसानियत के साथ अगर प्रयास हो तो कोई भी संकट असंभव नहीं होता।
गढ़वा जैसे शहर में टीम दिल का दौलत ने यह दिखा दिया कि सेवा और समर्पण से हर जिंदगियों को छुआ जा सकता है।

न्यूज़ देखो: समाज सेवा का जिंदा उदाहरण बनी ‘टीम दिल का दौलत’
यह घटना केवल रक्तदान की नहीं, बल्कि संवेदना, समर्पण और संगठन के सामूहिक प्रयास का उत्कृष्ट उदाहरण है।
टीम दिल का दौलत की सक्रियता और सोनू सोनी की आत्मीय भावना ने सिद्ध किया कि मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं होता।
न्यूज़ देखो ऐसी हर प्रेरणादायक पहल को समाज के सामने लाता रहेगा, ताकि दूसरों को भी ऐसी जागरूकता और सेवा के लिए प्रेरणा मिले।
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जिंदगी बचाना सबसे बड़ा उत्सव है
जब समाज में कोई किसी की मदद के लिए आगे आता है, तो वह सबसे बड़ा त्योहार होता है।
हम आपसे आग्रह करते हैं कि समाज में सेवा की भावना बनाए रखें, रक्तदान करें और जरूरतमंदों के जीवन को संबल दें।
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