
#कुरडेग #किसान_दिवस : जनप्रतिनिधियों ने किसानों को देश की रीढ़ बताते हुए अधिकार और सम्मान की बात रखी।
कुरडेग प्रखंड में किसान दिवस के अवसर पर सिमडेगा जिला कांग्रेस अध्यक्ष सह विधायक भूषण बाड़ा और महिला जिला अध्यक्ष सह जिप सदस्य जोशीमा खाखा ने किसानों को शुभकामनाएं दीं। दोनों नेताओं ने किसानों को देश की अर्थव्यवस्था और ग्रामीण जीवन की आधारशिला बताया। इस दौरान किसानों की समस्याओं, अधिकारों और सरकारी जिम्मेदारियों पर स्पष्ट संदेश दिया गया। किसान दिवस का यह अवसर किसान हितों के प्रति राजनीतिक प्रतिबद्धता को रेखांकित करता नजर आया।
- किसान दिवस पर विधायक भूषण बाड़ा और जिप सदस्य जोशीमा खाखा ने दी शुभकामनाएं।
- किसानों को देश की रीढ़ और अन्नदाता बताते हुए उनके योगदान की सराहना।
- किसानों को उचित मूल्य, खाद-बीज और सिंचाई सुविधा देने की मांग।
- महिला किसानों की भूमिका को सम्मान और बराबरी देने पर जोर।
- किसान अधिकारों के लिए विधानसभा से सड़क तक संघर्ष का संकल्प।
कुरडेग प्रखंड में किसान दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में किसानों के प्रति सम्मान और संवेदनशीलता का भाव स्पष्ट रूप से देखने को मिला। इस मौके पर सिमडेगा जिला कांग्रेस अध्यक्ष सह माननीय विधायक भूषण बाड़ा तथा कांग्रेस महिला जिला अध्यक्ष सह जिला परिषद सदस्य जोशीमा खाखा ने जिले सहित पूरे राज्य के किसानों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। दोनों नेताओं ने किसानों के योगदान को याद करते हुए उनके अधिकारों और समस्याओं को प्रमुखता से उठाया।
विधायक भूषण बाड़ा का किसानों के नाम संदेश
किसान दिवस के अवसर पर विधायक भूषण बाड़ा ने किसानों को संबोधित करते हुए उन्हें देश की आत्मा बताया। उन्होंने कहा कि किसान दिन-रात खेतों में परिश्रम कर देश को अन्न के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाते हैं।
विधायक भूषण बाड़ा ने कहा: “किसानों के परिश्रम, त्याग और मेहनत से ही देश की अर्थव्यवस्था मजबूत होती है, लेकिन आज भी किसान कई समस्याओं से जूझ रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य, समय पर खाद और बीज, सिंचाई सुविधा और आधुनिक कृषि तकनीक उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए। विधायक बाड़ा ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि किसानों के हक और अधिकार के लिए वे हमेशा संघर्षरत रहेंगे।
विधायक भूषण बाड़ा ने कहा: “मैं विधानसभा से लेकर सड़क तक किसानों की आवाज बुलंद करता रहूंगा और उनके अधिकारों के लिए कभी पीछे नहीं हटूंगा।”
महिला किसानों पर जोशीमा खाखा का विशेष जोर
कांग्रेस महिला जिला अध्यक्ष सह जिप सदस्य जोशीमा खाखा ने अपने संबोधन में किसानों की भूमिका को ग्रामीण अर्थव्यवस्था से जोड़ते हुए विशेष रूप से महिला किसानों की स्थिति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि किसान केवल अन्नदाता ही नहीं, बल्कि गांव और समाज की आत्मा हैं।
जोशीमा खाखा ने कहा: “महिला किसान खेतों में पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करती हैं, लेकिन आज भी उन्हें वह सम्मान और अधिकार नहीं मिल पाता, जिसकी वे हकदार हैं।”
उन्होंने महिला किसानों के लिए सम्मान, सुरक्षा और बराबरी के अधिकार की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि कृषि क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी हमेशा किसानों के साथ खड़ी रही है और आगे भी उनके हितों की रक्षा के लिए काम करती रहेगी।
किसानों के लिए साझा संकल्प
किसान दिवस के इस अवसर पर विधायक भूषण बाड़ा और जिप सदस्य जोशीमा खाखा ने संयुक्त रूप से यह संकल्प लिया कि किसानों की समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर उठाया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास किए जाएंगे और नीतिगत स्तर पर उनकी आवाज को मजबूती से रखा जाएगा।
दोनों नेताओं ने किसानों से भी अपील की कि वे एकजुट होकर अपने अधिकारों के प्रति सजग रहें और लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रखें। उनका कहना था कि जागरूकता और एकता से ही किसानों की समस्याओं का स्थायी समाधान संभव है।
कार्यक्रम में दिखा उत्साह
किसान दिवस के अवसर पर कुरडेग प्रखंड में कांग्रेस कार्यकर्ताओं, ग्रामीणों और किसानों के बीच खासा उत्साह देखा गया। उपस्थित लोगों ने विधायक भूषण बाड़ा और जिप सदस्य जोशीमा खाखा के संदेश का स्वागत किया और किसान हित में उनके प्रयासों के लिए आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का माहौल किसानों के सम्मान और अधिकारों को लेकर सकारात्मक संदेश देता नजर आया।
न्यूज़ देखो: किसान मुद्दों पर राजनीतिक प्रतिबद्धता की झलक
कुरडेग में किसान दिवस के मौके पर दिए गए संदेश यह दर्शाते हैं कि किसान मुद्दे अब केवल औपचारिक शुभकामनाओं तक सीमित नहीं हैं। जनप्रतिनिधियों द्वारा किसानों की समस्याओं और अधिकारों पर खुलकर बात करना सकारात्मक संकेत है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि ये संकल्प नीतियों और योजनाओं में कैसे दिखाई देते हैं। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
किसान सम्मान से ही मजबूत होगा समाज
किसान दिवस हमें यह याद दिलाता है कि अन्नदाता के बिना देश की कल्पना अधूरी है। किसानों के अधिकार, सम्मान और सुरक्षा के लिए समाज और शासन दोनों की जिम्मेदारी बनती है।





