
#दुमका #स्थापना_दिवस : प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों संग छात्र-छात्राओं ने उत्साह से लगाई दौड़ – स्वस्थ और सशक्त झारखंड का संकल्प
- झारखंड की रजत जयंती पर दुमका में आयोजित हुआ “रन फॉर झारखंड” कार्यक्रम।
- प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों ने हरी झंडी दिखाने के साथ खुद भी दौड़ में लिया हिस्सा।
- स्कूली छात्र-छात्राएं, एनसीसी कैडेट्स और आमजन ने बढ़-चढ़कर भाग लिया।
- “स्वस्थ झारखंड, सशक्त झारखंड” के नारों से गूंज उठा शहर।
- उपायुक्त अभिजीत सिन्हा और अधिकारियों ने विजेताओं को किया सम्मानित।
झारखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर मंगलवार को दुमका में “रन फॉर झारखंड” का आयोजन किया गया, जिसमें जोश, उमंग और एकता का अद्भुत संगम देखने को मिला। इस अवसर पर प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों ने जहां हरी झंडी दिखाकर कार्यक्रम की शुरुआत की, वहीं खुद भी दौड़ में शामिल होकर युवाओं में उत्साह भर दिया। शहर की सड़कों पर ‘स्वस्थ झारखंड, सशक्त झारखंड’ के नारे गूंजते रहे।
उत्साह और जोश से भरा झारखंड स्थापना दिवस का जश्न
दुमका जिला मुख्यालय में मंगलवार सुबह से ही स्थापना दिवस को लेकर उत्साह का माहौल था। स्कूलों के बच्चे, कॉलेजों के छात्र, एनसीसी कैडेट्स, प्रशासनिक अधिकारी और आमजन एक ही मंच पर एकजुट होकर राज्य की रजत जयंती मना रहे थे। प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों के नेतृत्व में जब “रन फॉर झारखंड” की शुरुआत हुई, तो हर ओर जोश और गर्व की लहर दौड़ गई।
उपायुक्त अभिजीत सिन्हा ने कहा: “यह दौड़ राज्य की एकता, जोश और विकास की भावना का प्रतीक है। युवाओं की भागीदारी बताती है कि झारखंड का भविष्य उज्जवल है।”
युवा पीढ़ी ने दिया स्वस्थ समाज का संदेश
दौड़ में शामिल स्कूली बच्चों और युवाओं ने संदेश दिया कि झारखंड का विकास तभी संभव है जब हर नागरिक स्वस्थ और जागरूक रहेगा। प्रतिभागियों ने “हमारा झारखंड, हमारा गर्व” के नारे लगाते हुए राज्य के प्रति अपनी एकजुटता दिखाई। कार्यक्रम का उद्देश्य केवल दौड़ नहीं, बल्कि एकता, स्वास्थ्य और सकारात्मकता का संदेश देना था।
विजेताओं को किया गया सम्मानित
कार्यक्रम के अंत में उपायुक्त अभिजीत सिन्हा, प्रशिक्षु आईएएस अधिकारियों और जिला प्रशासन के अन्य पदाधिकारियों ने विजेताओं को प्रमाणपत्र और पुरस्कार देकर सम्मानित किया। सभी प्रतिभागियों के चेहरों पर उत्साह और गर्व झलक रहा था।
न्यूज़ देखो: एकता, उत्साह और संकल्प का प्रतीक बना “रन फॉर झारखंड”
दुमका में आयोजित यह आयोजन केवल खेल नहीं, बल्कि राज्य की एकजुटता का प्रतीक बना। झारखंड स्थापना दिवस का यह दृश्य दिखाता है कि युवा वर्ग न केवल अपने स्वास्थ्य बल्कि राज्य की उन्नति के लिए भी समर्पित है। प्रशासन की पहल और युवाओं की भागीदारी ने झारखंड की रजत जयंती को अविस्मरणीय बना दिया।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
झारखंड की नई दौड़, नए सपनों के साथ
यह “रन फॉर झारखंड” केवल एक आयोजन नहीं बल्कि एक संकल्प था—सशक्त, स्वस्थ और एकजुट झारखंड के निर्माण का। अब वक्त है कि हम सब भी इस सकारात्मक बदलाव में भागीदार बनें। अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को शेयर करें और राज्य के विकास की इस दौड़ में अपनी भूमिका निभाएं।





