
#सिमडेगा #राष्ट्रीयअंतरिक्षदिवस : विज्ञान मॉडल, पोस्टर और क्विज़ प्रतियोगिताओं में छात्रों की उत्साहपूर्ण भागीदारी
- 23 अगस्त 2025 को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर विविध गतिविधियों का आयोजन हुआ।
- मॉडल निर्माण, पोस्टर मेकिंग और क्विज़ प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
- उप प्राचार्य संजय कुमार सिन्हा ने अंतरिक्ष विज्ञान और भारत की उपलब्धियों पर विस्तार से जानकारी दी।
- विद्यालय के चारों सदनों – शिवालिक, अरावली, नीलगिरि और उदयगिरि ने प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया।
- कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ शिक्षक मनोज कुमार और अन्य शिक्षकों के मार्गदर्शन में हुआ।
राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस के अवसर पर सिमडेगा जिले के पीएम श्री जवाहर नवोदय विद्यालय, कोलेबिरा में विद्यार्थियों की रचनात्मकता और वैज्ञानिक सोच को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किए गए। इन प्रतियोगिताओं के जरिए बच्चों में अंतरिक्ष विज्ञान के प्रति उत्सुकता और सीखने की ललक को बढ़ावा मिला।
अंतरिक्ष दिवस का महत्व और विद्यार्थियों की सहभागिता
इस विशेष दिन पर विद्यालय परिवार ने अंतरिक्ष विज्ञान से जुड़ी कई गतिविधियों का आयोजन किया। उप प्राचार्य संजय कुमार सिन्हा ने छात्रों को बताया कि भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान में लगातार नई ऊंचाइयाँ हासिल की हैं। उन्होंने इसरो की उपलब्धियों और देश द्वारा प्रक्षेपित उपग्रहों की जानकारी साझा करते हुए विद्यार्थियों को प्रेरित किया।
रचनात्मक प्रतियोगिताओं में जोश
मॉडल निर्माण प्रतियोगिता में छात्रों ने रॉकेट, उपग्रह और अंतरिक्ष स्टेशन के मॉडल प्रस्तुत किए। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में रंग-बिरंगे चित्रों और नारों के माध्यम से बच्चों ने अंतरिक्ष की कल्पना और विज्ञान की शक्ति को दर्शाया। वहीं क्विज़ प्रतियोगिता में विद्यार्थियों ने अपनी ज्ञान-प्रतिभा का बेहतरीन प्रदर्शन किया।
शिक्षकों का मार्गदर्शन और वैज्ञानिक दृष्टिकोण
वरिष्ठ शिक्षक मनोज कुमार के साथ-साथ अमर कुमार (पीजीटी रसायन शास्त्र), हरनी कुमारी (पीजीटी जीव विज्ञान), अनु गुप्ता (टीजीटी विज्ञान) और पीजीटी भौतिकी शिक्षक के नेतृत्व में विद्यार्थियों को गहन ज्ञान प्रदान किया गया। इन शिक्षकों ने बच्चों को न सिर्फ प्रतियोगिता के लिए प्रेरित किया बल्कि अंतरिक्ष विज्ञान की नवीन जानकारियाँ भी उपलब्ध कराईं।

न्यूज़ देखो: बच्चों में जागृत हो रहा वैज्ञानिक दृष्टिकोण
इस आयोजन ने स्पष्ट किया कि ग्रामीण और छोटे कस्बों के विद्यालयों में भी बच्चे विज्ञान और नवाचार के क्षेत्र में आगे बढ़ने को तैयार हैं। ऐसे प्रयास न सिर्फ विद्यार्थियों के आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं बल्कि देश के वैज्ञानिक भविष्य की नींव भी मजबूत करते हैं।
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विज्ञान ही भविष्य की राह
राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम ने बच्चों में यह विश्वास जगाया कि वे भी भारत के वैज्ञानिक सपनों को साकार कर सकते हैं। अब समय है कि हम सब शिक्षा और विज्ञान को प्राथमिकता दें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि अधिक से अधिक लोग प्रेरित हो सकें।