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ठेठईटांगर में दुर्गा पूजा के अवसर पर बाघचट्टा पंचायत मैदान में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम का भव्य आयोजन

#सिमडेगा #सांस्कृतिक_कार्यक्रम : बाघचट्टा पंचायत में विजयादशमी के संदेश और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ कार्यक्रम संपन्न

ठेठईटांगर प्रखंड में दुर्गा पूजा और विजयादशमी के पावन अवसर पर बाघचट्टा पंचायत मैदान में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम ने सभी उपस्थित लोगों का मन मोह लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन झामुमो जिलाध्यक्ष अनिल कंडुलना, मुख्य संरक्षक मतियास बागे और अन्य प्रमुख अतिथियों ने फीता काटकर किया। समारोह में दशहरा का महत्व, बुराई पर अच्छाई की विजय और न्याय की स्थापना पर जोर दिया गया।

उद्घाटन और मुख्य संदेश

उद्घाटन के दौरान झामुमो जिलाध्यक्ष अनिल कंडुलना ने कहा:

“विजयादशमी का अर्थ है असत्य पर सत्य की, अधर्म पर धर्म की, अज्ञान पर ज्ञान की, और अन्याय पर न्याय की विजय। चाहे बुराई कितनी ही शक्तिशाली क्यों न हो, अंत में जीत अच्छाई और सच्चाई की ही होती है। यह त्यौहार भगवान श्रीराम द्वारा रावण पर विजय प्राप्त करने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है।”

मुख्य अतिथियों ने उपस्थित लोगों को दशहरा के धार्मिक, नैतिक और सामाजिक संदेशों से अवगत कराया और कहा कि यह पर्व समाज में नैतिक मूल्यों और सत्य के मार्ग को स्थापित करने का प्रतीक है।

सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और आयोजन का स्वरूप

कार्यक्रम में विभिन्न सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, नृत्य, गीत और नाट्य रूपों के माध्यम से दशहरा और विजयादशमी के महत्व को प्रस्तुत किया गया। मंच सज्जा, रोशनी और ध्वनि व्यवस्था ने कार्यक्रम को और भी भव्य बना दिया। ग्रामीणों और उपस्थित श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक प्रस्तुतियों का आनंद लिया।

प्रमुख उपस्थितगण

इस अवसर पर प्रमुख रूप से उपस्थित थे: मुख्य अतिथि अनिल कंडुलना, मुख्य संरक्षक मतियास बागे, जीप सदस्य आजय एक्का, प्रमुख बिपिन पंकज मिंज, मुखिया एलिजाबेत बागे, रेगरिह थाना प्रभारी, झामुमो केंद्रीय सदस्य नोवास केरकेट्टा, जिला उपाध्यक्ष रितेश बड़ाइक, जिला कोषाध्यक्ष राजेश टोप्पो, समाजसेवी दीपक लकड़ा, तथा कमिटी के अन्य सदस्य। इनकी सक्रिय भागीदारी ने कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित की।

न्यूज़ देखो: बुराई पर अच्छाई की विजय का संदेश सांस्कृतिक मंच पर

इस आयोजन ने यह संदेश स्पष्ट किया कि त्योहार केवल धार्मिक उत्सव नहीं, बल्कि नैतिक मूल्यों, समाजिक एकता और न्याय के प्रतीक हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से बच्चों और युवाओं में आस्था, नैतिकता और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना को भी बढ़ावा मिलता है।

हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

आस्था और संस्कृति के संगम में सक्रिय भागीदारी

त्योहारों में भाग लेकर समाज में नैतिकता, भक्ति और एकता का संदेश फैलाएँ। बच्चों और युवाओं को संस्कार और आदर्शों से जोड़ें। इस खबर को साझा करें, अपने विचार कमेंट करें और अपने समाज में अच्छाई और न्याय की भावना को मजबूत करें।

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