
#लातेहार #झारखंडरजतजयंती : विकास, रोजगार और आत्मनिर्भरता के संदेश के साथ मनाया गया झारखंड राज्य स्थापना दिवस
- गारू प्रखंड में झारखंड राज्य गठन की 25वीं वर्षगांठ पर रजत जयंती समारोह का आयोजन किया गया।
- कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रखंड प्रमुख सीता देवी ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में जिला परिषद सदस्य जीरा देवी और प्रखंड विकास पदाधिकारी अभय कुमार मौजूद रहे।
- समारोह में मनरेगा की उपलब्धियों, बागवानी योजनाओं और ग्रामीण रोजगार सृजन पर विस्तृत चर्चा हुई।
- उत्कृष्ट कार्य करने वाले मनरेगा कर्मी, मेट, बागवानी सखी और लाभार्थियों को सम्मानित किया गया।
- पंचायत स्तर पर प्रभात फेरी, ग्राम सभा और विशेष रोजगार दिवस का भी आयोजन हुआ।
झारखंड राज्य स्थापना की रजत जयंती के अवसर पर मंगलवार, 11 नवंबर 2025 को लातेहार जिले के गारू प्रखंड सभागार में भव्य समारोह का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य झारखंड की विकास यात्रा का उत्सव मनाना और मनरेगा जैसी योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करना रहा।
समारोह में उपस्थित सभी अतिथियों ने झारखंड के 25 वर्षों की उपलब्धियों, सामाजिक प्रगति और स्थानीय स्वावलंबन के महत्व पर प्रकाश डाला।
मनरेगा की सफलता बनी समारोह की थीम
कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत भाषण से हुई, जिसके बाद गणमान्य अतिथियों ने राज्य की उपलब्धियों और मनरेगा की भूमिका पर अपने विचार साझा किए।
प्रखंड प्रमुख सीता देवी ने कहा कि मनरेगा ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को नई दिशा दी है और बेरोजगारी कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस दौरान राज्य समन्वयक निहार रंजन महाराणा, परियोजना पदाधिकारी अभिमन्यु कुमार और विधायक प्रतिनिधि मनोज यादव ने भी मनरेगा योजनाओं से हुए विकास कार्यों की जानकारी दी।
प्रखंड प्रमुख सीता देवी ने कहा: “मनरेगा केवल रोजगार देने की योजना नहीं है, बल्कि यह आत्मनिर्भर झारखंड के निर्माण की नींव है।”
बीडीओ अभय कुमार ने कहा: “प्रत्येक पंचायत में रोजगार सृजन और बागवानी जैसी योजनाओं से ग्रामीण आज आर्थिक रूप से सशक्त हो रहे हैं।”
उत्कृष्ट कर्मियों का हुआ सम्मान
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण सम्मान समारोह रहा, जिसमें उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मियों और लाभार्थियों को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया।
मनरेगा के तहत 100 दिन मानव दिवस सृजन करने वाले दिलेश्वर यादव, पाँच बागवानी सखी, दो मेट, धागरटोला पंचायत के मुखिया, पंचायत सचिव और रोजगार सेवक को मंच पर सम्मानित किया गया।
इसके अलावा कंप्यूटर सहायक संतोष कुमार और कनीय अभियंता भरतपाल टोप्पो को भी उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मान मिला।
इन सम्मानित कर्मियों ने अपनी कार्यशैली और समर्पण से साबित किया कि सरकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में स्थानीय स्तर की भूमिका कितनी अहम होती है।
पंचायतों में उत्सव का जन-संवाद
गारू प्रखंड के अलावा सभी पंचायत स्तरों पर भी रजत जयंती समारोह का आयोजन किया गया।
प्रभात फेरी, विशेष ग्राम सभा और विशेष रोजगार दिवस के माध्यम से ग्रामीणों को झारखंड की विकास यात्रा और सरकारी योजनाओं से जोड़ने का प्रयास किया गया।
इन कार्यक्रमों में मेट्स, मनरेगा मजदूर, बागवानी सखी, ग्रामीण और पंचायत कर्मियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई।
इस अवसर पर स्थानीय बागवानी लाभुकों ने अपनी सफलता की कहानियां साझा कीं, जिससे अन्य ग्रामीणों को भी प्रेरणा मिली।
न्यूज़ देखो: रजत जयंती में झारखंडी मेहनतकशों का सम्मान
गारू प्रखंड का यह समारोह न सिर्फ झारखंड की 25 साल की विकास यात्रा का उत्सव था, बल्कि यह मेहनतकश ग्रामीणों और कर्मियों के योगदान का सम्मान भी बना।
मनरेगा के जरिए ग्रामीण क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता की जो भावना जागी है, वह झारखंड को विकास के अगले चरण की ओर ले जा रही है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
झारखंड की मेहनत, झारखंड का गौरव
झारखंड की रजत जयंती सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि 25 वर्षों की संघर्ष, मेहनत और विकास यात्रा का प्रतीक है।
हर ग्रामीण, हर मजदूर और हर महिला सखी इस कहानी का अभिन्न हिस्सा हैं।
अब समय है कि हम सब इस रफ्तार को और बढ़ाएं — अपने गांव, अपने जिले और अपने राज्य के विकास में हाथ बटाएं।
अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को साझा करें और झारखंड की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाएं।




