
#पटना #योगदिवस_मैटकांड — पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स परिसर में ‘योग बनाए निरोग’ कार्यक्रम के दौरान मुफ्त योगा मैट के लिए मची मारामारी, सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
- योग शुरू होने से पहले ‘मैट’ के लिए छिड़ गया संग्राम
- कार्यक्रम में मौजूद थे उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, मंगल पांडे और अन्य मंत्री
- मैट की संख्या कम, लेने वालों की भीड़ ज्यादा — हुआ धक्का-मुक्की
- स्थानीय पुलिस को करना पड़ा हस्तक्षेप, तब जाकर शांत हुआ मामला
- सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल, यूजर्स ने बताया ‘योग दिवस की विडंबना’
जब ‘योग बनाए निरोग’ कार्यक्रम में बिगड़ा अनुशासन
पटना के पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स परिसर में 21 जून को आयोजित योग दिवस कार्यक्रम ‘योग बनाए निरोग’ में एक असहज स्थिति उत्पन्न हो गई। कार्यक्रम में बिहार सरकार के मंत्री मंगल पांडे, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विजय कुमार सिन्हा, नितिन नवीन और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल सहित कई गणमान्य नेता मौजूद थे। उन्होंने मंच पर योग के महत्व और अनुशासन की बात की, लेकिन मंच के नीचे मैट पाने की होड़ में अनुशासन की धज्जियां उड़ती दिखीं।
कार्यक्रम शुरू होने से पहले मुफ्त योगा मैट बांटे जा रहे थे। लेकिन मैट की संख्या सीमित और मांग अधिक होने के कारण लोगों में धक्का-मुक्की और छीना-झपटी शुरू हो गई। कुछ लोग दूसरों से मैट छीनते दिखे, तो कुछ जमीन पर पड़े मैट को ‘अपना’ बताते हुए जमकर भिड़ गए।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ ‘मैट युद्ध’ का वीडियो
इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसमें लोग मैट को लपेटकर भागते और हाथापाई करते नजर आ रहे हैं। कई यूजर्स ने इसे “मैट लूट महाभारत” करार दिया है और सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किए हैं।
स्थिति इतनी बिगड़ गई कि स्थानीय पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और किसी तरह मामला शांत कराया गया। आयोजन स्थल पर मौजूद लोगों ने कहा कि योग जैसे शांतिपूर्ण अभ्यास के कार्यक्रम में ऐसी अफरा-तफरी शोभा नहीं देती।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया: “सारे मंत्री मंच से योग और अनुशासन की बात कर रहे थे और नीचे लोग ‘मैट लूट’ में मशगूल थे। ऐसे में असली संदेश कहीं खो गया।”
नेताओं का ध्यान ‘योगासन’ पर, जनता का ध्यान ‘मैटासन’ पर
कार्यक्रम में मंच से योग के फायदे बताए जा रहे थे — सूर्य नमस्कार, भुजंगासन, कपालभाति आदि की महत्ता पर प्रकाश डाला गया। लेकिन इन आसनों की जगह लोगों में “मैटासन” का क्रेज देखने को मिला। यह आयोजन बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित था, लेकिन भीड़ प्रबंधन में साफ चूक दिखी।
न्यूज़ देखो: जब ‘योग’ की जगह बन गया ‘तमाशा’
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस जैसे आध्यात्मिक और अनुशासित आयोजन में पटना में जो दृश्य सामने आया, उसने पूरे कार्यक्रम की गरिमा पर सवाल खड़े कर दिए। ‘निरोगी जीवन’ के लिए किए गए आयोजन में लोग ‘मैट’ के लिए इस कदर भिड़ गए कि योग का संदेश ही धुंधला हो गया। न्यूज़ देखो मांग करता है कि इस तरह के आयोजनों में भीड़ प्रबंधन और वितरण प्रणाली को पारदर्शी और सुनियोजित बनाया जाए।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जागरूक बनें, अनुशासित रहें — यही है असली योग
योग केवल शरीर नहीं, मन और समाज को भी संतुलन में रखने की कला है। ऐसे आयोजनों को केवल ‘मैट’ लेने का मौका नहीं, बल्कि आत्म अनुशासन और सामूहिक शांति का अनुभव बनाने का जरिया बनाएं। इस खबर पर अपनी राय कमेंट करें, इसे अपने मित्रों और परिजनों के साथ शेयर करें, और न्यूज़ देखो को रेट करना न भूलें।