
#गढ़वा #विद्यालय_पोषण : पीएम पोषण योजना के तहत आयोजित प्रशिक्षण में शिक्षकों को विद्यालयों में पोषण वाटिका निर्माण और बच्चों को पोषण शिक्षा देने का दिया गया प्रशिक्षण।
- कृषि विज्ञान केन्द्र गढ़वा के प्रशिक्षण भवन में एक दिवसीय प्रशिक्षण आयोजित।
- बिरसा कृषि विश्वविद्यालय और कृषि विज्ञान केन्द्र के संयुक्त सहयोग से कार्यक्रम।
- पीएम पोषण योजना अंतर्गत झारखंड राज्य मध्यान भोजन प्राधिकरण द्वारा संपोषित।
- गढ़वा जिले के 6 प्रखंडों से कुल 34 शिक्षक हुए प्रशिक्षित।
- प्रशिक्षित शिक्षक मास्टर ट्रेनर के रूप में करेंगे कार्य।
- संतुलित आहार और पोषण सुरक्षा पर दिया गया विशेष जोर।
आज दिनांक 13 दिसंबर 2025 को कृषि विज्ञान केन्द्र, गढ़वा के प्रशिक्षण भवन में विद्यालय पोषण वाटिका विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण बिरसा कृषि विश्वविद्यालय एवं कृषि विज्ञान केन्द्र, गढ़वा के सहयोग से संपन्न हुआ। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यालय स्तर पर पोषण जागरूकता को मजबूत करना और बच्चों को संतुलित आहार के महत्व से जोड़ना रहा।
पीएम पोषण योजना के तहत हुआ आयोजन
यह प्रशिक्षण पीएम पोषण योजना के अंतर्गत झारखंड राज्य मध्यान भोजन प्राधिकरण द्वारा संपोषित किया गया। कार्यक्रम में गढ़वा जिले के चिनिया, भंडरिया, केतार, धुरकी, मेराल सहित अन्य प्रखंडों से कुल 34 शिक्षकों ने भाग लिया। इन सभी शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर के रूप में प्रशिक्षित किया गया, ताकि वे अपने-अपने विद्यालयों में पोषण वाटिका का निर्माण कर सकें और अन्य शिक्षकों व विद्यार्थियों को भी प्रशिक्षित कर सकें।
विद्यालयों में पोषण वाटिका निर्माण पर जोर
प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य गढ़वा जिले के चयनित विद्यालयों में शिक्षकों के माध्यम से पोषण वाटिका का निर्माण कराना है। इसके साथ ही विद्यार्थियों को हरी सब्जियों, संतुलित आहार और पोषण संबंधी जानकारी देकर उन्हें स्वस्थ जीवनशैली के लिए प्रेरित करना भी कार्यक्रम का अहम लक्ष्य रहा।
पोषण सुरक्षा आज की सबसे बड़ी जरूरत
कार्यक्रम में उपस्थित वरीय वैज्ञानिक सह प्रधान ने अपने संबोधन में कहा कि आज के समय में पोषण सुरक्षा अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने दैनिक आहार में संतुलित पोषण को शामिल करना चाहिए, जिससे बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास बेहतर हो सके।
विशेषज्ञों ने दिया व्यावहारिक प्रशिक्षण
प्रशिक्षण सत्र में कृषि विज्ञान केन्द्र, गढ़वा के एसआरएफ श्री नवलेश कुमार तथा कृषि महाविद्यालय गढ़वा के सहायक प्राध्यापक सह कनीय वैज्ञानिक डॉ रोहित कुमार ने विस्तार से प्रशिक्षण दिया। उन्होंने पोषण वाटिका की स्थापना, सब्जियों की खेती, मौसमी फसलों का चयन और विद्यार्थियों की सहभागिता जैसे विषयों पर व्यावहारिक जानकारी साझा की।
बड़ी संख्या में शिक्षक और कर्मचारी रहे उपस्थित
कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र गढ़वा के सहायक श्री अमित बैठा, श्री सियाराम पाण्डेय, श्री राकेश रंजन चौबे, श्री कृष्ण कुमार चौबे सहित कई कर्मचारी मौजूद रहे। इसके साथ ही शिक्षक श्री राम भगत, नंदकिशोर सिंह, जगन्नाथ राम, अनिल राम एवं अन्य शिक्षकगण भी प्रशिक्षण में सक्रिय रूप से शामिल हुए।



न्यूज़ देखो: पोषण से शिक्षा तक मजबूत नींव
विद्यालय पोषण वाटिका जैसे कार्यक्रम बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा दोनों को मजबूत आधार देते हैं। शिक्षकों को मास्टर ट्रेनर बनाकर यह योजना जमीनी स्तर पर प्रभावी बदलाव ला सकती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
स्वस्थ बच्चे, सशक्त भविष्य
पोषण से ही शिक्षा मजबूत होती है और शिक्षा से समाज। ऐसे प्रशिक्षण कार्यक्रम विद्यालयों में सकारात्मक बदलाव लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हैं।
इस खबर को साझा करें और पोषण जागरूकता के इस अभियान को आगे बढ़ाने में अपनी भूमिका निभाएं।





