
#रांची #मॉनसून #बारिश_का_कहर : महज एक घंटे की बारिश से डूब गई राजधानी — जलजमाव से घरों में घुसा पानी, गाड़ियों से लेकर दुकानों तक सब बेहाल
- रविवार को एक घंटे की बारिश से रांची के कई इलाके जलमग्न
- पीपी कंपाउंड, कर्बला चौक, हरमू, अशोक विहार समेत दर्जनों घरों में घुसा पानी
- कई इलाकों में नालों का पानी बहता दिखा, पेड़ गिरने से बिजली आपूर्ति बाधित
- बड़ा तालाब क्षेत्र में रोड और तालाब का फर्क मिटा
- पहली बारिश में डूब चुकी थी रांची, नगर निगम के दावों की खुली पोल
तेज बारिश और बदहाल ड्रेनेज ने किया शहर को बेहाल
रविवार को हुई एक घंटे की तेज बारिश ने राजधानी रांची की नगर व्यवस्था की पोल खोल दी।
हरमू, पीपी कंपाउंड, कर्बला चौक, अशोक विहार एक्सटेंशन, बड़ा तालाब क्षेत्र समेत कई इलाकों में पानी इस कदर भर गया कि लोग घरों में कैद होकर रह गए।
कुछ इलाकों में तो सड़क और नाले का फर्क ही नहीं रहा।
दुकानों और घरों में पानी घुस गया, जिससे आमजन को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
पेड़ गिरे, बिजली आपूर्ति बाधित
बारिश के साथ तेज हवाओं ने भी कहर बरपाया।
कई इलाकों में पेड़ गिरने की घटनाएं सामने आईं, जिससे बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई।
कुछ स्थानों पर बिजली के पोल भी क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे संचार व्यवस्था भी बाधित रही।
पहली ही बारिश में बही व्यवस्थाएं
19 जून को हुई पहली मानसूनी बारिश में ही रांची की सड़कें नदियों में तब्दील हो गई थीं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने स्वयं इस स्थिति पर नाराज़गी जाहिर की थी।
इसके बाद नगर निगम और जिला प्रशासन को सक्रिय किया गया, नालों की सफाई और कंट्रोल रूम को एक्टिव करने के निर्देश दिए गए थे।
लेकिन रविवार की बारिश ने एक बार फिर नगर निगम की तैयारियों को कटघरे में खड़ा कर दिया।
नगर निगम का बयान: “टीम लगी है”
रांची नगर निगम की सहायक प्रशासक निहारिका तिर्की ने कहा:
“हमारी पूरी तैयारी है। कुछ समस्याएं हैं जिन्हें दूर करने की कोशिश की जा रही है। जलनिकासी के लिए टीमें लगी हुई हैं और हर संभव प्रयास जारी है।”
लेकिन जमीनी सच्चाई यह है कि लोगों के घरों में रात बिताने की भी जगह नहीं बची, और दुकानदार अपने नुक़सान से परेशान हैं।
न्यूज़ देखो: सिस्टम की सफाई या सिर्फ नालों की?
नगर निगम की हर बार की तरह की गई तैयारियां फिर से सवालों के घेरे में हैं।
रांची जैसे राजधानी शहर में महज एक घंटे की बारिश से शहर का अस्तित्व संकट में आ जाए, यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
अब वक्त है सिर्फ बयान नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई का।
न्यूज़ देखो इसी तरह जमीनी सच्चाई को सामने लाता रहेगा।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जागरूक नागरिक बनें, समाधान का हिस्सा बनें
अब समय है कि लोग भी अपने आस-पास नालों को अवरुद्ध न करें, प्रशासन को सूचित करें और सोशल मीडिया के माध्यम से सिस्टम पर दबाव बनाए रखें।
अगर आपकी कॉलोनी में भी जलजमाव है, तो हमें बताएं।
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