
#गढ़वा #जनजीवन_सुरक्षा : परसुखाड़ गांव के तालाब में मछली पकड़ने गए प्रमोद कोरवा डूब गए, पुलिस और ग्रामीण मिलकर तलाश कर रहे हैं
- परसुखाड़ गांव में सोमवार सुबह लगभग 8:00 बजे तालाब में मछली पकड़ते समय प्रमोद कोरवा उम्र लगभग 45 वर्ष डूब गए।
- घटना के समय उनके साथ विश्वनाथ कोरवा मौजूद थे, जिन्होंने तुरंत ग्रामीणों को सूचना दी।
- तालाब का पानी डेढ़ से दो पोरसा गहरा होने के कारण ग्रामीणों द्वारा खोजबीन असफल रही।
- चिनियां थाना प्रभारी अमित कुमार और उनकी टीम घटनास्थल पर पहुँचकर शव की तलाश कर रहे हैं।
- बीडीसी प्रतिनिधि और अन्य जनप्रतिनिधि भी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया।
- हादसे के बाद पूरे इलाके में शोक और तनाव का माहौल बन गया।
गढ़वा जिले के चिनियां थाना क्षेत्र के परसुखाड़ गांव में सोमवार की सुबह एक दर्दनाक हादसा हुआ। मछली पकड़ने तालाब पहुंचे प्रमोद कोरवा पानी में डूब गए और दोपहर तक शव नहीं मिला। घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीण और स्थानीय जनप्रतिनिधि मौके पर पहुंचे और तलाशी शुरू की। तालाब की गहराई और अचानक हुए हादसे के कारण शव का अभी तक बाहर निकलना संभव नहीं हुआ है।
घटना का विवरण
घटना के अनुसार, प्रमोद कोरवा अपने साथी विश्वनाथ कोरवा के साथ सुबह तालाब में मछली पकड़ने गए थे। विश्वनाथ ने बताया:
विश्वनाथ कोरवा ने कहा: “प्रमोद जाल लगाने के दौरान अचानक गहरे पानी में डूब गए, मैं तुरंत मदद के लिए लोगों को बुलाया।”
ग्रामीणों ने अपनी तरफ से तलाश की, लेकिन तालाब की गहराई और पानी की धाराओं के कारण सफलता नहीं मिली। घटना की जानकारी मिलते ही बीडीसी प्रतिनिधि और अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधि भी घटनास्थल पर पहुंचे।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
चिनियां थाना प्रभारी अमित कुमार और उनकी टीम घटनास्थल पर पहुँचकर तैराकों के साथ शव की तलाश में जुट गए। पुलिस और ग्रामीण मिलकर तलाशी अभियान जारी रखे हुए हैं।
थाना प्रभारी अमित कुमार ने कहा: “हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं, शव को जल्द से जल्द तालाब से बाहर निकालना हमारी प्राथमिकता है।”
हादसे की खबर से पूरे क्षेत्र में शोक और चिंता का माहौल बन गया है। घटनास्थल पर पुलिस प्रशासन और सैकड़ों ग्रामीण मौजूद हैं और शव की तलाश लगातार जारी है।

न्यूज़ देखो: परसुखाड़ तालाब हादसा
यह घटना दर्शाती है कि ग्रामीण इलाकों में सुरक्षा उपायों और चेतावनी संकेतों की कमी जानलेवा परिस्थितियाँ पैदा कर सकती है। प्रशासन और स्थानीय समुदाय की सक्रिय भागीदारी ऐसे हादसों को रोकने और त्वरित मदद सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
सुरक्षा और सजगता अपनाएं
ग्रामीणों और मछुआरों के लिए सुरक्षित मछली पकड़ने और तालाब में जाने की सावधानियाँ अपनाना अब जरूरी है। अपने परिवार और गांव वालों को सुरक्षा उपायों के बारे में बताएं, तालाब के गहरे हिस्सों से सावधानी बरतें और किसी भी हादसे की सूचना तुरंत प्रशासन को दें। अपनी राय कमेंट करें, खबर को साझा करें और अपने गांव में सुरक्षा और सतर्कता की पहल में सक्रिय रहें।





