#गढ़वा #जागरूकता_अभियान : Giants सेवा सप्ताह के छठे दिन स्कूल बच्चों में अंगदान और रक्तदान के महत्व को लेकर सेमिनार एवं प्रतियोगिताओं का आयोजन
- Giants सेवा सप्ताह के छठे दिन स्कूलिंग बच्चों के बीच अंगदान और रक्तदान पर सेमिनार आयोजित किया गया।
- पेंटिंग और लेख प्रतियोगिता में बच्चों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया और प्रथम, द्वितीय, तृतीय तथा सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किए।
- सेमिनार में पूर्व अध्यक्ष सह फेड पूर्व अध्यक्ष विनोद कमलापूरी ने अंगदान के महत्व और विभिन्न अंगों के दान से मिलने वाले लाभ समझाए।
- पूर्व अध्यक्ष मनोज केशरी और spl कमिटी सदस्य विजय केशरी ने रक्तदान की आवश्यकता और जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया।
- पूर्व फेड अध्यक्ष मदन केशरी ने आंख (cornea) दान से अंधापन मिटाने में योगदान पर प्रकाश डाला।
- कार्यक्रम में अशोक केशरी, रबीन्द्र केशरी, मनोज केशरी, उपाध्यक्ष चंद्र भूषण सिन्हा सहित कई सदस्य उपस्थित रहे।
Giants सेवा सप्ताह के छठे दिन गढ़वा में एक महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर स्कूलिंग बच्चों को अंगदान और रक्तदान के महत्व के प्रति sensitise किया गया। बच्चों ने पेंटिंग और लेख प्रतियोगिता में बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और अपने विचारों और कलात्मक क्षमताओं का प्रदर्शन किया। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय, तृतीय तथा सांत्वना पुरस्कार वितरित किए गए।
सेमिनार में अंगदान का महत्व
सेमिनार में पूर्व अध्यक्ष सह फेड पूर्व अध्यक्ष विनोद कमलापूरी ने अंगदान के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि मृत्यु के पश्चात यदि शरीर के अंग दान किए जाएं तो मेडिकल छात्रों और जरूरतमंद मरीजों को कई प्रकार के लाभ मिल सकते हैं। उन्होंने कहा कि किडनी, लिवर, पैंक्रियास, फेफड़े और आंख जैसे अंगों का दान मरीजों को नई जिंदगी दे सकता है।
विनोद कमलापूरी ने कहा: “अंगदान से मेडिकल छात्रों को प्रशिक्षण मिलेगा और मरीजों को जीवनदान मिलेगा। यह सामाजिक जिम्मेदारी निभाने का सर्वोत्तम तरीका है।”
रक्तदान और cornea दान पर चर्चा
पूर्व अध्यक्ष मनोज केशरी ने रक्तदान के महत्व और उसकी जरूरत पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वर्तमान दौर में और कुपोषण के कारण रक्त की आवश्यकता बढ़ गई है और इसे केवल दान से ही पूरा किया जा सकता है। वहीं, पूर्व फेड अध्यक्ष मदन केशरी ने cornea दान पर जोर देते हुए बताया कि देश में करोड़ों लोग बिना आंख के अंधापन झेल रहे हैं और मरणोपरांत आंख दान करके उनकी जिंदगी में रोशनी लाई जा सकती है।
विजय केशरी ने कहा: “रक्तदान दवा की दुकान में नहीं मिलता। हमारे दान से ही किसी का जीवन बचाया जा सकता है।”
कार्यक्रम में उपस्थित सदस्य और बच्चों की भागीदारी
इस कार्यक्रम में अशोक केशरी, रबीन्द्र केशरी, मनोज केशरी, उपाध्यक्ष चंद्र भूषण सिन्हा सहित कई Giants सेवा सप्ताह के सदस्य मौजूद थे। बच्चों ने प्रतियोगिताओं में बढ़चढ़कर भाग लिया और अंगदान और रक्तदान के महत्व पर अपने विचार साझा किए। इस आयोजन ने युवाओं में सामाजिक जिम्मेदारी और संवेदनशीलता को बढ़ावा दिया।
न्यूज़ देखो: युवाओं में अंगदान और रक्तदान के प्रति जागरूकता
न्यूज़ देखो ने इस कार्यक्रम की विस्तृत कवरेज के माध्यम से यह दिखाया कि कैसे स्थानीय संस्थाएं और समाजसेवी स्कूलिंग बच्चों के बीच जीवनदान और सामाजिक जिम्मेदारी के संदेश को फैलाते हैं। कार्यक्रम ने बच्चों और समाज में अंगदान और रक्तदान के प्रति गंभीरता और संवेदनशीलता पैदा की।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जिम्मेदार नागरिक बनें और जीवनदान को अपनाएं
समाज में जागरूकता फैलाने और जीवन बचाने में अपनी भूमिका निभाएं। अपनी राय कमेंट करें, खबर साझा करें और लोगों को अंगदान और रक्तदान के महत्व से अवगत कराएं।