
#हुसैनाबाद #शराब_वितरण : नए निजी बिक्री नियम के बावजूद दुकानदार एमआरपी से अधिक वसूली कर ग्राहकों के लिए मुश्किल खड़ी कर रहे हैं
- झारखंड में नई शराब खुदरा नीति 1 सितंबर 2025 से लागू।
- हुसैनाबाद, हैदरनगर और मोहम्मदगंज में शराब दुकानदार एमआरपी से अधिक वसूली कर रहे हैं।
- जेपी चौक और जपला छतरपुर रोड पर दुकानदारों और ग्राहकों में ओवर रेट को लेकर विवाद।
- ग्राहकों ने उपायुक्त और प्रशासन से कानूनी कार्रवाई की मांग की।
- शराब दुकानदारों की मनमानी वसूली से सामाजिक तनाव और हिंसा की आशंका।
झारखंड में नई शराब खुदरा बिक्री नीति 1 सितंबर 2025 से लागू होने के बाद निजी दुकानों में बिक्री शुरू हुई। लेकिन हुसैनाबाद अनुमंडल क्षेत्र में शराब दुकानदार एमआरपी का उल्लंघन कर ग्राहकों से अतिरिक्त राशि वसूल रहे हैं। इससे शहर के जेपी चौक और जपला छतरपुर रोड स्थित दुकानों पर ग्राहकों और दुकानदारों में रोजाना विवाद की स्थिति बन रही है।
ग्राहकों का कहना है कि एमआरपी पर शराब लेने पर उन्हें दुकान से शराब नहीं दी जाती और अधिक कीमत चुकाने पर ही शराब मिलती है। उदाहरण के तौर पर, जेपी चौक स्थित एक दुकान से इंपीरियल ब्लू की हॉफ बोतल का प्रिंटेड रेट 340 रुपये था, लेकिन दुकानदार ने ग्राहक से 400 रुपये वसूले।
प्रशासन की उदासीनता और ग्राहकों की नाराजगी
ग्राहकों ने पलामू उपायुक्त और स्थानीय प्रशासनिक अधिकारियों से मांग की है कि अवैध वसूली करने वाले दुकानदारों पर कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि इस मामले पर ध्यान नहीं दिया गया तो रेट को लेकर कभी-कभी हिंसा या मारपीट की घटनाएं भी हो सकती हैं।
स्थानीय लोग बताते हैं कि हुसैनाबाद, हैदरनगर और मोहम्मदगंज में यह अवैध वसूली का धंधा खुलकर जारी है। नीचे से लेकर ऊपर तक, दुकानदारों की मनमानी रकम वसूली की जाती है, जिससे उनकी मानसिकता और मनोबल बढ़ रहा है।
ग्राहक ने कहा: “हम प्रिंटेड रेट पर शराब लेना चाहते हैं, लेकिन दुकानदार मनमानी वसूली कर हमारे साथ मारपीट जैसी स्थिति भी पैदा कर सकते हैं। प्रशासन को अब कदम उठाना होगा।”
सामाजिक और कानूनी प्रभाव
ओवर रेट वसूली केवल आर्थिक हानि का कारण नहीं है, बल्कि इससे समाज में तनाव और विवाद की संभावना बढ़ रही है। शराब की मनमानी बिक्री रोकने और कानून के पालन के लिए प्रशासनिक हस्तक्षेप आवश्यक हो गया है।
न्यूज़ देखो: हुसैनाबाद में शराब ओवर रेट पर प्रशासन की नींद और ग्राहक असंतोष
यह मामला दर्शाता है कि नई शराब नीति लागू होने के बावजूद स्थानीय दुकानदार कानून का उल्लंघन कर रहे हैं। यह ग्राहकों की सुरक्षा और सामाजिक शांति के लिए गंभीर चुनौती है। प्रशासन को तुरंत और सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि ग्राहकों का विश्वास बहाल हो और दुकानों पर कानून का शासन कायम रहे।
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सजग रहें, सक्रिय बनें और कानून का समर्थन करें
ग्राहक और नागरिक, अपने अधिकारों के प्रति सजग रहें। शराब की मनमानी बिक्री पर आवाज उठाएं और प्रशासन तक अपनी शिकायत पहुंचाएं। इस खबर को साझा करें और दूसरों को जागरूक करें ताकि हुसैनाबाद में कानून और व्यवस्था कायम रहे।