
#पलामू #राष्ट्रीयखेलदिवस : बच्चों ने कला, ज्ञान और वक्तृत्व में दिखाई अपनी प्रतिभा
- 23 अगस्त 2025 को प्रखंड संसाधन केंद्र पांडू में हुआ आयोजन।
- पेंटिंग प्रतियोगिता में अर्चना कुमारी (रत्नाग) और अक्षय शर्मा (तीसीबार खुर्द) ने प्रथम स्थान पाया।
- भाषण प्रतियोगिता में काजल कुमारी (रत्नाग) प्रथम और सोनिया प्रवीण (पांडू) द्वितीय रहीं।
- क्विज़ प्रतियोगिता में प्रीति कुमारी (रत्नाग) व सूरज कुमार (तीसीबार खुर्द) ने बाजी मारी।
- कार्यक्रम में बीपीओ मणि कुमार पांडे और विष्णुदेव कुमार की उपस्थिति रही।
राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर पांडू में विद्यार्थियों की प्रतिभा निखरी। प्रखंड संसाधन केंद्र, पांडू में 23 अगस्त 2025 को आयोजित पेंटिंग, क्विज़ और भाषण प्रतियोगिता में बालक-बालिकाओं ने अपनी रचनात्मकता और ज्ञान का शानदार प्रदर्शन किया।
पेंटिंग प्रतियोगिता में उभरे नन्हें कलाकार
बालिका वर्ग से अर्चना कुमारी (कक्षा 5, पीएमश्री स्त्रो. +2 उच्च विद्यालय रत्नाग) प्रथम स्थान पर रहीं। बालक वर्ग में अक्षय शर्मा (कक्षा 6, यूएमएस तीसीबार खुर्द) ने पहला स्थान प्राप्त कर विद्यालय का नाम रोशन किया।
भाषण प्रतियोगिता में छात्राओं की चमक
भाषण प्रतियोगिता में काजल कुमारी (कक्षा 10, पीएमश्री +2 हाई स्कूल रत्नाग) ने उत्कृष्ट वक्तृत्व के दम पर प्रथम स्थान पाया। वहीं सोनिया प्रवीण (राजकीय +2 उच्च विद्यालय पांडू) द्वितीय स्थान पर रहीं।
क्विज़ प्रतियोगिता में ज्ञान का जलवा
बालिका वर्ग में प्रीति कुमारी (रत्नाग +2 हाई स्कूल) प्रथम, नैना कुमारी (राजकीय मध्य विद्यालय पांडू) द्वितीय और राधा कुमारी (कक्षा 8, राजकीय मध्य विद्यालय कुलिया) तृतीय स्थान पर रहीं।
बालक वर्ग में सूरज कुमार (कक्षा 8, राजकीय मध्य विद्यालय तीसीबार खुर्द) प्रथम, आदित्य कुमार (कक्षा 8, राजकीय मध्य विद्यालय रबरा) द्वितीय और रोहन कुमार (कक्षा 8, राजकीय मध्य विद्यालय मुसीखखाफ) तृतीय स्थान पर रहे।
सफल आयोजन और उत्साहजनक भागीदारी
इस प्रतियोगिता का संचालन सहायक शिक्षक अनुपम तिवारी की देखरेख में हुआ। कार्यक्रम में बीपीओ मणि कुमार पांडे और विष्णुदेव कुमार ने उपस्थित रहकर प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया।
न्यूज़ देखो: खेलों से आगे बढ़ता है व्यक्तित्व विकास
राष्ट्रीय खेल दिवस पर आयोजित इस प्रतियोगिता ने साबित किया कि खेल, कला और शिक्षा केवल शरीर ही नहीं बल्कि व्यक्तित्व निर्माण में भी अहम भूमिका निभाते हैं। बच्चों के उत्साह ने पांडू की पहचान को और ऊँचा किया।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
खेलों और प्रतियोगिताओं से मिलता है आत्मविश्वास
आज के बच्चे कल के भविष्य हैं। ऐसे आयोजनों से उनमें अनुशासन, प्रतिस्पर्धा और आत्मविश्वास की भावना विकसित होती है। अब समय है कि हम सब खेल और शिक्षा दोनों को समान महत्व दें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि और बच्चे भी प्रेरित हों।