
- पलामू में कांग्रेस की बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं का हंगामा।
- जिलाध्यक्ष जैशरंजन पाठक पर संगठन को कमजोर करने और बीजेपी से मिलीभगत के आरोप।
- अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष जीशान खान ने जिलाध्यक्ष बदलने की मांग की।
- प्रदेश प्रभारी और वरिष्ठ नेताओं ने विवाद शांत कराने की कोशिश की।
बैठक में कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हंगामा
झारखंड कांग्रेस में अंदरूनी कलह एक बार फिर सामने आई जब पलामू जिला कांग्रेस कार्यालय में आयोजित बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं ने जमकर बवाल किया। यह बैठक संगठन सशक्तिकरण अभियान के तहत बुलाई गई थी, लेकिन बैठक में जिलाध्यक्ष जैशरंजन पाठक उर्फ बिट्टू सिंह के खिलाफ जबरदस्त विरोध शुरू हो गया।
बीजेपी की ‘बी टीम’ होने के आरोप
बैठक में मौजूद अल्पसंख्यक मोर्चा के जिलाध्यक्ष जीशान खान ने जैशरंजन पाठक पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी की बी टीम के रूप में काम किया।
“जिलाध्यक्ष ने संगठन को कमजोर किया और बीजेपी के लिए काम किया। पार्टी नेतृत्व को इसे गंभीरता से लेकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।” – जीशान खान
उन्होंने पलामू में कांग्रेस जिलाध्यक्ष बदलने की मांग की और कहा कि ऐसे लोगों के रहते कांग्रेस मजबूत नहीं हो सकती।
वरिष्ठ नेताओं ने मामला शांत कराया
इस हंगामे के दौरान बैठक में कांग्रेस के नये प्रदेश प्रभारी के. राजू, प्रदेश अध्यक्ष केशव कमलेश महतो, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय, पूर्व मंत्री के.एन. त्रिपाठी और बादल पत्रलेख मौजूद थे। नेताओं ने कार्यकर्ताओं को शांत कराते हुए संगठन में सुधार के लिए सभी की राय लेने का आश्वासन दिया।
‘न्यूज़ देखो’ की नज़र:
झारखंड कांग्रेस की अंदरूनी कलह आगामी चुनावों से पहले पार्टी के लिए एक बड़ी चुनौती साबित हो सकती है।
- क्या कांग्रेस नेतृत्व जिलाध्यक्ष के खिलाफ कोई कार्रवाई करेगा?
- क्या पलामू कांग्रेस में बदलाव की शुरुआत होगी?
- झारखंड में कांग्रेस संगठन की मजबूती को लेकर क्या कदम उठाए जाएंगे?
‘न्यूज़ देखो’ इस मुद्दे पर अपनी नजर बनाए रखेगा और आपको हर अपडेट पहुंचाएगा।