पलामू: ईद की नमाज शांतिपूर्ण प्रदर्शन के साथ, काली पट्टी लगाकर नमाज अदा की

#पलामू – ईद उल फितर पर शांतिपूर्ण प्रदर्शन, वक्फ बोर्ड संशोधन बिल के खिलाफ उठी आवाज:

शांतिपूर्ण विरोध के बीच ईद की नमाज

पलामू जिला के हुसैनाबाद और हैदरनगर की विभिन्न मस्जिदों में मुसलमानों ने ईद उल फित्र की नमाज अदा करने के दौरान काली पट्टी और काला बिल्ला लगाकर केंद्र सरकार के वक्फ बोर्ड संशोधन बिल का विरोध किया। नमाज के बाद सभी मस्जिदों के बाहर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया गया और बिल को वापस लेने की मांग उठाई गई।

धार्मिक स्वतंत्रता पर साजिश का आरोप

हैदरनगर की बड़ी मस्जिद के पेश इमाम अहमद अली खान रजवी ने सबसे पहले सभी देशवासियों को ईद की मुबारकबाद दी और फिर वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को लेकर सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा—

“सरकार हमारी धार्मिक आजादी पर रोक लगाने की साजिश कर रही है। मुसलमानों द्वारा चार-पांच सौ साल पहले दान की गई मदरसा, मस्जिद और कब्रिस्तान की जमीन पर कब्जा करने की योजना बनाई जा रही है। इन पवित्र स्थलों का इस्तेमाल धार्मिक कार्यों और शिक्षा के लिए किया जाता है, लेकिन सरकार इन्हें अपने फायदे के लिए इस्तेमाल करना चाहती है।”

बिल के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी

पेश इमाम ने आगे कहा कि केंद्र और राज्य सरकार को हमारे धार्मिक कानूनों में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा—

“वक्फ बोर्ड संशोधन बिल से हमारी धार्मिक आजादी सीमित हो रही है, जिसे हम किसी कीमत पर लागू नहीं होने देंगे। अगर जरूरत पड़ी, तो हम सड़कों पर उतरकर भी विरोध करेंगे और अपनी जान भी देने के लिए तैयार रहेंगे।”

उन्होंने केंद्र सरकार से देश में 2014 से पहले जैसा सौहार्दपूर्ण माहौल बनाए रखने की अपील की और कहा—

“हमें सौगात ए मोदी नहीं चाहिए, बल्कि हमें बस देश में भाईचारे का माहौल चाहिए, जहां हिंदू, मुस्लिम, सिख और ईसाई सभी प्यार और मोहब्बत के साथ रहें।”

‘न्यूज़ देखो’ की नज़र

पलामू जिले में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल के खिलाफ ईद के मौके पर हुआ शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन एक अहम संकेत है। क्या यह विरोध सरकार तक अपनी आवाज पहुंचाने में सफल होगा? इस मुद्दे पर आपकी राय क्या है? अपनी प्रतिक्रिया कमेंट बॉक्स में दें और न्यूज़ को रेट करें। ‘हर खबर पर रहेगी हमारी नजर’।

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