
#PalamuNews #Dream11Winner #IPL2025Fantasy | झारखंड के पलामू जिले से चमकी किस्मत, 8 साल की मेहनत लाई रंग
- पलामू के रवि मेहता ने ड्रीम 11 में जीते 3 करोड़ रुपये
- केवल 49 रुपये की टीम बनाकर बदली किस्मत
- पिता मजदूरी करते हैं, रवि चलाता है किराना दुकान
- 5 लाख रुपये हारने के बावजूद नहीं मानी हार
- रकम से खरीदेगा जमीन और करेगा व्यवसाय
- ड्रीम 11 लीगल फैंटेसी गेम, ऑनलाइन सट्टा नहीं
मजदूर का बेटा, 8 साल की मेहनत के बाद मिली जीत
झारखंड के पलामू जिले के कौड़िया, तेलियाबांध निवासी रवि मेहता ने ड्रीम 11 में 3 करोड़ रुपये की बड़ी जीत दर्ज की है। यह जीत उन्होंने आईपीएल 2025 के एक मुकाबले में केवल 49 रुपये की टीम बनाकर हासिल की।
“मैं ड्रीम 11 में अब तक 5 लाख रुपये हार चुका था, लेकिन हार नहीं मानी… आज 3 करोड़ जीतकर खुशी से नींद नहीं आ रही,” — रवि मेहता
रवि ने बताया कि उन्होंने गुजरात टाइटंस और राजस्थान रॉयल्स के मैच में अपनी टीम बनाई थी।
छोटी दुकान से करोड़ों तक का सफर
रवि एक मजदूर के बेटे हैं और घर के सामने किराने की छोटी दुकान चलाते हैं। जीत की खबर फैलते ही इलाके में खुशी की लहर दौड़ गई और लोग बधाई देने घर पहुंचने लगे।
उनके मुताबिक उन्होंने 8 सालों से लगातार ड्रीम 11 खेला, कई बार हार का सामना किया, लेकिन हार नहीं मानी।
परिवार की प्रतिक्रिया: पहले मना किया, अब खुशी का माहौल
रवि के माता-पिता ने बताया कि उन्हें हमेशा चिंता होती थी कि बेटा ड्रीम 11 में रुपये हार रहा है।
“हम लोग मना करते थे, वह मानता नहीं था। अब 3 करोड़ जीतकर घर का नाम रोशन कर दिया,” — रवि की माता
अब परिवार की आर्थिक स्थिति बेहतर होने की उम्मीद है।
बिजनेस में लगाएंगे पैसे, पहले जमीन खरीदेगा
रवि ने बताया कि वह अपनी इस जीत की राशि को सबसे पहले जमीन खरीदने में लगाएगा। इसके बाद वह कोई व्यवसाय शुरू करेगा ताकि परिवार की आर्थिक स्थिति मजबूत हो सके।
क्या है ड्रीम 11 और क्या ये सट्टा है?
कई लोग ड्रीम 11 को ऑनलाइन सट्टा मानते हैं, लेकिन यह एक लीगल फैंटेसी गेमिंग प्लेटफॉर्म है। भारत में कुछ राज्यों को छोड़कर इसे कानूनी मंजूरी मिली हुई है।
Disclaimer: Fantasy games आदत बना सकते हैं और आर्थिक जोखिम ला सकते हैं। ‘न्यूज़ देखो’ ऐसे किसी प्लेटफॉर्म का प्रचार नहीं करता।
न्यूज़ देखो – मेहनत और हौसले की जीत
झारखंड के छोटे गाँव से उठकर रवि मेहता ने यह दिखा दिया कि मेहनत और उम्मीद कभी बेकार नहीं जाती। उनकी यह जीत युवाओं के लिए एक प्रेरणा है कि अगर हिम्मत न हारें तो कभी न कभी सफलता ज़रूर मिलेगी।
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