
#पलामू #घरेलूविवाद #हत्या — जमीन विवाद की पृष्ठभूमि में उभरे छोटे विवाद ने ली जान, पुलिस की त्वरित कार्रवाई
- देवताही गांव में बकरी बांधने को लेकर हुआ था मामूली विवाद
- हमले में घायल महिला की 20 दिन बाद इलाज के दौरान मौत
- फूलमनिया देवी और उसकी दो बेटियां रंजू और अंजू कुमारी गिरफ्तार
- लकड़ी के पीढ़ा से महिला पर किया गया था जानलेवा हमला
- पुलिस ने कार्रवाई कर तीनों को न्यायिक हिरासत में भेजा
- पड़ोसियों के बीच चल रहा था पुराना जमीन विवाद
घटना की शुरुआत एक बकरी को खूंटे से बांधने से हुई
पलामू जिले के छतरपुर थाना क्षेत्र के देवताही गांव में एक साधारण घरेलू विवाद ने खौफनाक रूप ले लिया। 3 अप्रैल की शाम को शांति देवी नामक महिला अपनी बहन के साथ बकरी बांध रही थीं। इसी दौरान उनके गोतिया की महिला फूलमनिया देवी और उसकी दो बेटियों रंजू व अंजू कुमारी से कहासुनी हो गई।
विवाद इतना बढ़ गया कि फूलमनिया देवी और उसकी बेटियों ने लकड़ी के पीढ़ा से शांति देवी पर हमला कर दिया। हमला इतना भीषण था कि शांति देवी गंभीर रूप से घायल हो गईं। परिजनों ने उन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया, लेकिन 24 अप्रैल को उन्होंने दम तोड़ दिया।
जमीन विवाद से उपजा क्रोध बना हत्या की वजह
पुलिस जांच में सामने आया है कि दोनों पक्षों के बीच पहले से जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। छतरपुर थाना प्रभारी प्रशांत प्रसाद ने बताया कि बकरी बांधने की घटना उस पुराने विवाद की परिणति थी, जो इस दुखद घटना में तब्दील हो गई।
“पीड़िता और आरोपियों के परिवारों के बीच लंबे समय से ज़मीन को लेकर विवाद था, बकरी बांधने की बात उस दिन की ट्रिगर थी।” — प्रशांत प्रसाद, थाना प्रभारी
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपी महिलाओं को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस ने हत्या और साजिश की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है।
गांव में तनाव, लेकिन प्रशासन सतर्क
घटना के बाद देवताही गांव में तनाव का माहौल है, लेकिन पुलिस की मौजूदगी से स्थिति नियंत्रण में है। ग्रामीणों के अनुसार, इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटना ने पूरे गांव को चौंका कर रख दिया है, क्योंकि यह विवाद केवल एक बकरी को खूंटे से बांधने की बात से शुरू हुआ था।
न्यूज़ देखो : घरेलू विवादों में छिपे खतरे को उजागर करता एक उदाहरण
‘न्यूज़ देखो’ ऐसे मामलों को सामने लाता है जो समाज के भीतर छुपे हुए तनाव और हिंसा को उजागर करते हैं। पलामू की यह घटना दिखाती है कि छोटे-छोटे घरेलू झगड़े, अगर समय रहते सुलझाए न जाएं, तो भयंकर रूप ले सकते हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
समय रहते समाधान ही है बचाव का रास्ता
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