
हाइलाइट्स :
- गंभीर हालत में रांची रिम्स में भर्ती किया गया महफूज अहमद।
- परिजनों ने पुलिस पर बर्बर पिटाई का आरोप लगाया।
- गिरफ्तारी के दौरान पुलिस ने हथियार और गोलियां बरामद की थी।
- थाना प्रभारी बोले – भागने की कोशिश में टूटा हाथ।
- परिजनों ने महफूज के इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराने की मांग की।
गंभीर हालत में रांची रिम्स में भर्ती
पलामू (झारखंड) : पलामू जिले के पांकी थाना क्षेत्र के कारीमाटी गांव में लूट की योजना बनाते गिरफ्तार किए गए महफूज अहमद (24) की हालत बेहद गंभीर है। उसे बेहतर इलाज के लिए रांची रिम्स में भर्ती कराया गया है। महफूज के परिजनों का आरोप है कि पुलिस की बर्बर पिटाई के कारण उसकी यह हालत हुई है। शनिवार को परिजनों ने उसे निजी अस्पताल में भर्ती कराने की गुहार लगाई।
पुलिस ने हथियार और गोलियां बरामद की थी
छह मार्च को पलामू जिले की पांकी पुलिस ने महफूज अहमद और उसके तीन अन्य साथियों को गिरफ्तार किया था, जब वे लूट की योजना बना रहे थे। पुलिस ने उनके पास से हथियार और गोलियां बरामद की थी। गिरफ्तारी के बाद महफूज को केंद्रीय कारा मेदिनीनगर भेजा गया, लेकिन तबीयत बिगड़ने पर एमआरएमसीएच में भर्ती कराना पड़ा। स्थिति गंभीर होने पर उसे रांची रिम्स रेफर किया गया, जहां वह पुलिस सुरक्षा में इलाज करा रहा है।
पुलिस पर टॉर्चर करने का आरोप
महफूज के परिजनों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि उसे गिरफ्तार कर बुरी तरह पीटा गया। परिजनों के अनुसार, महफूज और उसके मकान मालिक को एक मार्च को नावाबाजार पुलिस ने गिरफ्तार किया था। दो दिन तक पुलिस ने कोई जानकारी नहीं दी। तीन मार्च को महफूज का बायां हाथ तोड़ दिया और उसे बुरी तरह टॉर्चर किया गया। परिजनों ने लगातार जानकारी मांगी, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। पांच मार्च को कोर्ट में आवेदन देने के बाद अधमरी हालत में उसे पेश किया गया और फिर जेल भेज दिया गया।
महफूज की हालत नाजुक
परिजनों का कहना है कि महफूज रिम्स में लगातार बेहोश है और जीवन-मौत के बीच झूल रहा है। उन्होंने कहा कि अगर महफूज ने अपराध किया था, तो उसे कानून के तहत सजा मिलनी चाहिए थी, न कि बर्बर पिटाई। महफूज गांव में चिकित्सक का काम करता था, लेकिन अब उसकी गंभीर हालत से परिवार में चिंता बढ़ गई है।
थाना प्रभारी ने दी सफाई
पांकी थाना प्रभारी राजेश रंजन ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि महफूज की गिरफ्तारी के दौरान वह भागने की कोशिश कर रहा था, जिससे उसका हाथ टूट गया। पुलिस के अनुसार, कोर्ट में पेशी के बाद उसकी हालत में कोई गंभीर बदलाव नहीं आया था। थाना प्रभारी ने कहा कि महफूज की बिगड़ती हालत की जांच की जा रही है।
‘न्यूज़ देखो’ की नज़र हर खबर पर
पलामू में हुई इस घटना ने कानून व्यवस्था और पुलिसिया कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या महफूज के साथ अत्यधिक बल प्रयोग किया गया? अगर पुलिस पर लगे आरोप सही हैं, तो क्या दोषियों पर कार्रवाई होगी? ‘न्यूज़ देखो’ इस मामले पर नजर बनाए रखेगा। अपनी राय हमें कमेंट में जरूर दें और जुड़े रहें ‘न्यूज़ देखो’ के साथ, जहां हर खबर पर रहेगी हमारी नज़र।