पलामू में डाल्टनगंज और छत्तरपुर में उम्मीदवार पर असमंजस
पलामू: झारखंड विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम समय सीमा में अब मात्र 96 घंटे शेष हैं, लेकिन इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों को लेकर अभी भी संशय बना हुआ है। दूसरी ओर, एनडीए ने पलामू की पांचों विधानसभा सीटों के लिए अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। हालाँकि, इंडिया गठबंधन की प्रमुख पार्टी कांग्रेस ने 21 प्रत्याशियों की सूची जारी की है, पर पलामू की महत्वपूर्ण सीटों – पांकी, डालटनगंज, छत्तरपुर, विश्रामपुर और हुसैनाबाद – के लिए अब तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।
हुसैनाबाद में संभावित उम्मीदवार
हुसैनाबाद से राजद के संजय कुमार सिंह यादव का नाम लगभग तय माना जा रहा है, हालांकि अब तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। संजय कुमार सिंह यादव ने नामांकन पत्र भी खरीद लिया है, जिससे उनके नाम पर मुहर लगने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।
डालटनगंज में टिकट की खींचतान
डालटनगंज विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के चुनाव लड़ने की संभावना है, लेकिन टिकट के लिए अंतिम मुकाबला पूर्व मंत्री केएन त्रिपाठी और बिट्टू पाठक के बीच जारी है। दोनों ने नामांकन पत्र खरीद लिया है, लेकिन अभी तक टिकट की घोषणा नहीं हो पाई है। राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं हैं कि डालटनगंज से झारखंड के एक बड़े राजनीतिक हस्ती के बेटे को टिकट मिलने की संभावना है।
छत्तरपुर में राजद और कांग्रेस के बीच पेंच
छत्तरपुर में राजद और कांग्रेस के बीच टिकट का पेंच फंसा हुआ है। 2019 के विधानसभा चुनाव में राजद यहां दूसरे स्थान पर रही थी, इसलिए इस बार भी पार्टी से ममता भुईयां, विजय राम, और एक अन्य प्रत्याशी के नाम पर चर्चा चल रही है। राजद से पांच बार के विधायक भी टिकट के लिए दौड़ में शामिल हो गए हैं, जिससे यहां मुकाबला और जटिल हो गया है।
विश्रामपुर में तगड़ा मुकाबला
विश्रामपुर में स्थिति और भी जटिल है, क्योंकि कांग्रेस और राजद दोनों इस सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। कांग्रेस से पूर्व मंत्री ददई दुबे और राजद से नरेश सिंह के बीच टिकट को लेकर खींचतान जारी है। राजनीतिक सूत्रों का कहना है कि अगर डालटनगंज से किसी बड़े प्रत्याशी का टिकट कटता है, तो उसे विश्रामपुर से भेजा जा सकता है।
पांकी में भी असमंजस
पांकी विधानसभा क्षेत्र से टिकट के लिए बिट्टू सिंह और लाल सूरज के बीच कड़ा मुकाबला है। दोनों ने नामांकन पत्र ले लिया है, लेकिन अभी तक यह साफ नहीं है कि किसे अंतिम टिकट मिलेगा।
पलामू की इन सीटों पर प्रत्याशियों को लेकर जारी असमंजस इंडिया गठबंधन की रणनीति को प्रभावित कर सकता है, क्योंकि एनडीए पहले ही अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर चुका है। अब देखना होगा कि अंतिम समय में गठबंधन किन नामों पर मुहर लगाता है।