#पलामू #डीसीसीबैठक : महिलाओं के लिए ऋण सुविधा बढ़ाने और बीमा क्लेम निपटान में तेजी लाने पर जोर
- उप विकास आयुक्त जावेद हुसैन की अध्यक्षता में बैठक आयोजित हुई।
- जेएसएलपीएस द्वारा क्रेडिट लिंकेज और ऋण निकासी की प्रगति रिपोर्ट पेश की गई।
- बैंकों को व्यक्तिगत ऋण और बीमा क्लेम निपटान में तेजी लाने के निर्देश दिए गए।
- अगले एक माह में 200 महिला उद्यमियों को व्यक्तिगत ऋण उपलब्ध कराने का लक्ष्य।
- बीमा क्लेम लंबित रहने पर उप विकास आयुक्त ने जताई नाराजगी।
जिले के उप विकास आयुक्त जावेद हुसैन की अध्यक्षता में शुक्रवार को जिला समन्वय समिति की बैठक आयोजित हुई। बैठक में महिला सशक्तिकरण के तहत वित्तीय गतिविधियों की प्रगति पर चर्चा की गई। बैंकों और जेएसएलपीएस को बेहतर समन्वय के साथ काम करने का निर्देश दिया गया। बैठक का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आजीविका से जोड़ते हुए लखपति दीदी योजना को सफल बनाना और लंबित बीमा दावों का त्वरित निपटान सुनिश्चित करना था।
महिलाओं के लिए ऋण सुविधा बढ़ाने पर जोर
बैठक में डीपीएम जेएसएलपीएस द्वारा समूह के क्रेडिट लिंकेज, ऋण निकासी और बीमा क्लेम सेटलमेंट की प्रगति रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। वित्तीय वर्ष 2025-26 के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए अब तक की उपलब्धियों का मूल्यांकन किया गया।
जावेद हुसैन ने कहा: “सभी प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक लक्ष्य को प्राथमिकता दें और बैंकों के साथ समन्वय मजबूत करें। किसी भी शाखा में दस्तावेज लंबित होने पर वरीय अधिकारियों को तुरंत सूचित करें।”
व्यक्तिगत ऋण योजनाओं में तेजी
बैठक में निर्णय लिया गया कि सखी मंडल की कम से कम 200 महिलाओं को अगले एक माह के भीतर व्यक्तिगत ऋण उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए मुद्रा ऋण, स्वयं सिद्ध ऋण, उद्यमी दीदी योजना के तहत लाभार्थियों की पहचान की जाएगी।
उप विकास आयुक्त ने कहा कि इन ऋण योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना सरकार की प्राथमिकता है।
बीमा क्लेम निपटान में देरी पर नाराजगी
प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना के तहत लंबित दावों पर उप विकास आयुक्त ने चिंता व्यक्त की। उन्होंने सभी बैंकों को निर्देशित किया कि सभी पेंडिंग बीमा क्लेम को त्वरित कार्रवाई कर सेटल करें और लाभार्थियों तक राशि पहुंचाएं।
जावेद हुसैन ने कहा: “बीमा योजनाएं लोगों की सुरक्षा के लिए हैं, इन दावों के निपटान में देरी किसी भी हालत में स्वीकार्य नहीं।”
बैठक में मौजूद अधिकारी
बैठक में एलडीएम पलामू, आरसेटी निदेशक, विभिन्न बैंकों के वरीय अधिकारी, जेएसएलपीएस के सभी प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक और परियोजना पदाधिकारी शामिल हुए। सभी को पारदर्शिता और समयबद्धता के साथ काम करने का निर्देश दिया गया।
न्यूज़ देखो: महिलाओं की आर्थिक मजबूती की दिशा में बड़ा कदम
यह बैठक सिर्फ कागजी कार्रवाई नहीं, बल्कि ग्रामीण महिलाओं के लिए वास्तविक अवसर का संकेत है। क्रेडिट लिंकेज और व्यक्तिगत ऋण योजनाओं के जरिए लखपति दीदी जैसी पहल ग्रामीण अर्थव्यवस्था में बदलाव ला सकती है। साथ ही बीमा क्लेम में देरी पर अधिकारियों की सख्ती आमजन को राहत देने का प्रयास है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
आर्थिक सशक्तिकरण की ओर कदम बढ़ाएं
महिलाओं की भागीदारी से ही समाज मजबूत होता है। ऐसे प्रयासों को सफल बनाने के लिए जागरूकता जरूरी है।
अपनी राय कमेंट करें, खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें और बदलाव की इस पहल को आगे बढ़ाएं।