
#पलामू #हत्याकाखुलासा : हुसैनाबाद में दोस्ती को किया शर्मसार — पैसों के विवाद में युवक ने रिश्तेदार दोस्त की की खौफनाक हत्या
- पलामू के हुसैनाबाद में इंजेक्शन का ओवरडोज देकर और पगड़ी से गला दबाकर की गई हत्या
- मृतक ताबिश अंसारी के दोस्त और रिश्तेदार तबरेज आलम को पुलिस ने किया गिरफ्तार
- हत्या की वजह बनी नौकरी से निकाले जाने की रंजिश और पैसों का विवाद
- शुरुआत में मौत को बताया गया नशे का ओवरडोज, पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुला मामला
- हुसैनाबाद पुलिस की जांच से हुआ हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा
8 जुलाई को नहर से बरामद हुआ था शव
8 जुलाई 2025 को पलामू जिले के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र अंतर्गत धरहरा गांव की नहर से युवक ताबिश अंसारी का शव बरामद हुआ। प्रारंभिक जांच में मामला नशे के इंजेक्शन से मौत का प्रतीत हुआ, लेकिन जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ी, हत्या की साजिश सामने आई।
करीबी रिश्तेदार ने ही की थी साजिश
ताबिश अंसारी और तबरेज आलम रिश्तेदार होने के साथ-साथ अच्छे दोस्त भी थे। ताबिश की बुआ की शादी तबरेज से हुई थी। तबरेज छत्तीसगढ़ में क्रेन हेल्पर के रूप में कार्यरत था, जबकि ताबिश एक हाईवे हेल्पर था। एक दिन ताबिश ने तबरेज को क्रेन चलाते हुए देख उसका वीडियो/फोटो साइट मैनेजर को भेज दिया, जिससे तबरेज की नौकरी चली गई।
मुहर्रम के दौरान घर लौटे थे दोनों
घटना के दिन दोनों मुहर्रम के अवसर पर घर लौटे हुए थे और साथ में नहर किनारे घूमने निकले। इस दौरान दोनों ने नशे के लिए बेहोशी का इंजेक्शन लिया। इसी बीच पुराने विवाद और पैसों के लेनदेन को लेकर बहस शुरू हो गई।
नशे के इंजेक्शन के बाद पगड़ी से दबाया गया गला
पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया: “बहस के दौरान तबरेज ने पहले ताबिश को नशे के इंजेक्शन का ओवरडोज दिया, फिर उसके सिर की पगड़ी से गला दबाकर हत्या कर दी और शव को नहर में फेंक दिया।”
पुलिस अनुसंधान में हुआ बड़ा खुलासा
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गले में रस्सी या कपड़े से दबाने के निशान मिले, जिसके बाद हत्या की पुष्टि हुई। इस आधार पर तबरेज आलम को गिरफ्तार किया गया और उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज हुआ। पुलिस का कहना है कि इस हत्याकांड को बहुत ही चालाकी से अंजाम दिया गया था।
यूडी केस से बना हत्याकांड
इस केस की शुरुआत अज्ञात मृत्यु (यूडी केस) के रूप में हुई थी, लेकिन हुसैनाबाद पुलिस की सूझबूझ और तत्परता से यह हत्या के मामले में बदल गया।
जांच दल में सीडीपीओ एस. मोहम्मद याकूब, थाना प्रभारी सोनू कुमार चौधरी, सब-इंस्पेक्टर सौरभ चौबे, मुकेश सिंह, कमल किशोर पांडे और रमन यादव शामिल रहे।
एसपी रीष्मा रमेशन ने कहा: “बिना डॉक्टर की सलाह के नशीले इंजेक्शन देने वालों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
न्यूज़ देखो: हत्याकांड में बारीकी से की गई पुलिस जांच बनी मिसाल
इस दर्दनाक घटना से यह स्पष्ट है कि रिश्तों और दोस्ती की आड़ में अपराधी मानसिकता कैसे पनप सकती है। ‘न्यूज़ देखो’ हुसैनाबाद पुलिस की सूझबूझ और त्वरित अनुसंधान की प्रशंसा करता है, जिससे एक यूडी केस से पर्दा उठकर एक जघन्य हत्या का पर्दाफाश हुआ।
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सजग नागरिक ही समाज की रक्षा की पहली दीवार
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