
#मेदिनीनगर #डोडातस्करी : पिपराटॉड में पुलिस की बड़ी सफलता, पंजाब से आए कारोबारी समेत आठ धरे गए
- पुलिस ने गुप्त सूचना पर छापामारी की।
- लगभग 03 क्विंटल 14 किलो डोडा जब्त किया गया।
- ₹32.90 लाख नगद और चार वाहन बरामद।
- पंजाब के चार तस्कर और स्थानीय चार सहयोगी गिरफ्तार।
- टीम का नेतृत्व अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, लेस्लीगंज ने किया।
- कार्रवाई में IRB-10 सशस्त्र बल भी शामिल रहे।
पलामू जिले के पिपराटॉड थाना क्षेत्र में पुलिस ने अवैध डोडा तस्करी के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। इस दौरान आठ तस्करों को गिरफ्तार किया गया और भारी मात्रा में मादक पदार्थ, नगद और वाहन बरामद किए गए। यह कार्रवाई गुप्त सूचना के आधार पर की गई थी, जिसमें पुलिस को जानकारी मिली थी कि डब्लू यादव और उसके सहयोगियों की मदद से पंजाब से आए डोडा कारोबारी बड़ी खेप लेकर पिपराटॉड क्षेत्र से गुजरने वाले हैं।
पुलिस का संगठित ऑपरेशन और गुप्त रणनीति
गुप्त सूचना मिलने के बाद पलामू के पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी लेस्लीगंज (पांकी) के नेतृत्व में विशेष छापामारी दल का गठन किया गया। टीम ने डेसातु-पांकी-लावालौंग मुख्य सड़क पर जंगल के किनारे घात लगाकर संदिग्ध वाहनों की निगरानी शुरू की। इसी दौरान चार पहिया वाहनों से डोडा ले जाते हुए चार तस्करों को रंगे हाथों पकड़ लिया गया।
पकड़े गए आरोपियों की निशानदेही पर छापामारी आगे बढ़ाई गई, जिसमें डब्लू यादव, उसके दो पुत्रों और एक अन्य व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया। पुलिस का कहना है कि इस नेटवर्क का कनेक्शन राज्य से बाहर के बड़े तस्करों से है।
बरामदगी का ब्योरा
इस ऑपरेशन में पुलिस ने जबरदस्त सफलता हासिल करते हुए 03 क्विंटल 14 किलोग्राम अवैध डोडा, ₹32,90,400/- नगद, दो होंडा सिटी कार, दो महिंद्रा बोलेरो, कुल 4 वाहन की चाभियां, डोडा व्यापार से संबंधित एक लाल रंग की डायरी, 10 एंड्रॉयड मोबाइल और 2 की-पैड मोबाइल बरामद किए। ये बरामदगी इस बात का प्रमाण है कि डोडा तस्करी का नेटवर्क कितना बड़ा और संगठित है।
गिरफ्तार अभियुक्तों के नाम और नेटवर्क
गिरफ्तार किए गए लोगों में पंजाब के लुधियाना जिले के चार तस्कर शामिल हैं – हरमीत सिंह (35), पारस चौहान (29), सतबीर सिंह (38) और ओम प्रकाश तिवारी (36)। वहीं पलामू जिले के तितलंगी और लोहरसी गांव के चार स्थानीय आरोपी – डब्लू यादव (60), उसके बेटे पिन्टू कुमार यादव (30) और रिंकू कुमार (25), तथा निरज कुमार पासवान (26) को भी पकड़ा गया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह गैंग लंबे समय से डोडा की तस्करी में सक्रिय था और पंजाब से खेप लाकर झारखंड के विभिन्न हिस्सों में सप्लाई करता था।
पुलिस टीम की सराहनीय भूमिका
इस कार्रवाई में अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मनोज कुमार झा के नेतृत्व में पांकी थाना प्रभारी राजेश रंजन, पिपराटॉड थाना के सहायक अवर निरीक्षक रामचन्द्र सिंह, ओम प्रकाश बैठा, IRB-10 D कंपनी के सशस्त्र बल, ड्राइवर उमेश दास और सुरक्षाकर्मी शामिल रहे। उनके संयम और त्वरित कार्रवाई ने एक बड़े नेटवर्क को खत्म करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी मनोज कुमार झा ने कहा: “यह कार्रवाई हमारे संकल्प का हिस्सा है कि जिले में किसी भी कीमत पर मादक पदार्थों की तस्करी को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भविष्य में भी ऐसी गतिविधियों पर हमारी पैनी नजर रहेगी।”
पलामू में मादक पदार्थों पर लगाम की चुनौती
झारखंड के कई जिलों में नशे के कारोबार ने प्रशासन के सामने चुनौती खड़ी की है। डोडा और अन्य मादक पदार्थों की तस्करी न केवल कानून-व्यवस्था के लिए खतरा है, बल्कि यह युवाओं के जीवन को भी बर्बाद कर रहा है। इस कार्रवाई से यह संदेश गया है कि पुलिस अब किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करेगी।
न्यूज़ देखो: जिम्मेदार पुलिसिंग का मजबूत उदाहरण
पलामू पुलिस की यह कार्रवाई दर्शाती है कि गुप्त सूचना और त्वरित एक्शन से बड़े-बड़े नेटवर्क ध्वस्त किए जा सकते हैं। यह कदम नशा-मुक्त समाज की दिशा में महत्वपूर्ण है। ऐसे प्रयासों को निरंतर जारी रखना जरूरी है।
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अब समय है नशा मुक्त समाज के लिए कदम बढ़ाने का
इस घटना ने हमें सोचने पर मजबूर कर दिया है कि नशे के खिलाफ लड़ाई केवल पुलिस की नहीं, बल्कि हम सबकी है। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को शेयर करें ताकि जागरूकता फैले और समाज में सकारात्मक बदलाव आए।