
#पलामू #अवैधखनन : पांडू थाना क्षेत्र में सोमवार को हुई कड़ी कार्रवाई, प्रशासन का सख्त रुख सामने आया
- गश्ती के दौरान पुलिस ने ट्रैक्टर पकड़ा गया।
- बांकी नदी से अवैध बालू का हो रहा था परिवहन।
- थाना पुलिस और अंचलाधिकारी की संयुक्त कार्रवाई।
- अवैध खनन से राजस्व और पर्यावरण दोनों को नुकसान।
- ग्रामीणों ने पुलिस की सख्ती का किया स्वागत।
पलामू जिले के पांडू थाना क्षेत्र में सोमवार को अवैध खनन पर बड़ी कार्रवाई की गई। दोपहर करीब 1:20 बजे बेलहरा गांव स्थित बांकी नदी से अवैध बालू ढो रहे एक ट्रैक्टर को पुलिस ने धर दबोचा। गश्ती के दौरान पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि इलाके में अवैध बालू परिवहन हो रहा है। इसके बाद बिना देर किए टीम मौके पर पहुंची और ट्रैक्टर को जब्त कर लिया।
ट्रैक्टर को कब्जे में लेकर पुलिस ने जांच की और इस मामले की जानकारी अंचलाधिकारी को भी दी गई। अंचलाधिकारी के साथ मिलकर प्रशासन ने आवश्यक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
गुप्त सूचना और तत्परता से हुई कार्रवाई
जानकारी के अनुसार, पांडू थाना पुलिस इलाके में नियमित गश्ती कर रही थी। इसी दौरान टीम को सूचना मिली कि बेलहरा की बांकी नदी से बालू का अवैध परिवहन किया जा रहा है। टीम तुरंत मौके पर पहुंची और ट्रैक्टर को रोका गया। पुलिस का कहना है कि ट्रैक्टर चालक दस्तावेज प्रस्तुत करने में असमर्थ रहा। इसके बाद वाहन को जब्त कर थाने लाया गया।
प्रशासन का सख्त रुख
जिले में लंबे समय से अवैध खनन की शिकायतें मिलती रही हैं। इसको लेकर प्रशासन ने हाल के दिनों में विशेष अभियान चलाने का फैसला लिया है। अधिकारियों का कहना है कि ऐसे मामलों में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी। अवैध खनन से न केवल सरकार को भारी राजस्व हानि होती है, बल्कि यह पर्यावरण और स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र के लिए भी हानिकारक है।
रेत के अंधाधुंध खनन से नदियों का स्वरूप बिगड़ता है, जल स्तर घटता है और आसपास की जमीन बंजर बनने लगती है। प्रशासन का मानना है कि यदि इस पर सख्ती से अंकुश नहीं लगाया गया तो आने वाले समय में गंभीर संकट खड़ा हो सकता है।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
स्थानीय ग्रामीणों ने पुलिस की इस कार्रवाई का स्वागत किया। ग्रामीणों का कहना है कि इस तरह की गतिविधियों से गांव का माहौल खराब होता है और कई बार स्थानीय युवाओं को भी गलत धंधों में खींच लिया जाता है। उनका मानना है कि प्रशासन की इस सख्ती से अब अवैध कारोबार पर रोक लगेगी और क्षेत्र में पारदर्शिता आएगी।
ग्रामीणों ने यह भी सुझाव दिया कि पुलिस और प्रशासन को नियमित गश्ती और जागरूकता अभियान चलाना चाहिए, ताकि लोग कानून का पालन करें और समाज में एक सकारात्मक माहौल बने।
पूर्व में भी हुई हैं कार्रवाई
यह पहली बार नहीं है जब पांडू थाना क्षेत्र में अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई हुई हो। इससे पहले भी कई बार पुलिस ने रेत लदे वाहनों को पकड़ा है, लेकिन कारोबार पूरी तरह खत्म नहीं हो सका है। स्थानीय लोग मानते हैं कि जब तक बड़े पैमाने पर नेटवर्क पर चोट नहीं की जाएगी, तब तक यह कारोबार पूरी तरह नहीं रुकेगा।
न्यूज़ देखो: अवैध खनन पर रोक जरूरी
अवैध खनन सिर्फ कानून का उल्लंघन नहीं है, बल्कि यह सीधे-सीधे समाज, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था पर चोट करता है। पलामू जैसे इलाके, जहां प्राकृतिक संसाधन पहले से सीमित हैं, वहां बालू का अनियंत्रित खनन आने वाले वर्षों में बड़ी आपदा का कारण बन सकता है। प्रशासन को चाहिए कि कड़े नियमों के साथ-साथ तकनीकी निगरानी और जनसहभागिता भी बढ़ाए। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
जिम्मेदारी हम सबकी
अब वक्त है कि हम नागरिक भी अपनी भूमिका निभाएं। यदि हमारे आस-पास कहीं भी अवैध खनन या पर्यावरण विरोधी गतिविधि होती है तो हमें इसकी सूचना प्रशासन को देनी चाहिए। यह केवल पुलिस की नहीं, बल्कि समाज के हर जिम्मेदार नागरिक की जिम्मेदारी है। अब समय है कि हम सब इस बदलाव में योगदान दें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को दोस्तों के साथ शेयर करें ताकि जागरूकता फैले और समाज में जिम्मेदारी की भावना मजबूत हो।