#पलामू #हथियारकेसाथ_गिरफ्तारी : सोशल मीडिया फेम के लिए बना रहे थे वीडियो — पुलिस ने देशी कट्टा के साथ पकड़ा, नौडीहा बाजार थाना की त्वरित कार्रवाई
- नौडीहा बाजार थाना क्षेत्र से दो युवक हथियार के साथ गिरफ्तार
- Instagram पर पहचान और फॉलोअर्स बढ़ाने के लिए बना रहे थे वीडियो
- एक देशी कट्टा और मोबाइल फोन बरामद
- पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर की गई त्वरित छापेमारी
- अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी जारी
गुप्त सूचना पर की गई कार्रवाई, हथियार समेत दबोचे गए दोनों युवक
पलामू जिला अंतर्गत नौडीहा बाजार थाना पुलिस को दिनांक 18 जून 2025 को एक महत्वपूर्ण गुप्त सूचना मिली कि ग्राम मंगराडीह, करकटा में दो युवक अवैध हथियार के साथ वीडियो बनाकर लोगों को डराने की कोशिश कर रहे हैं। सूचना के सत्यापन और त्वरित कार्रवाई के निर्देश पुलिस अधीक्षक पलामू की ओर से दिए गए, जिसके बाद थाना प्रभारी अमित कुमार द्विवेदी के नेतृत्व में विशेष टीम ने गांव में छापेमारी की।
सोशल मीडिया पर फेम पाने की सनक में किया अपराध
छापेमारी के दौरान पुलिस ने दो युवकों सोनु कुमार (20 वर्ष) और सुरज कुमार (19 वर्ष) को एक देशी कट्टा और एक मोबाइल फोन (रियलमी ब्रांड) के साथ गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने यह हथियार अपने एक मित्र से Instagram पर वीडियो बनाने और फॉलोअर्स बढ़ाने के लिए लिया था। वे वीडियो बनाकर लोगों को दिखाते थे ताकि डर का माहौल बनाकर अपनी पहचान स्थापित कर सकें।
थाना प्रभारी अमित कुमार द्विवेदी ने बताया: “दोनों युवकों के खिलाफ नौडीहा बाजार थाना कांड संख्या 49/2025 के तहत आर्म्स एक्ट की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। अन्य संलिप्त व्यक्तियों की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है।”
गिरफ्तार युवकों की पहचान
- सोनु कुमार, उम्र: 20 वर्ष, पिता: रामेश्वर राम, पता: मंगराडीह, करकटा, थाना: नौडीहा बाजार, जिला: पलामू
- सुरज कुमार, उम्र: 19 वर्ष, पिता: उपेन्द्र राम, पता: श्रीपालपुर, थाना: पीपरा, जिला: पलामू
बरामद सामग्री
- एक देशी कट्टा
- एक रियलमी मोबाइल फोन
छापामारी दल में ये अधिकारी रहे शामिल
- पु०अ०नि० अमित कुमार द्विवेदी, थाना प्रभारी, नौडीहा बाजार थाना
- पु०अ०नि० आशीष कुमार
- S.A.T. 97 सशस्त्र बल के जवान
न्यूज़ देखो: सोशल मीडिया के पीछे अपराध की अंधी दौड़
न्यूज़ देखो मानता है कि सोशल मीडिया का गलत उपयोग, खासकर युवाओं के बीच, अपराध को आकर्षक बनाकर पेश कर रहा है, जो एक खतरनाक सामाजिक प्रवृत्ति बनता जा रहा है। इंस्टाग्राम पर पहचान और फॉलोअर्स पाने के चक्कर में अपराध की राह पकड़ना न केवल कानूनन जुर्म है, बल्कि समाज के लिए भी चिंता का विषय है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई प्रशंसनीय है, लेकिन अब ज़रूरत है जागरूकता फैलाने और युवाओं को डिजिटल मर्यादाओं का महत्व समझाने की।
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