
#लातेहार #जनसेतुऐपप्रशिक्षण – अनुसूचित जनजातियों के सशक्तिकरण हेतु प्रशासन की डिजिटल पहल
- जनसेतु ऐप के जरिए अनुसूचित जनजातियों का सर्वेक्षण कर होगा डाटा अपलोड
- लातेहार में 90 पंचायतों के 269 गांवों में आयोजित होंगे शिविर
- 15 जून से 30 जून तक जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा ग्रामीणों को
- परियोजना निदेशक प्रवीण गगरई की अध्यक्षता में हुआ एकदिवसीय प्रशिक्षण
- कार्ड और प्रमाण-पत्रों से लेकर पीएम किसान व विश्वकर्मा योजना तक मिलेगा लाभ
पंचायत कर्मियों को जनसेतु ऐप के उपयोग का दिया गया प्रशिक्षण
लातेहार। जिला प्रशासन की ओर से धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान (DA-JGUA) के अंतर्गत अनुसूचित जनजातियों के सर्वेक्षण को लेकर आज समाहरणालय सभागार में एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण उपायुक्त श्री उत्कर्ष गुप्ता के निर्देश पर, परियोजना निदेशक श्री प्रवीण गगरई की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।
प्रशिक्षण में पंचायत सेवकों और जनसेवकों को जनसेतु ऐप के माध्यम से सर्वे करने और डाटा अपलोड करने की विस्तृत जानकारी दी गई। कार्यक्रम का प्रमुख उद्देश्य जनजातीय गौरव वर्ष 2025 के तहत ग्रामीण स्तर पर आदिम जनजातियों की पहचान और उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाना है।
90 पंचायतों के 269 गांवों में होगा शिविर का आयोजन
प्रशासन द्वारा जानकारी दी गई कि लातेहार जिले के 50 प्रतिशत से अधिक अनुसूचित जनजाति आबादी वाले 90 पंचायतों के 269 गांवों में 15 जून से 30 जून तक शिविर आयोजित किए जाएंगे। इन शिविरों में जनसेवा से जुड़ी कई योजनाओं का लाभ एक ही स्थान पर उपलब्ध कराया जाएगा।
उपलब्ध सेवाएं:
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- आयुष्मान भारत कार्ड
- जाति प्रमाण-पत्र
- स्थानीय प्रमाण पत्र
- किसान क्रेडिट कार्ड
- पीएम किसान योजना
- जन-धन खाता
- विधवा पेंशन
- विकलांग पेंशन
- पीएम विश्वकर्मा योजना
प्रशासनिक उपस्थिति और सहभागिता
प्रशिक्षण सत्र में जिला पंचायती राज पदाधिकारी श्री श्रेयांस, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. चंदन, सहित सभी पंचायत सेवक और जनसेवक उपस्थित रहे। सभी कर्मियों को निर्देश दिया गया कि वे अपने-अपने पंचायत क्षेत्र में सक्रियता के साथ सर्वेक्षण कर डाटा अपलोड सुनिश्चित करें।
न्यूज़ देखो: जनजातीय उत्थान की डिजिटल राह
न्यूज़ देखो लातेहार प्रशासन की इस समर्पित पहल की सराहना करता है, जो आदिवासी समुदायों को मुख्यधारा की योजनाओं से जोड़ने की दिशा में एक ठोस कदम है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
टेक्नोलॉजी से सेवा तक – सशक्त हो रहा आदिवासी समाज
जहां प्रशासन टेक्नोलॉजी के जरिए ग्रामीण जीवन में बदलाव लाने की कोशिश कर रहा है, वहीं समाज को भी इसमें भागीदारी निभानी होगी।
आइए, इस बदलाव के सहभागी बनें।