बिश्रामपुर: विश्रामपुर प्रखंड के ग्राम पंचायत पंजरी कला स्थित प्राचीन शिव मंदिर में सोमवार को विशेष पूजा-अर्चना और धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य यजमान राहुल पाठक और दर्जनों श्रद्धालु जोड़ों ने विधिपूर्वक रुद्राभिषेक किया।
वैदिक रीति से रुद्राभिषेक
सुबह 10 बजे से प्रारंभ हुए इस आयोजन में पंडित विनय कुमार पाठक ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा-अर्चना करवाई। रुद्राभिषेक में पंचामृत (दूध, दही, शहद, घी और शक्कर) के अलावा गंगाजल, गन्ने का रस, और अन्य सामग्रियों का उपयोग किया गया। अलग-अलग पदार्थों के माध्यम से विविध कामनाओं के लिए भगवान शिव का रुद्राभिषेक किया गया।
शिव स्तुति और धार्मिक पाठ
पूजा के दौरान भगवान शिव की स्तुतियों जैसे श्री शिव तांडव स्तोत्र, श्री रुद्राष्टक, और श्री शिव महिम्न स्तोत्र का पाठ किया गया। श्रद्धालुओं ने शिवलिंग का विधिवत शृंगार, आरती और परिक्रमा की। पंडित ने बताया कि सोमवार को भगवान शिव की पूजा का विशेष महत्व है, जो श्रद्धालुओं को सुख, समृद्धि और मोक्ष प्रदान करता है।
प्रतिमा स्थापना और महाप्रसाद वितरण
पूजन के पश्चात, मां पार्वती की प्रतिमा को विधिपूर्वक स्थापित किया गया। पूजा समिति ने आयोजन के समापन पर सभी उपस्थित श्रद्धालुओं को महाप्रसाद वितरित किया।
उपस्थित गणमान्य
इस पवित्र अवसर पर सैकड़ों श्रद्धालु और क्षेत्र के प्रतिष्ठित लोग उपस्थित रहे। आयोजन को सफल बनाने में पूजा समिति पंजरी कला की विशेष भूमिका रही।
यह आयोजन क्षेत्र में धार्मिक और सांस्कृतिक समर्पण का उदाहरण बना, जहां श्रद्धालुओं ने भक्ति और आस्था के साथ भगवान शिव की उपासना की।