
#पलामू #शिक्षा : विद्यालय और अभिभावकों की साझेदारी से बच्चों के भविष्य को नई दिशा
- राजकीय कृत +2 कल्याण उच्च विद्यालय पांडू में हुआ अभिभावक-शिक्षक बैठक का आयोजन।
- बड़ी संख्या में अभिभावकों की उपस्थिति ने शिक्षा के प्रति जागरूकता को दिखाया।
- शिक्षकों ने विद्यार्थियों की उपलब्धियों और परीक्षा तैयारी पर दी जानकारी।
- अभिभावकों ने विद्यालय के शैक्षिक वातावरण की सराहना और सुझाव प्रस्तुत किए।
- प्रभारी प्रधानाध्यापक देवेश पाल ने कहा – शिक्षक-अभिभावक सहयोग ही बच्चों का भविष्य संवार सकता है।
पलामू जिले के पांडू स्थित राजकीय कृत +2 कल्याण उच्च विद्यालय में शनिवार को आयोजित अभिभावक-शिक्षक बैठक (PTM) उत्साह और सौहार्द के बीच सम्पन्न हुई। इस बैठक में बड़ी संख्या में अभिभावकों की भागीदारी ने यह साबित किया कि शिक्षा के प्रति समाज में सकारात्मक सोच और जागरूकता लगातार बढ़ रही है।
शिक्षा और अनुशासन पर चर्चा
बैठक के दौरान शिक्षकों ने विद्यार्थियों की शैक्षणिक उपलब्धियों, अनुशासन और आगामी परीक्षाओं की तैयारी पर विस्तार से जानकारी दी। इस अवसर पर अभिभावकों ने विद्यालय प्रशासन और शिक्षकों की सराहना की, साथ ही शिक्षा की गुणवत्ता और बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।
प्रधानाध्यापक का प्रेरणादायक संदेश
प्रभारी प्रधानाध्यापक देवेश पाल ने कहा कि—
“बच्चों का उज्ज्वल भविष्य तभी सुनिश्चित हो सकता है जब शिक्षक और अभिभावक मिलकर कार्य करें। आपकी सहभागिता विद्यालय की प्रगति के लिए प्रेरणादायक है।”
उन्होंने सभी अभिभावकों को धन्यवाद देते हुए भरोसा जताया कि आगे भी इसी तरह सहयोग मिलता रहेगा।
सक्रिय भागीदारी से बनी बैठक सार्थक
कार्यक्रम में करन बास्के, अरविंद कुमार, ऋचा कुमारी, अरविंद कुमार पटेल, पंकज कुमार, नेपाली कुमार, मासुक अंसारी, मनोज कुमार, रफी अहमद, प्रियंका कुमारी, अरुण कुमार, विनय कुमार, चंदन कुमार, शिवम कुमार, कमलकांत, उपेन्द्र कुमार, रानी खातून, साजिद और सादिक सहित अनेक अभिभावक व शिक्षक शामिल हुए। उनकी सहभागिता ने बैठक को और अधिक सार्थक और प्रेरणादायक बना दिया।
विद्यालय प्रशासन ने आश्वासन दिया कि भविष्य में भी इस प्रकार के संवाद कार्यक्रम लगातार आयोजित किए जाएंगे ताकि शिक्षा के स्तर को ऊँचाई पर ले जाया जा सके और बच्चों के समग्र विकास में किसी प्रकार की कमी न रहे।

न्यूज़ देखो: साझेदारी से संवरता भविष्य
यह बैठक साबित करती है कि शिक्षा सिर्फ विद्यालय की जिम्मेदारी नहीं बल्कि समाज और अभिभावकों की संयुक्त पहल है। जब सभी मिलकर प्रयास करेंगे, तभी बच्चों का भविष्य उज्जवल और सशक्त बन सकेगा।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
शिक्षा में भागीदारी ही असली बदलाव
बच्चों की शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए अभिभावक और शिक्षक दोनों का सहयोग अनिवार्य है। अब समय है कि हम सब इस दिशा में अपना योगदान दें। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को ज्यादा से ज्यादा साझा करें ताकि शिक्षा के महत्व को और गहराई से समझा जा सके।