#गढ़वा #शिक्षा : विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष दीपक चौधरी और प्रधानाध्यापक शशि प्रकाश रमण की पहल, अभिभावकों ने सराहा
- उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय पिपरीकला में अभिभावक-शिक्षक गोष्ठी का सफल आयोजन।।
- प्रधानाध्यापक शशि प्रकाश रमण और शिक्षकों ने अभिभावकों का माला और पुष्पगुच्छ से स्वागत किया।।
- विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष दीपक चौधरी ने शिक्षा में परिवार और विद्यालय की संयुक्त भूमिका पर जोर दिया।।
- ब्लॉक उपप्रमुख प्रतिनिधि अजय पाल ने पौधारोपण कर शिक्षा को समाज का फल बताया।।
- गोष्ठी में नामांकन वृद्धि, उपस्थिति, सरकारी योजनाएं और लर्निंग गैप पर विस्तृत चर्चा हुई।।
विशुनपुरा प्रखंड क्षेत्र के ग्राम पिपरीकला स्थित उत्क्रमित प्लस टू उच्च विद्यालय में शुक्रवार, 12 सितम्बर को अभिभावक-शिक्षक गोष्ठी का आयोजन बड़े उत्साह और सहयोग के साथ हुआ। विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष दीपक चौधरी और प्रधानाध्यापक शशि प्रकाश रमण की पहल पर आयोजित इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अभिभावक उपस्थित हुए।
स्वागत और वातावरण
गोष्ठी का शुभारंभ विद्यालय परिसर में हुआ, जहाँ प्रधानाध्यापक और शिक्षकों ने आए हुए अभिभावकों को माला और पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया। बच्चे भी कतारबद्ध खड़े होकर तालियों से अभिभावकों का अभिनंदन करते नजर आए, जिससे विद्यालय का वातावरण पारिवारिक और भावनात्मक हो उठा।
दीपक चौधरी का संबोधन
कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष दीपक चौधरी का संबोधन रहा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि शिक्षा तभी प्रभावी होगी जब विद्यालय और परिवार मिलकर बच्चों के भविष्य को गढ़ेंगे।
दीपक चौधरी: “बच्चों की शिक्षा तभी सार्थक होगी जब विद्यालय और परिवार एक साथ मिलकर प्रयास करें। अभिभावक अपने बच्चों को नियमित विद्यालय भेजें ताकि उनका शैक्षणिक और सह-शैक्षणिक विकास हो सके।”
उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि विद्यालय प्रबंधन विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने में पूरी तरह से निष्ठावान है।
पौधारोपण और शिक्षा का प्रतीक
गोष्ठी के अवसर पर विद्यालय प्रांगण में पौधारोपण भी किया गया। बिशुनपुरा ब्लॉक उपप्रमुख प्रतिनिधि अजय पाल ने आम का पौधा लगाकर इसे शिक्षा से जोड़ते हुए कहा कि जैसे पौधा समय पर फल देता है, वैसे ही शिक्षा प्राप्त करने वाले विद्यार्थी भी समय आने पर समाज और क्षेत्र का गौरव बढ़ाते हैं।
चर्चा के मुख्य बिंदु
गोष्ठी में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा की गई –
- विद्यालय में नामांकन और उपस्थिति कैसे बढ़े।
- सरकारी योजनाओं की जानकारी अभिभावकों तक पहुंचे।
- बच्चों के लर्निंग गैप को कम करने के उपाय।
- विद्यालय में बेहतर शैक्षिक माहौल बनाने की दिशा।
बड़ी भागीदारी
इस अवसर पर बड़ी संख्या में अभिभावक, शिक्षक और स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यक्रम में प्रधानाध्यापक शशि प्रकाश रमण, प्रबंधन समिति अध्यक्ष दीपक चौधरी, ब्लॉक उपप्रमुख प्रतिनिधि अजय पाल समेत शिक्षक-शिक्षिकाओं ने सक्रिय भूमिका निभाई।

न्यूज़ देखो: शिक्षा और समाज के बीच मजबूत रिश्ता
अभिभावक-शिक्षक गोष्ठी जैसे आयोजन शिक्षा व्यवस्था को न केवल सुदृढ़ करते हैं बल्कि समाज और विद्यालय के बीच विश्वास को भी मजबूत करते हैं। यह पहल बच्चों के उज्ज्वल भविष्य और एक बेहतर शैक्षिक वातावरण की गारंटी है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
मिलकर बनाएं बच्चों का भविष्य
शिक्षा में परिवार और विद्यालय की संयुक्त जिम्मेदारी ही सफलता की कुंजी है। अब समय है कि हर अभिभावक अपनी भूमिका निभाए और बच्चों को नियमित रूप से विद्यालय भेजें। आइए, मिलकर अपने क्षेत्र की शिक्षा को नई ऊँचाइयों तक पहुँचाएँ। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को साझा करें।