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बिहार के स्कूलों में 31 मई को अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी, ग्रीष्मकालीन पढ़ाई और छात्रों के सर्वांगीण विकास पर होगा ज़ोर

#बिहार #अभिभावकशिक्षकसंगोष्ठी – राज्यभर के सरकारी स्कूलों में अभिभावकों से होगा सीधा संवाद, पढ़ने का कोना बनाने पर मिलेगी जानकारी

  • 31 मई 2025 को सभी सरकारी विद्यालयों में होगी अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी
  • थीम – “पढ़ेंगे, बढ़ेंगे और सीखेंगे हम”, बच्चों के सीखने के वातावरण पर होगा ज़ोर
  • स्टूडेंट TLM किट, अभ्यास पुस्तिका, डायरी आदि का होगा प्रदर्शन और विवरण
  • गर्मी की छुट्टियों में पढ़ाई कैसे हो जारी, इस पर शिक्षकों द्वारा मार्गदर्शन
  • हर घर एक पाठशाला योजना के तहत पढ़ने के कोना बनाने की सलाह
  • HPC कार्ड के ज़रिए बच्चों की प्रगति और व्यवहार पर होगी चर्चा

प्रदेशव्यापी संगोष्ठी: बच्चों की शिक्षा में अभिभावकों की सक्रियता बढ़ाने की पहल

बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी सरकारी स्कूलों को 31 मई 2025 (शनिवार) को अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी आयोजित करने का निर्देश दिया है। इसका उद्देश्य है कि अभिभावकों को विद्यालय से मिलने वाली सुविधाओं और बच्चों के विकास से जुड़ी जानकारी दी जाए, ताकि वे ग्रीष्मकालीन अवकाश में भी बच्चों की पढ़ाई को निरंतर बनाए रखने में मददगार बन सकें।

शिक्षण सहायक सामग्री का खुला प्रदर्शन: जानिए क्या मिला छात्रों को

संगोष्ठी के दौरान शिक्षक अपने-अपने वर्ग में उपस्थित अभिभावकों को स्टूडेंट टीएलएम किट, FLN किट, पाठ्य पुस्तकें, अभ्यास पुस्तिकाएं, डायरी, बैग, पेंसिल, बोतल आदि का प्रदर्शन करेंगे। इसके साथ ही वे बताएंगे कि इन सामग्रियों का सही उपयोग बच्चों की सीखने की क्षमता को कैसे बढ़ा सकता है।

छुट्टियों में सीखने का सिलसिला बना रहे, यही है लक्ष्य

शिक्षक अभिभावकों को ग्रीष्मकालीन अवकाश में दिए गए गृहकार्य की जानकारी विस्तार से देंगे। उन्हें बताया जाएगा कि छात्रों को दिए गए अभ्यास से किस तरह वे पढ़ाई में नियमितता बनाए रख सकते हैं और अगले सत्र के लिए बेहतर तैयारी कर सकते हैं।

पढ़ने का कोना: हर घर में बनाएं शांति का एक कोना पढ़ाई के लिए

“हर घर एक पाठशाला” के तहत अभिभावकों को प्रेरित किया जाएगा कि वे घर में एक शांत स्थान को पढ़ाई के लिए निर्धारित करें। शिक्षक समझाएंगे कि दीवार के पास, खिड़की के पास या किसी कोने में चटाई और पोस्टर लगाकर एक सकारात्मक अध्ययन क्षेत्र कैसे बनाया जा सकता है।
टीवी और मोबाइल जैसी ध्यान भटकाने वाली चीज़ों से दूर रखकर बच्चों को पढ़ने की आदत दिलाने पर बल दिया जाएगा।

HPC कार्ड से बच्चे की संपूर्ण स्थिति का मूल्यांकन

संगोष्ठी के एक महत्वपूर्ण हिस्से में शिक्षक HPC (Holistic Progress Card) दिखाकर प्रत्येक छात्र की अकादमिक प्रगति, उपस्थिति, साफ-सफाई, पोषण और विद्यालय में व्यवहार जैसे बिंदुओं पर चर्चा करेंगे। इससे अभिभावकों को अपने बच्चों की शिक्षा और विकास से जुड़े पहलुओं को बेहतर तरीके से समझने का मौका मिलेगा।

व्यक्तिगत संवाद के साथ होगी संगोष्ठी की समाप्ति

चर्चा के अंत में शिक्षक अभिभावकों से व्यक्तिगत रूप से बातचीत कर सुझाव लेंगे और उनकी भागीदारी के लिए धन्यवाद देते हुए संगोष्ठी का समापन करेंगे। यह कार्यक्रम विद्यालय और अभिभावकों के बीच सेतु का कार्य करेगा, जिससे बच्चों को एक सशक्त शैक्षणिक माहौल मिल सके।

न्यूज़ देखो : शिक्षा की हर योजना पर हमारी बारीक नजर

न्यूज़ देखो बिहार सरकार की इस सराहनीय पहल की रिपोर्टिंग करता है जो शिक्षा में सामुदायिक भागीदारी को सशक्त बनाती है। सरकारी स्कूलों में अभिभावकों की सहभागिता और संवाद से ही बच्चों के सर्वांगीण विकास का मार्ग प्रशस्त होता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

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