- पौष पूर्णिमा के साथ महाकुंभ 2025 का आगाज।
- सुबह 9:30 बजे तक 60 लाख श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी संगम में डुबकी लगाई।
- महाकुंभ में 40-45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना।
- सीएम योगी ने महाकुंभ की शुरुआत पर बधाई दी।
- श्रद्धालुओं और साधु-संतों का संगम, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम।
महाकुंभ 2025: आस्था और आध्यात्मिकता का संगम
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में पौष पूर्णिमा के शुभ अवसर पर महाकुंभ 2025 का शुभारंभ हो गया। त्रिवेणी संगम पर सुबह से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। 9:30 बजे तक 60 लाख से अधिक लोगों ने पवित्र स्नान किया। महाकुंभ के इस आयोजन में इस बार 40 से 45 करोड़ श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है।
मेले में 13 अखाड़ों के साधु-संत अपनी छावनियों में डेरा डाल चुके हैं। मकर संक्रांति के पहले अमृत स्नान पर 14 जनवरी को सभी अखाड़े अपने क्रम से स्नान करेंगे।
देशभर से पहुंचे साधु-संत और श्रद्धालु
देश के विभिन्न हिस्सों से साधु-संत अलग-अलग वेशभूषा और परंपराओं के साथ महाकुंभ में शामिल हो रहे हैं। 144 साल बाद बन रहे खास संयोग के चलते यह महाकुंभ श्रद्धालुओं के लिए विशेष बन गया है।
अयोध्या से आए श्रद्धालु पवन कुमार ने कहा, “यह स्थान बहुत पवित्र है। इसे तीर्थों का राजा कहा जाता है।” वहीं मैसूर से आए जितेश प्रभाकर और उनकी पत्नी सास्किया नॉफ ने अपनी आस्था व्यक्त करते हुए कहा, “यहां आकर हमें आध्यात्मिक शांति और जुड़ाव महसूस होता है।”
सीएम योगी ने दी शुभकामनाएं
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के शुभारंभ पर सभी श्रद्धालुओं को बधाई दी। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “आस्था और आधुनिकता के संगम में साधना और पवित्र स्नान के लिए पधारे सभी पूज्य संतों और श्रद्धालुओं का स्वागत है। मां गंगा आप सभी की मनोकामनाएं पूर्ण करें।”
सुरक्षा और व्यवस्था
श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए RAF, पुलिस और CRPF की टीमें तैनात हैं। मेले में रहने और खाने की उत्तम व्यवस्था की गई है। श्रद्धालु विजय कुमार ने कहा, “यहां की व्यवस्था बहुत अच्छी है, सभी सुविधाएं उपलब्ध हैं।”
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