
#पलामू #भ्रूणहत्या_नियंत्रण : उपायुक्त ने कहा – बेटी बचाओ अभियान से जुड़ें सभी अल्ट्रासाउंड केंद्र
- उपायुक्त पलामू की अध्यक्षता में पीसी एंड पीएनडीटी अधिनियम की समीक्षा बैठक आयोजित हुई।
 - जिले के सभी अल्ट्रासाउंड केंद्रों के रजिस्ट्रेशन, नवीकरण और जांच की स्थिति पर चर्चा की गई।
 - बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान से जुड़े पोस्टर और संदेश सभी केंद्रों पर लगाने के निर्देश।
 - अवैध अल्ट्रासाउंड केंद्रों को सील करने और दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश।
 - स्वास्थ्य विभाग और निरीक्षण दल को सक्रिय कर औचक जांच करने के निर्देश दिए गए।
 
पलामू जिले में पीसी एंड पीएनडीटी (Pre-Conception and Pre-Natal Diagnostic Techniques) अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर आज उपायुक्त की अध्यक्षता में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जिले में संचालित सभी अल्ट्रासाउंड केंद्रों के रजिस्ट्रेशन, नवीकरण एवं नियमित जांच की स्थिति की विस्तृत समीक्षा की गई।
उपायुक्त ने कहा कि भ्रूण हत्या जैसी सामाजिक बुराई पर रोक लगाना जिला प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि सभी अल्ट्रासाउंड केंद्रों में ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान से संबंधित जागरूकता पोस्टर और संदेश प्रमुखता से लगाए जाएं, ताकि आम जनता में इस विषय पर संवेदनशीलता बढ़े।
केंद्रों पर अनिवार्य सूचना बोर्ड लगाने के निर्देश
बैठक में उपायुक्त ने यह भी कहा कि प्रत्येक अल्ट्रासाउंड केंद्र के बाहर जांच का समय, चिकित्सक का नाम और अन्य आवश्यक जानकारी स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करने वाले सूचना बोर्ड लगाए जाएं। यह पारदर्शिता सुनिश्चित करने के साथ-साथ मरीजों की सुविधा के लिए भी आवश्यक है।
अवैध केंद्रों पर सख्त कार्रवाई का आदेश
उपायुक्त ने कहा कि अवैध रूप से संचालित अल्ट्रासाउंड केंद्रों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग और प्रशासनिक अधिकारियों को निर्देश दिया कि ऐसे केंद्रों को तुरंत सील किया जाए और दोषियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर कानूनी प्रक्रिया शुरू की जाए।
उपायुक्त ने कहा: “भ्रूण हत्या रोकना केवल प्रशासन का नहीं, समाज का भी दायित्व है। हमें हर स्तर पर इस अपराध के खिलाफ आवाज उठानी होगी।”
निरीक्षण दल को किया सक्रिय
बैठक में उपायुक्त ने यह भी निर्देश दिए कि जिले के सभी अल्ट्रासाउंड केंद्रों का औचक निरीक्षण किया जाए और इसके लिए बनाए गए निरीक्षण दल को नियमित रूप से सक्रिय रखा जाए। इससे न केवल अधिनियम का पालन सुनिश्चित होगा, बल्कि किसी भी तरह की अनियमितता पर तत्काल कार्रवाई हो सकेगी।
न्यूज़ देखो: बेटी बचाओ की दिशा में मजबूत कदम
पलामू प्रशासन का यह निर्णय दिखाता है कि भ्रूण हत्या पर रोक और लिंग समानता की दिशा में जागरूकता अब केवल नारा नहीं, बल्कि एक ठोस प्रशासनिक प्रतिबद्धता बन चुकी है। ऐसे कदम समाज में बेटी के अधिकारों की रक्षा और समान अवसर सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण हैं।
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समाज की सोच बदलेगी, तभी बदलेगा भविष्य
कन्या भ्रूण हत्या केवल एक अपराध नहीं, बल्कि मानवीय संवेदना के खिलाफ अपराध है। समाज को जागरूक बनाना और बेटियों को सम्मान देना हम सबकी जिम्मेदारी है।
आइए, हम सब मिलकर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान को सशक्त बनाएं। अपनी राय कमेंट करें, खबर को शेयर करें और संदेश फैलाएं कि हर बेटी समाज की ताकत है।
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 



