
#लातेहार #मुहर्रमशांतिबैठक : डीजे पर पूरी तरह से रोक, निर्धारित रूट से ही निकलेगा जुलूस — पुलिस और प्रशासन की सख्ती के साथ सौहार्द की अपील
- बरवाडीह थाना परिसर में शांति समिति की बैठक का आयोजन
- एसडीपीओ भरत राम व सीओ मनोज कुमार ने दिए स्पष्ट दिशा-निर्देश
- जुलूस में डीजे और भड़काऊ गानों पर पूरी तरह प्रतिबंध
- रूट चार्ट, नाम सूची और वीडियो ग्राफी की जिम्मेदारी अखाड़ा समिति पर
- संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा बल की तैनाती और कानून उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई
शांतिपूर्ण मुहर्रम आयोजन को लेकर की गई अहम बैठक
बरवाडीह थाना परिसर (लातेहार) में बुधवार को मुहर्रम पर्व को लेकर शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता अंचलाधिकारी मनोज कुमार ने की, जबकि एसडीपीओ भरत राम और थाना प्रभारी राधेश्याम कुमार भी उपस्थित रहे। बैठक में पंचायती राज प्रतिनिधि, राजनीतिक दलों के सदस्य, समाजसेवी, दोनों समुदायों के गणमान्य लोग और अखाड़ा समिति के पदाधिकारी शामिल हुए।
बैठक का मुख्य उद्देश्य था — आगामी मुहर्रम पर्व को शांति, अनुशासन और भाईचारे के साथ मनाना और प्रशासनिक रूपरेखा को सभी से साझा करना।
जुलूस पर दिशा-निर्देश: डीजे पर रोक, रूट का पालन अनिवार्य
एसडीपीओ भरत राम ने कहा कि मुहर्रम के जुलूस में डीजे पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा। केवल पूर्व निर्धारित रूट से ही ताजिया जुलूस निकलेगा। जुलूस के दौरान कोई भड़काऊ भाषण, गीत या नारों की अनुमति नहीं दी जाएगी। ऐसी स्थिति में सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
एसडीपीओ भरत राम ने कहा:
“समाज में सौहार्द बनाए रखने के लिए सभी को अपनी जिम्मेदारियों को समझना होगा। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर किसी भी सूरत में रियायत नहीं बरती जाएगी।”
अखाड़ा समिति को मिली जिम्मेदारियां
थाना प्रभारी राधेश्याम कुमार ने स्पष्ट किया कि अखाड़ा समितियों को अपने सदस्यों की नामावली व रूट चार्ट थाना में समय से जमा करनी होगी। जुलूस की वीडियो ग्राफी अनिवार्य रूप से कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि यदि जुलूस मार्ग में बिजली के झूलते तार या कोई अन्य खतरा है, तो इसकी पूर्व सूचना प्रशासन को दी जाए, ताकि समय रहते समाधान किया जा सके।
चप्पे-चप्पे पर होगी सुरक्षा व्यवस्था
बैठक में यह भी बताया गया कि सभी सार्वजनिक, संवेदनशील और अति संवेदनशील स्थलों पर पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। असामाजिक तत्वों और शांति भंग करने वालों पर विधि सम्मत कार्रवाई होगी। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासन पूर्ण सजग रहेगा।
बैठक में इनकी रही विशेष भागीदारी
इस अहम बैठक में कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश महासचिव व मुहर्रम इंतजामिया कमेटी के पोखरी कलां जेनरल ख़लीफा अर्शदुल कादरी, केचकी मुखिया बुद्धेश्वर सिंह, मोरवाई कलां मुखिया आशीष सिंह चेरो, समाजसेवी हेसामुल अंसारी, अफजल अंसारी, राकेश अग्रवाल, गुलाम असगर, नइम खान, तसलीम खान, असफाक अहमद मुन्ना, ईश्वरी सिंह, अशोक साव समेत बड़ी संख्या में दोनों समुदायों के सम्मानित लोग उपस्थित रहे।
सौहार्द और अनुशासन का लिया संकल्प
बैठक में उपस्थित सभी लोगों ने मुहर्रम पर्व को शांतिपूर्ण और सौहार्द्रपूर्ण ढंग से मनाने का संकल्प लिया। प्रशासन और समाज के बीच इस सामंजस्यपूर्ण पहल ने यह संदेश दिया कि धार्मिक पर्व एकता और भाईचारे का प्रतीक हैं।

न्यूज़ देखो: पर्वों के माध्यम से समाज में सौहार्द की मिसाल
बरवाडीह की यह शांति समिति बैठक दर्शाती है कि प्रशासन और नागरिक जब एक मंच पर आते हैं, तो संभावित तनाव भी विश्वास में बदल सकता है।
मुहर्रम जैसे पर्वों को लेकर की गई यह तैयारी धार्मिक श्रद्धा, सामाजिक जिम्मेदारी और प्रशासनिक सतर्कता का आदर्श मेल है।
‘न्यूज़ देखो’ ऐसी पहलों का स्वागत करता है — जो समाज में सद्भाव और भरोसे की नींव मजबूत करती हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
नियमों का पालन करें, समाज को उदाहरण बनाएं
त्योहारों को शांति और एकता के साथ मनाना ही सच्ची परंपरा है। आइए, हम सब मिलकर कानून का सम्मान करें, अफवाहों से दूर रहें और अपने आस-पास को एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण समाज बनाएं।
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