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ईद-ए-मिलादुन्नबी को शांतिपूर्ण बनाने को लेकर गिरिडीह में शांति समिति की बैठक

#गिरिडीह #ईदए मिलादुन्नबी : बिरनी थाना और भरकट्टा ओपी में प्रशासन और ग्रामीणों की बैठक, शांति और सौहार्द बनाए रखने का संकल्प

गिरिडीह जिले में पांच सितंबर को मनाए जाने वाले ईद-ए-मिलादुन्नबी पर्व को शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के उद्देश्य से बुधवार शाम बिरनी थाना और भरकट्टा ओपी परिसर में शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में विभिन्न पंचायतों के जनप्रतिनिधि, ग्रामीण, राजनीतिक दलों के नेता, बुद्धिजीवी और शांति समिति के सदस्य बड़ी संख्या में मौजूद रहे।

भाईचारे और सौहार्द पर जोर

बैठक की संयुक्त अध्यक्षता बीडीओ फणीश्वर रजवार, सीओ संदीप मधेसिया और पुलिस इंस्पेक्टर अजय कुमार ने की। अधिकारियों ने कहा कि ईद-ए-मिलादुन्नबी का पर्व आपसी भाईचारे और सौहार्द का प्रतीक है, इसलिए इसे पूरी शांति और सम्मानजनक माहौल में मनाना सभी की जिम्मेदारी है।

अधिकारियों ने कहा: “पर्व के अवसर पर निकाले जाने वाले जुलूस में डीजे बजाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। अफवाह फैलाने वालों और उपद्रवियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

सुरक्षा के कड़े इंतजाम

बैठक में यह भी स्पष्ट किया गया कि संवेदनशील गांवों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। साथ ही पुलिस की गश्ती बढ़ाई जाएगी ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके। अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील की कि सोशल मीडिया पर अफवाहों से बचें और प्रशासन को सहयोग करें।

ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों का सहयोग

शांति समिति के सदस्यों और जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन को आश्वस्त किया कि वे पर्व के दौरान पूरी तरह सहयोग करेंगे और गांवों में सौहार्द बनाए रखेंगे। इस अवसर पर पुलिस पदाधिकारियों ने शांति समिति के सदस्यों और उपस्थित जनप्रतिनिधियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया।

मौके पर मौजूद रहे गणमान्य

बैठक का संचालन थाना प्रभारी आकाश भारद्वाज और ओपी प्रभारी अमन सिंह ने किया। इस दौरान प्रमुख रामु बैठा, सांसद प्रतिनिधि देवनाथ राणा, पूर्व प्रमुख सीताराम सिंह, भाजपा नेता नारायण पांडेय, झामुमो नेता ममताज अंसारी, आजसू नेता कंचन राय, माले नेता कैलाश यादव सहित कई सामाजिक कार्यकर्ता और बुद्धिजीवी उपस्थित रहे।

न्यूज़ देखो: सौहार्द की मिसाल कायम करने का संकल्प

गिरिडीह में प्रशासन और समाज के प्रतिनिधियों की साझा बैठक यह साबित करती है कि त्योहार केवल धार्मिक उत्सव नहीं बल्कि सामाजिक सौहार्द और भाईचारे की मिसाल भी हैं। पुलिस-प्रशासन और ग्रामीणों का मिलकर काम करना सामाजिक एकता की गारंटी है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

शांति और भाईचारे से बढ़ेगी ताकत

त्योहार हमें जोड़ने का माध्यम हैं, बांटने का नहीं। अब समय है कि हम सब मिलकर ईद-ए-मिलादुन्नबी जैसे पर्व को शांति, भाईचारे और सम्मान के साथ मनाएं। अपनी राय कमेंट करें और इस खबर को साझा करें ताकि शांति और सौहार्द का संदेश दूर-दूर तक पहुंचे।

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