#गिरिडीह #ईदमिलादउननबी : पर्व को भाईचारे और गंगा-जमुनी तहजीब के साथ मनाने पर बनी सहमति
- मुफ्फसिल थाना परिसर में हुई शांति समिति की बैठक।
- अंचलाधिकारी और थाना प्रभारी समेत कई प्रशासनिक पदाधिकारी रहे मौजूद।
- जनप्रतिनिधि और जुलूस कमिटी सदस्य बैठक में शामिल हुए।
- पर्व को शांतिपूर्ण और भाईचारे के माहौल में संपन्न कराने पर जोर।
- सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी।
गिरिडीह के मुफ्फसिल थाना परिसर में ईद-मिलाद-उन-नबी को लेकर शांति समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में प्रशासनिक पदाधिकारियों के साथ पंचायत प्रतिनिधि, जनप्रतिनिधि, जुलूस कमिटी के अध्यक्ष और शांति समिति के सदस्य शामिल हुए। सभी ने मिलकर यह सहमति बनाई कि पर्व को गंगा-जमुनी तहजीब और भाईचारे के वातावरण में मनाया जाएगा।
प्रशासन का संदेश
अंचलाधिकारी ने कहा कि पर्व-त्योहार केवल उत्सव ही नहीं बल्कि समाज में शांति और सौहार्द का प्रतीक हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि किसी भी अफवाह या उकसावे से दूर रहें और भाईचारे का संदेश दें।
पुलिस प्रशासन पूरी तरह अलर्ट
मौके पर मौजूद थाना प्रभारी ने स्पष्ट किया कि माहौल खराब करने की कोशिश करने वालों को किसी भी हालत में बख्शा नहीं जाएगा। विशेष रूप से सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि पर्व के दौरान किसी भी समस्या पर पुलिस तत्परता से सहयोग करेगी।
गंगा-जमुनी तहजीब पर जोर
बैठक में वक्ताओं ने कहा कि ईद-मिलाद-उन-नबी न सिर्फ धार्मिक पर्व है बल्कि यह भाईचारे और एकता का प्रतीक भी है। पर्व को शांतिपूर्ण ढंग से मनाना सभी की साझा जिम्मेदारी है और यह जिला प्रशासन तथा समाज दोनों की प्राथमिकता है।
न्यूज़ देखो: सौहार्द कायम रखना हम सबकी जिम्मेदारी
त्योहार हमें जोड़ते हैं, तोड़ते नहीं। गिरिडीह की शांति समिति की यह पहल बताती है कि सजग प्रशासन और जिम्मेदार नागरिक मिलकर समाज में भाईचारा और शांति को और मजबूत बना सकते हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
त्योहार बने एकता और अमन का संदेश
ईद-मिलाद-उन-नबी के इस पावन अवसर पर हम सबको यह संकल्प लेना चाहिए कि समाज में अमन, शांति और गंगा-जमुनी तहजीब हमेशा कायम रहे। आइए अपनी राय कॉमेंट कर साझा करें और इस खबर को दोस्तों तक पहुंचाएं ताकि संदेश दूर-दूर तक फैले।