रांची में आयोजित हुआ ‘पेंशन दरबार-सह-सेवानिवृत्ति सम्मान समारोह’ – उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री ने किया शिक्षकों को सम्मानित

#रांची #सेवानिवृत्ति_सम्मान – 08 शिक्षकों को सेवानिवृत्ति के दिन ही मिला पूरा रिटायरमेंट बेनिफिट, उपायुक्त ने दी शुभकामनाएं

रांची में शिक्षकों का गरिमामय सम्मान, सेवानिवृत्ति को बनाया यादगार

रांची समाहरणालय ब्लॉक-A स्थित कॉन्फ्रेंस कक्ष में शनिवार को पेंशन दरबार-सह-सेवा निवृत्ति सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला दंडाधिकारी सह उपायुक्त मंजूनाथ भजन्त्री ने की।

समारोह के दौरान 08 सेवानिवृत्त शिक्षकों को मोमेंटो व शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। सबसे खास बात यह रही कि सभी शिक्षकों को सेवानिवृत्ति के दिन ही उनके समस्त रिटायरमेंट लाभ उपलब्ध करा दिए गए, जो प्रशासन की प्रशंसनीय पहल मानी जा रही है।

ये शिक्षक हुए सम्मानित

  1. श्री अशोक प्रसाद – स.शि. रा.म.वि., बन्धुवा, नामकुम
  2. श्रीमती अम्बिका देवी – स.शि. रा.म.वि. कन्या, सिलवे, नामकुम
  3. श्री राम नरेश सिंह – स.शि. रा.प्रा.वि., बहेराखूँट, ओरमांझी
  4. श्री रामनरेश प्रसाद सिंह – स.शि. रा.म.वि., कुच्चू, ओरमांझी
  5. श्रीमती उषा कुला – स.शि. रा.म.वि., कुच्चू, ओरमांझी
  6. श्रीमती सबीना कुजूर – स.शि. रा.म.वि., नगड़ी
  7. श्री सुशील कुमार सान्डिल – स.शि. रा.म.वि., बाँकू, सोनाहातु-2
  8. श्री जनक प्रसाद – स.शि. रा.म.वि., हुरहुरी, रातू
  9. श्री लोलेन कन्डुलना – स.शि. मिस डिफम बालिका मध्य विद्यालय, चुटिया

“सेवानिवृत्ति के बाद जीवन का एक नया अध्याय शुरू होता है। शिक्षा विभाग एवं जिला प्रशासन की ओर से आप सभी को ढेर सारी शुभकामनाएं। रिटायरमेंट के दिन ही लाभ देना – यह एक ऐतिहासिक कदम है।”
मंजूनाथ भजन्त्री, उपायुक्त, रांची

शिक्षकों को मिला सामाजिक योगदान का नया संदेश

उपायुक्त ने शिक्षकों से आग्रह किया कि अपने आस-पास के विशेष जरूरतमंद बच्चों को गणित, अंग्रेजी, विज्ञान जैसे विषयों में पढ़ाएं। साथ ही उन्होंने सेवा निवृत्त शिक्षकों का व्हाट्सएप ग्रुप बनाने का निर्देश दिया, ताकि वे अपने अनुभव साझा कर सकें और शिक्षा प्रणाली को और बेहतर बनाया जा सके।

न्यूज़ देखो : शिक्षा के सच्चे सेवकों को मिला सम्मान

न्यूज़ देखो सम्मान करता है उन शिक्षकों का, जिन्होंने जीवन भर ज्ञान का दीप जलाया और अब भी समाज के लिए योगदान देने को तत्पर हैं। रांची प्रशासन की यह पहल न केवल अनुकरणीय है, बल्कि पूरे राज्य में एक सकारात्मक संदेश भी देती है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

सेवानिवृत्ति एक अंत नहीं, एक नई शुरुआत है। जब शिक्षक जैसे कर्मयोगी सम्मान के साथ नए जीवन पथ पर बढ़ते हैं, तो समाज को प्रेरणा मिलती है।

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