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गुमला में अंचल दिवस पर 137 आवेदनों का निस्तारण और परिसंपत्ति वितरण से लोगों को मिली राहत

#गुमला #अंचलदिवस : उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित की अध्यक्षता में चैनपुर प्रखंड मुख्यालय में अंचल दिवस का सफल आयोजन हुआ जहां जनसमस्याओं का त्वरित समाधान और परिसंपत्ति वितरण किया गया

आज गुमला जिले के चैनपुर प्रखंड मुख्यालय में आयोजित अंचल दिवस कार्यक्रम ने ग्रामीणों की समस्याओं को सुलझाने में बड़ी भूमिका निभाई। उपायुक्त श्रीमती प्रेरणा दीक्षित के नेतृत्व में हुए इस आयोजन में आम लोगों की आवाज सीधे प्रशासन तक पहुँची और मौके पर ही उनके कई मुद्दों का समाधान किया गया। इस दौरान नागरिकों को प्रमाण पत्र, परिसंपत्तियां और योजनाओं से जुड़े लाभ भी दिए गए, जिससे ग्रामीणों का प्रशासन पर भरोसा और मजबूत हुआ।

मौके पर निस्तारित हुए आवेदन

आज के अंचल दिवस में कुल 137 आवेदन दर्ज हुए। इनमें से 73 आवेदनों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। शेष 64 आवेदनों को विस्तृत जाँच हेतु संबंधित अधिकारियों को सौंपा गया। साथ ही, जिला स्तरीय जनशिकायत निवारण दिवस से प्राप्त 7 आवेदनों का भी तुरंत समाधान कर दिया गया। भूमि सत्यापन प्रतिवेदन से संबंधित 8 आवेदन भी मौके पर निपटा दिए गए।

प्रमाण पत्र वितरण से नागरिकों को राहत

नागरिकों की सुविधा के लिए कार्यक्रम स्थल पर ही प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। प्रशासन की इस पहल से लोगों को जिला कार्यालय जाने की परेशानी से बचाया गया। आज जारी किए गए प्रमाण पत्रों में शामिल थे:

भूमि विवाद और दाखिल-खारिज मामलों का समाधान

कार्यक्रम में भूमि विवाद और दाखिल-खारिज से जुड़े मामलों पर विशेष ध्यान दिया गया।

परिसंपत्तियों का वितरण और योजनाओं का लाभ

उपायुक्त श्रीमती प्रेरणा दीक्षित ने 35 परिसंपत्तियां और प्रशस्ति पत्र लाभुकों के बीच वितरित किए। इसमें दाखिल-खारिज, पेंशन प्रमाण पत्र, पारिवारिक सदस्यता प्रमाण पत्र, आम बागवानी, मनरेगा जॉब कार्ड और स्वयं सहायता समूहों को बैंक ऋण स्वीकृति पत्र शामिल थे। इस वितरण से यह स्पष्ट संदेश गया कि प्रशासन केवल समस्याओं का निपटारा ही नहीं करता बल्कि योजनाओं का लाभ भी जनता तक सीधे पहुँचाता है।

उपायुक्त की स्पष्ट प्राथमिकता

उपायुक्त प्रेरणा दीक्षित ने कहा: “अंचल दिवस का मुख्य उद्देश्य जनता की समस्याओं को प्रखंड स्तर पर ही सुनना और उनका त्वरित समाधान करना है, ताकि आम नागरिकों को जिला कार्यालय का बार-बार चक्कर न लगाना पड़े। जिन आवेदनों का निस्तारण किया जाएगा उनकी पुष्टि लाभुकों से फोन के माध्यम से भी की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि वे समाधान से संतुष्ट हैं।”

उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन की प्राथमिकता है कि सभी समस्याओं का समाधान पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ हो।

प्रशासन की सक्रियता पर अधिकारियों के विचार

अपर समाहर्ता शशिंद्र कुमार बड़ाइक ने कहा: “उपायुक्त जी की पहल से जिला प्रशासन केवल कार्यालयों में बैठकर नहीं बल्कि स्वयं आपके द्वार पर आकर आपकी समस्याओं को सुन रहा है। भूमि विवाद, दाखिल-खारिज, आधार सुधार, पारिवारिक सूची अथवा अन्य अंचल संबंधी मामलों का समाधान अब मौके पर ही किया जा रहा है। बहुत-सी समस्याएँ आपसी संवाद और सहयोग से तुरंत सुलझाई जा सकती हैं।”

ग्रामीणों में भरोसा और सहयोग

आज का अंचल दिवस ग्रामीणों और प्रशासन के बीच आपसी विश्वास को और मजबूत करता दिखाई दिया। लोगों ने खुले तौर पर अपनी समस्याएं रखीं और प्रशासन ने उन्हें गंभीरता से सुना। त्वरित समाधान और प्रमाण पत्र वितरण ने ग्रामीणों को राहत दी।

अगला अंचल दिवस भरनो में

कार्यक्रम के अंत में घोषणा की गई कि अगला अंचल दिवस 4 सितम्बर 2025 को भरनो प्रखंड सह अंचल कार्यालय में आयोजित किया जाएगा। भरनो के नागरिकों से अपील की गई कि वे इस तिथि पर अपनी समस्याओं और शिकायतों के समाधान हेतु कार्यक्रम में शामिल हों और अंचल दिवस का अधिकतम लाभ उठाएं।

न्यूज़ देखो: जनता के द्वार पर प्रशासन

गुमला में अंचल दिवस का आयोजन यह दर्शाता है कि प्रशासन अब जनता की समस्याओं को सीधे उनके गाँव और प्रखंड स्तर पर सुनने और हल करने के लिए सक्रिय है। यह पहल त्वरित समाधान, पारदर्शिता और जनहित को मजबूत बनाती है। इस कार्यक्रम से ग्रामीणों को समय और खर्च दोनों की बचत होती है और प्रशासन पर उनका विश्वास और गहरा होता है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

जिम्मेदार नागरिक बनें, अंचल दिवस का लाभ उठाएं

अब समय है कि हम सब अपनी समस्याओं को छिपाने की बजाय प्रशासन तक पहुँचाएँ और समाधान की दिशा में कदम बढ़ाएँ। आप भी अपनी राय कमेंट करें, इस खबर को दोस्तों और परिवार तक पहुँचाएं और जागरूकता फैलाने में योगदान दें।

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