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“आइये खुशियां बांटें” अभियान में बढ़ रही लोगों की भागीदारी, गर्म कपड़ों का वितरण कल से शुरू

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#गढ़वा #सामाजिक_अभियान : एसडीएम संजय कुमार की पहल पर लोग बड़ी संख्या में जुड़ रहे, जरूरतमंदों के लिए इकट्ठे हुए दो हजार से अधिक नए ऊनी वस्त्र।
  • एसडीएम संजय कुमार की पहल पर “आइये खुशियां बांटें” अभियान को मिल रहा व्यापक समर्थन।
  • शनिवार तक 2000 से अधिक नए ऊनी वस्त्र जुटाए गए।
  • सहयोग में साबिर वस्त्रालय, माही हैंडलूम, सलीम वस्त्रालय, प्रभु जी वस्त्रालय की बड़ी भूमिका।
  • अगले 3 महीने तक जरूरतमंदों को गर्म कपड़े बांटे जाएंगे।
  • एसडीएम ने कहा—सक्षम लोग अपने आसपास के जरूरतमंदों की सीधी मदद भी कर सकते हैं।
  • कल रविवार से ऊनी वस्त्र वितरण की औपचारिक शुरुआत।।

गढ़वा सदर अनुमंडल में एसडीएम संजय कुमार द्वारा शुरू किया गया सामाजिक प्रयास “आइये खुशियां बांटें” अभियान लोगों के बीच लगातार लोकप्रिय होता जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य सामूहिक सहयोग के माध्यम से जरूरतमंदों तक गर्म कपड़ों और जीवन-उपयोगी वस्तुओं को पहुंचाना है। जाड़े का मौसम होने के कारण फिलहाल तीन महीने तक गरीब और बेसहारा लोगों को ऊनी वस्त्र वितरित किए जाएंगे। एसडीएम की अपील पर रोजाना नए सहयोगी जुड़ रहे हैं, जिसके चलते शनिवार को ही दो हजार से अधिक नए कपड़े जमा हो गए।

बढ़ रहा है सामाजिक सहयोग, शहर के प्रतिष्ठानों ने दिया योगदान

अभियान के तहत जमा की गई सामग्री में एक वर्ष के शिशु से लेकर बुजुर्गों तक के लिए स्वेटर, जैकेट, टोपी, मोज़े आदि शामिल हैं।
इन वस्त्रों को इकट्ठा कराने में साबिर वस्त्रालय, माही हैंडलूम, सलीम वस्त्रालय और प्रभु जी वस्त्रालय ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
एसडीएम का कहना है कि यह कार्यक्रम किसी एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि समाज के सामूहिक प्रयास का प्रतीक है।

“सक्षम लोग अपने आसपास के जरूरतमंदों को भी मदद पहुंचाएं”—एसडीएम

एसडीएम संजय कुमार ने कहा कि रोजमर्रा की व्यस्तता के बीच हम अक्सर भूल जाते हैं कि हमारे आसपास ऐसे लोग भी हैं जिन्हें बुनियादी जरूरतें भी मुश्किल से मिल पाती हैं।
उन्होंने कहा—

“हमारे छोटे-से सहयोग से किसी के चेहरे पर खुशी लौट सकती है। सक्षम लोग अपने आसपास के जरूरतमंदों का खुद भी सहयोग करें—यह अभियान सिर्फ दान देने तक सीमित नहीं है।”

उन्होंने स्पष्ट किया कि जो लोग आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं, वे भी इस मुहिम का हिस्सा बन सकते हैं। कपड़े वितरण के दौरान सहयोग करने, जरूरतमंदों तक वस्तुएं पहुंचाने और श्रमदान के माध्यम से भी अभियान में योगदान दिया जा सकता है।

अभियान गर्म कपड़ों तक सीमित नहीं, कई अन्य वस्तुएं भी शामिल

एसडीएम ने बताया कि यह मुहिम सिर्फ ऊनी वस्त्रों तक सीमित नहीं रहनी चाहिए। जरूरत पड़ने पर किताबें, कॉपी, दवाई उपकरण, व्हीलचेयर, चश्मा, जूता-चप्पल सहित अन्य जरूरी वस्तुओं का भी संग्रह और वितरण किया जाएगा। यह अभियान समाज में संवेदनशीलता और मानवता को बढ़ावा देने का एक प्रयास है।

कल से होगा ऊनी वस्त्र वितरण की शुरुआत

प्रशासन ने घोषणा की है कि रविवार से नए ऊनी वस्त्रों के वितरण की शुरुआत की जाएगी। वितरण कार्यक्रम में एसडीएम संजय कुमार के साथ कई सामाजिक कार्यकर्ता भी मौजूद रहेंगे।
स्थानीय लोगों में इस कार्यक्रम को लेकर उत्साह है और कई स्वयंसेवक आगे आकर अभियान से जुड़ने की इच्छा भी व्यक्त कर रहे हैं।

न्यूज़ देखो: एक छोटी कोशिश, बड़ा सामाजिक प्रभाव

गढ़वा में चल रहा यह अभियान बताता है कि समाज की संवेदनाएं अभी भी जीवित हैं। प्रशासन और जनता मिलकर जब किसी उद्देश्य में जुटते हैं, तो बदलाव संभव होता है। “आइये खुशियां बांटें” अभियान न सिर्फ जरूरतमंदों की मदद कर रहा है, बल्कि लोगों को सामाजिक जिम्मेदारियों के प्रति जागरूक भी बना रहा है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

खुशियां बांटें, इंसानियत बढ़ाएं — आपका एक कदम किसी की जिंदगी बदल सकता है

अपने आसपास देखें—हो सकता है कोई जाड़े से ठिठुर रहा हो और आपकी एक स्वेटर से उसकी रात आसान हो जाए।
इस मुहिम का हिस्सा बनें, सहयोग करें या श्रमदान दें और दूसरों को भी जागरूक करें।
खबर को शेयर करें ताकि अधिक से अधिक लोग जुड़ें और जरूरतमंदों तक मदद पहुंच सके।

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Sonu Kumar

गढ़वा

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