
#गढ़वा #स्वच्छतासंकट : स्कूलों के बीच गली में फैला कचरा और गंदगी, टेंपरेरी मूत्रालय भी बना बीमारी का अड्डा
- दयानंद आर्य विद्यालय और दयानंद आर्य मॉडल स्कूल के बीच की गली में कचरे का अंबार।
- रोजाना सैकड़ों बच्चे इसी गली से गुजरते, बदबू और मच्छरों से बढ़ रहा खतरा।
- दानरो नदी तक जाने वाली यह गली नगर परिषद की सफाई व्यवस्था की पोल खोल रही।
- मां तारामंडपम के सामने मूत्रालय गंदगी से बदहाल, उपयोग करना भी मुश्किल।
- विभा प्रकाश ने जताया कड़ा असंतोष, नगर परिषद से त्वरित सफाई और मरम्मत की मांग।
गढ़वा। शहर की स्वच्छता व्यवस्था पर सवाल उठाती तस्वीर दयानंद आर्य वैदिक विद्यालय और दयानंद आर्य मॉडल स्कूल के बीच से सामने आई है। दोनों विद्यालयों के बीच की गली, जो दानरो नदी तक जाती है, कचरे के अंबार से पट चुकी है। रोजाना सैकड़ों बच्चे इसी गली से होकर स्कूल आते-जाते हैं, लेकिन चारों ओर फैली दुर्गंध, कचरा और मच्छरों का प्रकोप उनके स्वास्थ्य के लिए खतरा बन गया है। यह दृश्य न केवल प्रशासन की लापरवाही को उजागर करता है बल्कि नगर परिषद के दावों पर भी बड़ा प्रश्नचिह्न खड़ा करता है।
स्कूलों के बीच गली की भयावह तस्वीर
विद्यालय परिसर के बीच ऐसी बदहाली साफ बताती है कि नगर परिषद के जिम्मेदार अधिकारी संवेदनहीन रवैया अपनाए हुए हैं। कचरे से उठती दुर्गंध और फैलते मच्छरों ने बच्चों के लिए स्थिति असहनीय बना दी है। सवाल यह है कि जिस गली से होकर भविष्य की पीढ़ी शिक्षा ग्रहण करने जाती है, वहां बीमारी और संक्रमण का माहौल क्यों बना हुआ है?
मूत्रालय की दुर्दशा, लोगों की मजबूरी
इतना ही नहीं, मां तारामंडपम के सामने बनाए गए टेंपरेरी मूत्रालय की हालत भी शर्मनाक है। महिला और पुरुष दोनों के लिए बनाए गए इस मूत्रालय में इतनी गंदगी फैली हुई है कि उसका उपयोग करना तो दूर, उसके पास खड़ा होना भी मुश्किल है। साफ है कि इसे लंबे समय से साफ करने की जहमत नहीं उठाई गई। यह स्थिति पूर्व नगर परिषद अध्यक्ष के वार्ड में होना साफ इशारा करता है कि सफाई व्यवस्था कितनी लचर है।
विभा प्रकाश ने जताया कड़ा असंतोष
इस पूरे मामले पर विभा प्रकाश ने प्रशासन की उदासीनता को गंभीर बताते हुए कहा कि,
विभा प्रकाश: “यह स्थिति बेहद गंभीर है। बच्चों की शिक्षा और स्वास्थ्य से कोई समझौता नहीं होना चाहिए। नगर परिषद तुरंत इस गली की सफाई कराए, मूत्रालय की मरम्मत सुनिश्चित करे और स्थायी व्यवस्था बनाए। यदि समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो आने वाले दिनों में यह गढ़वा के लिए बड़ी समस्या बन सकती है।”
न्यूज़ देखो: सफाई व्यवस्था पर उठे बड़े सवाल
गढ़वा की यह तस्वीर दिखाती है कि नगर परिषद की स्वच्छता योजनाएं कागजों पर ही सीमित हैं। बच्चों के लिए बनाए गए सुरक्षित शैक्षिक माहौल को बीमारी और संक्रमण का अड्डा बनाना प्रशासन की सबसे बड़ी लापरवाही है। अगर समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए तो यह समस्या महामारी का रूप भी ले सकती है।
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बच्चों की सेहत से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए
अब समय है कि हम सब जिम्मेदारी से नगर परिषद पर दबाव बनाएं ताकि गली और मूत्रालय की तुरंत सफाई और मरम्मत हो। अपनी राय कॉमेंट करें और इस खबर को साझा करें ताकि गढ़वा के बच्चों की सुरक्षा और सेहत सुनिश्चित हो सके।