#बेगूसराय में कांग्रेस नेता का भव्य स्वागत, बुलडोजर से हुई फूलों की वर्षा:
- राहुल गांधी पहुंचे बिहार के बेगूसराय, हुआ ऐतिहासिक स्वागत
- ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा में हजारों लोग हुए शामिल
- बुलडोजर से हुई फूलों की वर्षा, सड़कों पर छाया उत्सव जैसा माहौल
- कन्हैया कुमार सहित कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता भी रहे मौजूद
- बेरोजगारी और पलायन के मुद्दों पर केंद्र सरकार को घेरा गया
बिहार के बेगूसराय में राहुल गांधी का जोश भरा स्वागत
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की ‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा सोमवार को बेगूसराय पहुंची, जहां उनका जोशीला और अभूतपूर्व स्वागत किया गया। सड़कों पर बैंड-बाजे, घोड़े, झंडों और कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ ने पूरे माहौल को एक उत्सव जैसा रूप दे दिया।
पदयात्रा में शामिल हुए कन्हैया कुमार और अन्य नेता
इस पदयात्रा में राहुल गांधी के साथ कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार और कई वरिष्ठ पदाधिकारी भी शामिल रहे। यात्रा की शुरुआत शहर के सुभाष चौक से हुई और यह कपस्या चौक तक चली। पूरे रास्ते राहुल गांधी के समर्थन में नारे गूंजते रहे और जगह-जगह उनका भव्य स्वागत हुआ।
फूलों की वर्षा ने बनाया यात्रा को यादगार
इस पदयात्रा की खास बात यह रही कि स्वागत के दौरान कई जगहों पर बुलडोजर से फूलों की वर्षा की गई। इस अभिनव स्वागत ने लोगों का ध्यान खींचा और पूरे कार्यक्रम को खास बना दिया।
पलायन और बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर जनता से संवाद
राहुल गांधी ने इस दौरान युवाओं से संवाद करते हुए केंद्र सरकार पर रोजगार न देने के आरोप लगाए। उन्होंने कहा:
“बिहार के नौजवानों को पलायन के लिए मजबूर किया जा रहा है। यह देश के भविष्य के साथ अन्याय है।”
जनता ने भी भारी उत्साह से पदयात्रा में भाग लिया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि पलायन और बेरोजगारी बिहार की जनता के दिल से जुड़े मुद्दे हैं।
आने वाले चुनावों में युवाओं को जोड़ने की रणनीति
‘पलायन रोको, नौकरी दो’ पदयात्रा को आगामी चुनावों के मद्देनज़र कांग्रेस की एक रणनीतिक पहल के रूप में देखा जा रहा है। इस यात्रा के ज़रिए पार्टी न केवल युवाओं को जोड़ने की कोशिश कर रही है, बल्कि सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ माहौल भी तैयार कर रही है।
‘न्यूज़ देखो’ की प्रेरणा: जहां मुद्दे बोलते हैं, वहां जनता जुड़ती है
राहुल गांधी की यह पदयात्रा एक बार फिर यह दिखाती है कि जब राजनीतिक नेता जमीनी हकीकत से जुड़ते हैं, तो जनता भी अपनी आवाज़ बुलंद करती है।
बेरोजगारी और पलायन जैसे मुद्दे अब केवल भाषणों तक सीमित नहीं रह गए हैं, बल्कि जनआंदोलन का रूप ले चुके हैं।
‘न्यूज़ देखो’ आपको ऐसी ही जमीनी और जनहित से जुड़ी ख़बरें देने के लिए प्रतिबद्ध है।
जुड़े रहिए ‘न्यूज़ देखो’ के साथ – जहां हर मुद्दा आपका अपना होता है।