
#पत्थलगड़ा #जागरूकताअभियान : पुलिस टीम ने गांव में पहुंचकर अफीम की अवैध खेती के दुष्प्रभाव और कानूनी कार्रवाई की जानकारी दी
- मेराल गांव में पुलिस का विशेष जागरूकता अभियान।
- अभियान का नेतृत्व स०अ०नि० घनश्याम सिंह ने किया।
- ग्रामीणों को अफीम की अवैध खेती और उसके दुष्परिणाम बताए गए।
- संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील।
- ग्रामीणों ने अभियान का समर्थन किया और सहयोग का भरोसा दिया।
चतरा जिले के पत्थलगड्डा प्रखंड के ग्राम मेराल में शनिवार को पुलिस अधीक्षक चतरा के निर्देश पर अवैध अफीम की खेती रोकने के लिए विशेष जागरूकता अभियान चलाया गया। अभियान का उद्देश्य ग्रामीणों को निषिद्ध मादक पदार्थों के दुष्परिणाम, कानूनी प्रावधानों और अवैध खेती से होने वाले सामाजिक नुकसान के बारे में जागरूक करना था। गांव के विभिन्न हिस्सों में पुलिस टीम ने लोगों से सीधा संवाद स्थापित किया।
पुलिस ने बताया अवैध खेती से होने वाला नुकसान
अभियान का नेतृत्व स०अ०नि० घनश्याम सिंह (थाना पत्थलगड्डा) ने किया। उन्होंने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि मादक पदार्थों का प्रसार समाज के युवाओं को विनाश की ओर ले जाता है और इससे गांव की पहचान भी प्रभावित होती है। उन्होंने साफ कहा कि प्रशासन इस तरह की गतिविधियों के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति पर कार्य कर रहा है और कहीं भी अवैध खेती पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
दुष्प्रभावों की जानकारी और पुलिस को सूचना देने की शपथ
अभियान के दौरान पुलिस टीम ने ग्रामीणों को मादक पदार्थों के शारीरिक, मानसिक और सामाजिक दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी। इस दौरान सभी लोगों को अफीम की खेती नहीं करने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को देने की शपथ दिलाई गई। पुलिस टीम ने कहा कि समाज की सुरक्षा तभी संभव है जब जनता स्वयं भी नशामुक्ति के प्रयासों में सक्रिय भूमिका निभाए।
ग्रामीणों ने सराहना की, अभियान जारी रहेगा
ग्रामीणों ने पुलिस की इस पहल का स्वागत करते हुए कहा कि ऐसे अभियानों से क्षेत्र में जागरूकता बढ़ेगी और गलत दिशा में जा रहे लोगों को रोकने में आसानी होगी। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आगे भी गांव-गांव जाकर इसी प्रकार के जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे ताकि मादक पदार्थों की अवैध खेती और व्यापार को पूरी तरह समाप्त किया जा सके।
न्यूज़ देखो: नशामुक्त समाज का आधार जागरूकता
अफीम की अवैध खेती पर रोक लगाने के लिए पुलिस का यह कदम समाज को सही दिशा देने की महत्वपूर्ण पहल है। जब प्रशासन और जनता मिलकर काम करते हैं, तभी नशे के खिलाफ ठोस परिणाम सामने आते हैं।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
नशामुक्ति की राह जनभागीदारी से ही संभव
अवैध अफीम खेती के खिलाफ यह जागरूकता अभियान बताता है कि एकजुट होकर ही समाज को सुरक्षित और स्वस्थ बनाया जा सकता है। अब समय है कि हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी समझे, नशे के खिलाफ आवाज उठाए और जागरूकता फैलाने में सहयोग दे।
अपनी राय साझा करें और खबर को आगे भेजकर समाज में जागरूकता फैलाएं।





