
#गुमला #उग्रवाद : विशुनपुर क्षेत्र में पुलिस और जेजेएमपी उग्रवादियों की मुठभेड़ में सब जोनल कमांडर समेत तीन नक्सली मारे गए
- गुमला जिले के घाघरा-विशुनपुर थाना क्षेत्र में पुलिस और उग्रवादियों के बीच भीषण मुठभेड़ हुई।
- इस मुठभेड़ में जेजेएमपी का सब जोनल कमांडर लालू लोहरा समेत तीन उग्रवादी मारे गए।
- मारे गए अन्य उग्रवादियों की पहचान छोटू उरांव (लातेहार) और सुजीत उरांव (लोहरदगा) के रूप में हुई।
- घटना स्थल सेरेंगदाग माइंस के समीप केचकी रोगरी टोली के पास स्थित है।
- गुमला एसपी हारिश बिन जमां ने घटना की पुष्टि की और बताया कि इलाके में छापामारी जारी है।
सेरेंगदाग माइंस के पास हुई मुठभेड़
गुमला जिले के घाघरा-विशुनपुर थाना क्षेत्र के सीमा इलाके में बुधवार अहले सुबह सुरक्षा बलों और जेजेएमपी उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ हुई। यह घटना सेरेंगदाग माइंस के समीप केचकी रोगरी टोली में हुई। पुलिस ने मौके से तीन उग्रवादियों के शव बरामद किए हैं।
मारे गए उग्रवादियों की पहचान
पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ में ढेर किए गए उग्रवादियों की पहचान लालू लोहरा (बरसटोली, लोहरदगा), छोटू उरांव (हुसीर, लातेहार) और सुजीत उरांव (रोरेड, लोहरदगा) के रूप में हुई है। इनमें से लालू लोहरा जेजेएमपी का सब जोनल कमांडर था। वहीं, छोटू उरांव और सुजीत उरांव एरिया कमांडर बताए जा रहे हैं।
पुलिस की कार्रवाई और छापामारी
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने पूरे इलाके को घेर लिया और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। एसपी ने बताया कि उग्रवादियों के संभावित ठिकानों की पहचान की जा रही है और फरार साथियों की तलाश जारी है।
गुमला एसपी हारिश बिन जमां ने कहा: “पुलिस लगातार उग्रवादियों के खिलाफ अभियान चला रही है। मुठभेड़ में सब जोनल कमांडर समेत तीन उग्रवादियों को मार गिराया गया है। इलाके में छापामारी अब भी जारी है।”
क्षेत्र में दहशत, सुरक्षा कड़ी
मुठभेड़ की घटना से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल है। हालांकि, पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण पा लिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि इस क्षेत्र में लंबे समय से उग्रवादी सक्रिय थे और आए दिन लेवी वसूली तथा धमकी जैसी घटनाएं सामने आती थीं।
न्यूज़ देखो: पुलिस की कार्रवाई से उग्रवाद पर बड़ा प्रहार
गुमला में हुई इस मुठभेड़ ने साफ कर दिया है कि पुलिस उग्रवाद के खात्मे के लिए पूरी तरह गंभीर है। सब जोनल कमांडर जैसे बड़े उग्रवादी का ढेर होना सुरक्षा बलों की बड़ी सफलता है। अब यह देखना होगा कि प्रशासन इलाके में शांति और विकास के लिए आगे क्या ठोस कदम उठाता है। हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।
शांति और सुरक्षा के लिए एकजुट हों
यह सफलता केवल पुलिस की नहीं बल्कि पूरे समाज की है। अगर जनता जागरूक होकर प्रशासन का सहयोग करे, तो उग्रवाद जैसी समस्या जड़ से खत्म हो सकती है। अपनी राय हमें कमेंट में बताएं और इस खबर को साझा कर ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाएं।