छपरा में पुलिस टीओपी बना जाम का अड्डा: दरोगा, होमगार्ड समेत पांच गिरफ्तार, एसएसपी ने दिखाई सख्ती

#छपरा #बेखौफ_जाम – TOP-1 में खुलेआम शराबखोरी, DIG और VC आवास के पास से पकड़े गए पुलिसकर्मी व व्यवसायी

अपराध नियंत्रण केंद्र में अपराध! गंडक कॉलोनी टीओपी में रंगेहाथों पकड़े गए शराबी

छपरा से आई ये सनसनीखेज खबर जिले के कानून व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा करती है। भगवान बाजार थाना क्षेत्र के गंडक कॉलोनी स्थित TOP-1 में ड्यूटी पर तैनात एक पुलिस इंचार्ज और होमगार्ड जवान को तीन व्यवसायियों के साथ शराब पीते रंगेहाथों पकड़ा गया।
यह खुलासा उस वक्त हुआ जब एएसपी राज किशोर सिंह एक हत्या के मामले की जांच के सिलसिले में कॉलोनी पहुंचे थे।

हत्या की जांच में पहुंचे एएसपी, टीओपी में दिखी अवैध महफिल

बता दें कि नई बाजार मोहल्ला निवासी सलमान की चाकू गोदकर हत्या हुई थी। इसी केस की तफ्तीश के दौरान जब एएसपी पास के TOP-1 पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि वहां टीओपी प्रभारी और होमगार्ड जवान, कुछ स्थानीय व्यवसायियों के साथ शराब का आनंद ले रहे थे।
यह देखकर उन्होंने तुरंत वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ. कुमार आशीष को सूचना दी।

मौके पर पहुंचे एसएसपी, पांचों को भेजा जेल

सूचना मिलते ही एसएसपी डॉ. कुमार आशीष खुद मौके पर पहुंचे और TOP-1 में छापेमारी की।
छापेमारी में दरोगा, होमगार्ड जवान और तीन व्यवसायी शराब पीते पकड़े गए। सभी को गिरफ्तार कर भगवान बाजार थाना लाया गया, जहां पूछताछ में उन्होंने शराब सेवन की बात स्वीकार की।
इसके बाद एसएसपी के निर्देश पर प्राथमिकी दर्ज कर सभी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

DIG और VC आवास के पास चल रही थी महफिल, सवालों के घेरे में प्रशासन

गौर करने वाली बात यह है कि यह टीओपी छपरा के DIG आवास और वाइस चांसलर (VC) आवास के बिल्कुल पास स्थित है। बावजूद इसके यहां खुलेआम शराब पी जा रही थी और स्थानीय पुलिस प्रशासन को कोई जानकारी नहीं थी।
भगवान बाजार थानाध्यक्ष को भी मामले की भनक तक नहीं थी, जिससे प्रशासनिक लापरवाही साफ झलकती है।

कॉलोनी में हड़कंप, पहले से संदेह के घेरे में था टीओपी

घटना के बाद कॉलोनी वासियों में गहरा आक्रोश है। लोगों का कहना है कि यह टीओपी पहले भी संदिग्ध गतिविधियों के लिए बदनाम रहा है।
अब जब इस तरह का कृत्य सामने आया है, तो लोगों की चिंता और बढ़ गई है। प्रशासन से मांग की जा रही है कि इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई हो और पूरे टीओपी की जांच कराई जाए।

न्यूज़ देखो : जब कानून के रक्षक बनें कानून के भक्षक

छपरा की यह घटना हमें एक बार फिर याद दिलाती है कि जवाबदेही और पारदर्शिता सिर्फ शब्द नहीं, बल्कि व्यवस्था की रीढ़ होनी चाहिए।
जब पुलिस चौकी में ही अवैध गतिविधियां चलें, तो जनता का भरोसा डगमगाना स्वाभाविक है।
एसएसपी डॉ. कुमार आशीष की सख्ती प्रशासनिक शुद्धिकरण की दिशा में एक सकारात्मक कदम है।
हर खबर पर रहेगी हमारी नजर।

न्याय और जवाबदेही की लड़ाई सिर्फ अदालतों में नहीं, बल्कि हर चौकी, हर नागरिक की निगरानी में भी लड़ी जाती है। सजग रहें, सवाल उठाएं।

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